सोशल ऑडिट से होगा 547 परिषदीय व कस्तूरबा विद्यालयों का मूल्यांकन
जनपद के परिषदीय व कस्तूरबा गांधी विद्यालयों का सोशल ऑडिट होगा। यह ऑडिट विद्यालयों की पढ़ाई, योजनाओं की जमीनी हकीकत और बच्चों की उपस्थिति परखने के लिए किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग प्रमुख...
जनपद के परिषदीय व कस्तूरबा गांधी विद्यालयों का अब सोशल ऑडिट कराया जाएगा। इसके माध्यम से विद्यालयों की पढ़ाई से लेकर योजनाओं की जमीनी हकीकत तक परखी जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग प्रदेश के पांच प्रमुख विश्वविद्यालयों के सहयोग से यह सोशल ऑडिट कराएगा। इसकी संस्तुति के आधार पर वह आगे इसमें अपेक्षित सुधार का प्रयास भी करेगा। परिषदीय विद्यालयों में मिड-डे-मील से लेकर पढ़ाई से जुड़ी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। वहीं बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ाने के लिए कवायद की जा रही है। यह योजनाएं धरातल पर कितनी उतर पा रही हैं। योजनाओं का लाभ मिलने में बच्चों को क्या दिक्कत आ रही है। विद्यालयों में पढ़ाई का क्या स्तर है। बच्चों से किसी तरह का भेदभाव तो नहीं हो रहा, जैसी चीजों की जमीनी हकीकत इसके माध्यम से परखा जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने बीएसए को पत्र जारी कर हुए कहा कि लखनऊ विवि, पं. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि महामना मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विवि गोरखपुर, स्वामी विवेकानंद सुभारती विवि मेरठ व इंटीग्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ के विशेषज्ञ इस सोशल ऑडिट में शामिल होंगे। जिसमें जनपद में इंट्रीगल यूनिवर्सिटी लखनऊ द्वारा जनपद के कुल विद्यालयों का 20 फीसदी करीब 547 विद्यालयों का सोशल ऑडिट कराया जाएगा। उन्होंने बीएसए को इसमें सहयोग करने के निर्देश दिए हैं। बीएसए दिव्या गुप्ता ने बताया कि महानिदेशक के आदेशानुसार सोशल ऑडिट में पूर्ण सहयोग दिया जाएगा।
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