हम हैं पूरी तरह से तैयार, जरूरत पड़ी तो सैनिक की तरह लड़ेंगे लड़ाई
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, एनसीसी कैडेट्स और स्काउट्स देश सेवा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। ऑपरेशन सिन्दूर के बाद कैडेट्स ने नियमित पूर्वाभ्यास शुरू कर दिया है। उनकी...

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में भारत पाकिस्तान के बीच तनाव पर हर किसी की नजर है। ऑपरेशन सिन्दूर के तहत आतंकी ठिकानों पर हुई कार्रवाई से सभी गदगद हैं और सेना के शौर्य की गाथा गा रहे हैं। इसके बाद ही तनाव को देखते हुए अब लोग कमर कसना शुरू कर दिए हैं। जो जिस स्तर का है अपने अनुसार देश सेवा के लिए संकल्पित है। तमाम युवा तो सेना में जाने के लिए उत्सुक हैं। उसी कड़ी में जिले के एनसीसी कैडेट्स, स्काउट, गाइड में भी खूब उत्साह है। एनसीसी कैडेट्स तो जरूरत पड़ने पर सैनिक की तरह लड़ाई लड़ने के लिए तैयार खड़े हैं।
हर रोज सुबह पूर्वाभ्यास भी कर रहे हैं। जिससे जरूरत पड़ने पर वे सेना के साथ खड़े हो सके। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने जिला मुख्यालय स्थित एचआर इंटर कॉलेज में इनके साथ संवाद स्थापित किया तो सभी ने खुलकर अपनी बात रखी। एनसीसी में हिस्सा लेने वाले प्रत्येक छात्र का सपना सैनिक बनना ही होता है। वे बचपन से ही खुद को इसके लिए तैयार करते हैं। एनसीसी कैडेट्स को सेना के अधिकारी ही प्रशिक्षिण भी करते हैं। उन्हे सैन्य सहित अन्य सभी तरह की ट्रेनिंग दी जाती है। विपरित परिस्थितियों में कैसे सेना की तरह मोर्चा सम्भालना है, इससे वे पहले से ही प्रशिक्षित हैं। ऑपरेशन सिन्दूर की जानकारी होने के बाद से ही सभी पूरी तरह से गदगद भी हैं। भारत पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव को देखते हुए ये कैडेट्स हर रोज पूर्वाभ्यास करना शुरू कर दिए हैं। जिससे जब इनकी जरूरत पड़े तो वे मोर्चा संभाल सकें। इसमें कई कैडेट्स ऐसे हैं जिन्हें निशाना लगाना और आधुनिक वैपन चलाना भी आता है। ट्रेनिंग कैंप के दौरान इनकी इसकी ट्रेनिंग दी गई है। जंगलों से लेकर पहाड़ी क्षेत्रों में किस तरह से चलना है, रहना है इन सभी के लिए वे पहले से ही तैयार हैं। एनसीसी में शामिल छात्र, छात्रा खुद को पूरी तरह से तैयार कर लिए हैं। संवाद के दौरान एचआर इंटर कॉलेज के एनसीसी कैप्टन चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि आतंकियों ने जिस तरह से पहलगाम में 26 लोगों की हत्या की थी उसका बदला हमारी सेना ऑपरेशन सिन्दूर के जरिए ले लिया है। नौ आतंकी ठिकानों का महज 20 मिनट के भीतर सेना ने अंत करते हुए अब तक की सबसे ऐतिहासिक कार्रवाई की है। हम सभी सेना के शौर्य और सरकार के त्वरित निर्णय से गौरवान्वित हैं। आतंक का सफाया होना चाहिए। इसके लिए कड़े से कड़े कदम उठाए जाएं इसमें देश का हर नागरिक साथ खड़ा है। हमारे एनसीसी कैडेट्स तो हर समय देश सेवा के लिए तैयार रहते हैं। आपदाओं के साथ ही हर विपरीत समय में ये मोर्चा संभालते हैं। तमाम धार्मिक आयोजनों में व्यवस्था संचालन का दायित्व सभी बखूबी निभाते हैं। पीड़ितों की मदद और सेवा का कार्य इनके द्वारा निरंतर किया जा रहा है। हमारे कैडेट्स पूरी तरह से प्रशिक्षित हैं। जहां भी जरूरत पड़ी हम सभी सेना के साथ लड़ाई लड़ने का काम करेंगे। सेकेंड ऑफिसर एनसीसी पुनीत कुमार त्रिपाठी ने कहा कि हमारे कैडेट्स नियमित पूर्वाभ्यास कर रहे हैं। अपने घर पर, गांव में लोगों को जागरूक करने का भी काम शुरू कर दिए हैं। किसी भी विपरीत परिस्थति में क्या करना है इसके लिए हर व्यक्ति को एलर्ट कर रहे हैं। कैडेट्स खुद बहुत उत्साहित