शाहजहांपुर में टैंपो की टक्कर से ई-रिक्शा चालक की मौत
दिल्ली-पलिया हाइवे पर स्थित पुवायां रोड पर हैडिल के पास रविवार को हादसा हो गया। तेज गति से आए टैंपो ने ई-रिक्शा पर टक्कर मारी, फिर कई पलथी खाता हुआ निर्माणाधीन मकान में घुस गया। हादसे में ई-रिक्शा...
दिल्ली-पलिया हाइवे पर स्थित पुवायां रोड पर हैडिल के पास रविवार को हादसा हो गया। तेज गति से आए टैंपो ने ई-रिक्शा पर टक्कर मारी, फिर कई पलथी खाता हुआ निर्माणाधीन मकान में घुस गया। हादसे में ई-रिक्शा चालक व टैंपो चालक समेत चार सवारियां घायल हो गईं। घायलों को मेडिकल कॉलेज भेजा गया। वहां ई-रिक्शा चालक की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
शहर के गदियाना मोहल्ला निवासी बबलू कुमार की उम्र तकरीबन 30 साल थी। वह ई-रिक्शा चलाकर अपना व परिवार का पेट पालता था। परिवार के कुछ सदस्य बरेली मोड़ स्थित काशीराम कालोनी में रहते हैं। रविवार की सुबह बबलू पुवायां रोड स्थित हैडिल के पास ई-रिक्शा लिए खड़ा सवारी का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान चिनौर गांव की ओर से तेज गति से आए टैंपो ने रोड किनारे खड़े ई-रिक्शा पर टक्कर मार दी। इसके बाद टैंपो कई पलथी खाता हुआ निर्माणाधीन मकान में घुस गया। हादसे को देख लोग दौड़ पड़े।
ई-रिक्शा चालक बबलू, सिंधौली निवासी टैंपो चालक गौरव, सवारी अनूप, रवि व विकास को एम्बुलेंस से मेडिकल कॉलेज के लिए भेजा। वहां डाक्टरों ने सभी का उपचार किया। थोड़ी देर बाद बबलू की सांसें टूट गईं। स्टॉफ ने शव को मॉरचरी में रखवा दिया। घायलों को वार्ड में शिफ्ट किया। जानकारी होने के बाद अस्पताल पहुंची पुलिस ने पूछताछ की। पंचनामा भरा और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजन बबलू के शव को देख बेहाल हो गए।
मेरे बेटे को लौटा दो भगवान
पुवायां रोड पर हुए हादसे की खबर सुन घायल बबलू की मां रजनी मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर पहुंची। थोड़ी ही देर बाद बबलू की सांसें टूट गई। डाक्टर ने परिवार वालों को देख कोई जबाव नहीं दिया, लेकिन रिश्तेदार को ऑफिस के अंदर बुलाकर बबलू के मरने की बात कही। दरवाजे पर खड़ी मां ने यह बात सुन ली और फर्श पर गिर पड़ी। बोली: भगवान बेटे को लौटा दो। रजनी की हालत देख उनका पति बिलख पड़ा। सीने पर हाथ रख लिया। साथ में आए लोगों ने संभाला।
तुम बिन हम कैसे जी सकेंगे
ट्रामा सेंटर में स्ट्रेचर पर बबलू लेटा हुआ था। उसके मुंह पर आक्सीजन लगी हुई थी। बबलू की पत्नी अलका उसके सीने पर हाथ रख बार-बार उसकी धड़कन देख रही थी। उसे अनहोनी की आशंका हो गई थी। लोगों के चेहरों को निहार रही थी। डाक्टर के जबाच देने पर अलका बिलख पड़ी। अलका की हालत को देख ट्रामा सेंटर में भर्ती दो महिलाएं भी रो पड़ी। जबकि वे अपनी पीड़ा से दुखी थी, लेकिन अलका की आंख के आंसुओं को देख नहीं सकीं। वहीं, मॉरचरी पर मृतक की बहन पिंकी बेहोश हो गई। साथ में आए लोगों ने सभी को संभाला और सांत्वना दी। पिंकी की हालत पागलों जैसी हो गई थी। परिजनों ने बताया कि मृतक की एक बेटी और एक बेटा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।