डिकम्पोजर से पराली को खाद के रूप में प्रयोग करें किसान: डीडी
शाहजहांपुर में गन्ना शोध संस्थान में कृषि विभाग ने ग्रीन टीवी के सहयोग से किसान चौपाल का आयोजन किया। कृषि वैज्ञानिकों ने कीटनाशक प्रबंधन और मृदा पोषण पर जानकारी दी। पराली जलाने के नुकसान के बारे में...
शाहजहांपुर। गन्ना शोध संस्थान में कृषि विभाग द्वारा ग्रीन टीवी के सहयोग से किसान चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा एकीकृत कीटनाशक प्रबन्धन एवं मृदा पोषक तत्वों के बारे में बताया गया। जिला गन्ना अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी द्वारा अपने-अपने विभाग की योजनाओं के बारे में किसानों को जानकारी दी गई। उप कृषि निदेशक द्वारा पराली प्रबन्धन के बारे में चर्चा करते हुए पराली जलाने से मृदा एवं मानव स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के बारे में बताकर किसानों से पराली न जलाने की अपील की गयी। कृषि विभाग द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराये जा रहे, डिकम्पोजर के माध्यम से पराली को खाद के रूप में प्रयोग किए जाने के बारे में बताया। कार्यक्रम में ब्लाकों के 300 से अधिक किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया तथा प्रश्नोत्तरी के माध्यम से सही उत्तर देने वाले किसानों को पुरस्कृत किए जाने के साथ ज्ञानेश तिवारी, राजेश पाण्डेय, महेन्द्र दुबे, आर्यकांत, श्याम मिश्रा सहित 20 प्रगतिशील किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। उक्त चौपाल में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा. एनपी गुप्ता, डा. नूतन वर्मा सहित जिला गन्ना अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी एवं उप कृषि निदेशक आदि मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।