मनरेगा मजदूरों के मजदूरी के भुगतान निजी खाते में किया, हुई शिकायत
संतकबीरनगर जिले के सांथा ब्लाक में मजदूरों की मजदूरी ग्राम प्रधान पति के खाते में भेजी गई है, जबकि यह मजदूरों के खाते में जानी चाहिए थी। ग्रामीणों ने डीएम से शिकायत की है कि लगभग 6 लाख का भुगतान नियम...
संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के सांथा ब्लाक क्षेत्र के एक गांव में पन्द्रहवां वित्त के तहत मजदूरों की मजदूरी उनके खाते में भेजने के बजाय ग्राम प्रधान पति के खाते में ही भेज दी गई है। सरकारी धन का दुरुपयोग कर लगभग 6 लाख का भुगतान किया गया है। जानकारी होने पर नाराज आधा दर्जन ग्रामीणों ने बयान हल्फी के साथ जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
सांथा ब्लाक क्षेत्र के सौरहा निवासी मोहम्मद अनस, बिन्दलाल, राहत, जमालुद्दीन, सर्वेश शर्मा, पवन कुमार, संदीप कुमार, लालचंद शर्मा, धीरेन्द्र चौधरी, धर्मेंद्र शर्मा, नसीबुल्लाह आदि लोगों ने डीएम को बयान हल्फी के साथ शिकायती पत्र दिया है। शिकायती पत्र में कहा है कि उनकी ग्राम पंचायत की प्रधान रूबीना खातून द्वारा पंद्रहवें वित्त के तहत ग्राम पंचायत में कराए गए कार्य की मजदूरी मजदूरों के खाते में न भेजकर अपने पति निसार अहमद के खाते में भेजी गई है। जो कि नियम विरुद्ध है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से इसकी जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों ने जो शिकायत किया है उसमें कुल 26 परियोजनाओं के मजदूरी का भुगतान मजदूरों के खाता में करने के बजाय प्रधान पति के खाता में भेजे जाने की शिकायत की है। प्रधान पति के खाते में किया गया मजदूरी का भुगतान सरकारी धन का दुरुपयोग है। प्रधान पति के खाता संख्या अंतिम अंक 5253 में ग्राम पंचायत के खाता संख्या-591102010014700 से लगभग 6 लाख का भुगतान किया गया है।
ग्राम पंचायत सौरहा के प्रधान पति निसार अहमद ने कहा कि आरोप पूरी तरह से निराधार है। जिस समय यह भुगतान हुआ है, उस समय मजदूरी का भुगतान किसी के भी खाते में किया जाता था। इस साल अप्रैल से यह नियम आया है कि मजदूरी मजदूर के खाता में किया जाएगा।
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