हैं। वे सेना के पराक्रम को देख रहे हैं और उसका गुणगान करते नहीं थक रहे हैं। कैडेट्स में देश सेवा को लेकर गजब का उत्साह है। यदि जरूरत पड़ी तो हम सभी सेना के साथ खड़े रहेंगे। पूरे देश में एनसीसी कैडेट्स की संख्या कम नहीं है। सबसे अच्छी बात है कि हमारे कैडेट्स प्रशिक्षित भी हैं। एचआर इंटर कॉलेज के शिक्षक अभिषेक सिंह ने कहा कि एनसीसी, स्काउट और गाइड को हमेशा देश सेवा, विपरीत परिस्थितयों से निपटने की ट्रेनिंग ही दी जाती है। लोगों की कैसे मदद करेंगे इसको लेकर सभी पहले से प्रशिक्षित हैं। इस कारण जहां भी जरूरत होगी कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। भारत ने आतंकियों के सफाए के लिए जो कदम उठाए हैं उसकी जितनी सराहना की जाए कम है। हम सभी इससे काफी उत्साहित हैं। स्काउट गाइड भी हैं पूरी तरह से तैयार जिले में स्काउट और गाइडों की संख्या भी काफी अधिक है। ये हमेशा सेवा और सहयोग में जुटे रहते हैं। विभिन्न शिविरों के माध्यम से इन्हे टेंट निर्माण सहित कम संसाधनों में विपरीत परिस्थितियों से निपटने की ट्रेनिंग दी जाती है। ऑपरेशन सिन्दूर के बाद से ही इनमें भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रशासन द्वारा कराए गए मॉकड्रिल में भी स्काउटों के सक्रियता की सभी ने सराहना की थी। स्काउट इतने सक्रिय थे कि फायर ब्रिगेड और पुलिस कर्मियों से पहले ही बचाव कार्य शुरू कर दिए। घायलों को स्ट्रैचर पर एंबुलेंस में पहुंचाने के साथ ही छात्रों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। उनकी सक्रियता से ही अंदाजा लगाया जा सकता था कि वे कितने तैयार हैं। ऐसे में जरूरत पड़ने पर स्काउट गाइड भी कहीं भी पीछे नहीं रहेंगे। हर बड़े कार्यक्रम में लगाए जाते हैं एनसीसी कैडेट्स एचआर इंटर कॉलेज के एनसीसी कैडेट्स हमेशा अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं। बड़े आयोजनों में इनकी ड्यूटी लगाई जाती है । ये लोगों की सेवा के साथ ही व्यवस्था मेंटेन करने का भी काम करते हैं। शहर के समय माता मन्दिर में नवारत्रि के समय में इनकी ड्यूटी लगती है। ये कैडेट्स भक्तों की कतार लगवाने के साथ ही सख्ती से अनुपालन कराते हैं। इसके अलावा तामेश्वरनाथ मन्दिर सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर आयोजित धार्मिक आयोजनों में सभी मुस्तैदी से डटे रहते हैं। कोविड के समय की थी लोगों की मदद एनसीसी कैडेट्स ने कोविड के समय भी लोगों की मदद किया था। विभिन्न शहरों से पैदल, साइकिल से अपने घर लौट रहे परदेशियों को पेयजल, भोजन सहित अन्य व्यवस्था कराने में जुटे रहे। इनकी जहां ड्यूटी लगी वहीं पूरी मुस्तैदी से डटे रहे। लोगों को जागरुक करने और सतर्कता बरतने की भी जिम्मेदारी इन कैडेट्स ने निभाया था। एनसीसी कैप्टन चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि एनसीसी कैडेट्स को सैनिक की तरह ही तैयार किया जाता है। तमाम युवा यहां से ट्रेनिंग लेने के बाद आर्मी और पुलिस फोर्स में भर्ती होकर देश सेवा में जुटे हुए हैं। किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए हम सभी तैयार हैं। जहां जरूरत पड़ेगी कैडेट्स डटकर मुकाबला करेंगे। सेकेण्ड ऑफिसर एनसीसी पुनीत कुमार त्रिपाठी ने कहा कि एनीसी कैडेट्स की संख्या देश में कम नहीं है। अपने जिले में ही बड़ी संख्या में कैडेट्स हैं। वर्तमान और पूर्व के कैडेट्स सभी पूरी तरह से तैयार हैं। हर स्थिति से निपटने के लिए हम सभी बढ़चढ़कर आगे रहेंगे। लोगों की मदद के साथ ही सेना के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर चलने का काम करेंगे।
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