कार में नीली बत्ती लगाकर ज्वाइिनंग करने कलक्ट्रेट पहुंचे डिप्टी कलक्टर
प्रदेश सरकार ने वीआईपी ट्रेड भले ही खत्म कर दिया हो, लेकिन उनके अधीनस्थों में अभी भी नीली बत्ती लगाकर जलवा गांठने का चलन कम नहीं हुआ है। अलीगढ़ जिले से तबादला होकर शाहजहांपुर भेजे गए एसडीएम काली शंकर...
प्रदेश सरकार ने वीआईपी ट्रेड भले ही खत्म कर दिया हो, लेकिन उनके अधीनस्थों में अभी भी नीली बत्ती लगाकर जलवा गांठने का चलन कम नहीं हुआ है। अलीगढ़ जिले से तबादला होकर शाहजहांपुर भेजे गए एसडीएम काली शंकर वर्मा भी सोमवार को नीली बत्ती लगी कार से कलक्ट्रेट में ज्वाइनिंग करने पहुंचे।
इस दौरान गाड़ी पर लगी नीली बत्ती पर मीडिया कर्मियों की नजर पड़ गई, जिसको लेकर सवाल करने पर एसडीएम के ससुर मीडिया कर्मियों से ही भिड़ गए। शासन ने अलीगढ़ के एसडीएम कालीशंकर का तबादला शाहजहांपुर में किया गया है। सोमवार को एसडीएम अपनी निजी कार से कलक्ट्रेट पहुंचे, जिस पर नीली बत्ती भी लगी हुई थी। कार एसडीएम का साला चलाकर लाया था, उनके साथ में ससुर और गनर भी था।
शाहजहांपुर में स्थित अपनी ससुराल से सीधे कलक्ट्रेट पहुंचे डिप्टी कलक्टर की कार डीएम के पोर्टिको के सामने रुकी। गाड़ी को पोर्टिको के सामने ही खड़ी कर डिप्टी कलेक्टर गायब हो गए। जिनको ढूंढ़ने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन वह कहीं नहीं मिले। कार में बैठकर आए एसडीएम के ससुर और साले से नीली बत्ती लगाकर आने के बारे में पूछा गया, तो दोनों रौब झाड़ने लगे। एसडीएम के साले ने कहा कि नीली बत्ती लगाना अलाउ है, लेकिन ससुर बोले कि उन्हें भी पता है कि वीआईपी कल्चर खत्म हो गया है। एसडीएम उनके दामाद हैं और अभी डीएम से सिर्फ मिलने आए हैं। एसडीएम के ससुर ने पूरे रौब से कहा कि जिसे जो करना हो कर लो। इस बीच साले ने नीली बत्ती उतार कर गाड़ी के अंदर रख दी।
नीली बत्ती लगाने पर होगी कार्रवाई
एसडीएम की गाड़ी पर नीली बत्ती लगे होने पर एसपी ग्रामीण सुभाष चंद्र शाक्य ने कहा कि शासन ने वीआईपी कल्चर समाप्त कर दिया है, जिसके बाद कोई भी अधिकारी, सांसद व विधायक गाड़ी पर नीली व लाल बत्ती नहीं लगा सकता है। अगर ऐसा होता है तो उस पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।