उपेक्षा का दंश झेल रहा शहर का अचकवापुर मोहल्ला
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद नगर पालिका का अचकवापुर मोहल्ला उपेक्षित है। यहाँ की दलित बस्ती और भी बदतर स्थिति में है। चीनी मिल और टकीज के बंद होने के बाद लोगों की आय में गिरावट आई है। मोहल्ले में विकास...
संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में खलीलाबाद नगर पालिका का अचकवापुर मोहल्ला उपेक्षा का दंश झेल रहा है। पूरे मोहल्ले के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। मोहल्ले की दलित बस्ती और भी उपेक्षित महसूस कर रही है। यह मोहल्ला हाइवे के किनारे बसा हुआ है। फिर भी यहां पर विकास की वह आभा नजर नहीं आती है, जिसके लिए यह हकदार है। मोहल्ले की इस दुर्दशा के लिए कुछ तो परिस्थितियां जिम्मेदार हैं तो कुछ प्रशासनिक उपेक्षा की वजह से यह समस्याएं पैदा हुई हैं। यहां के लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं और जिम्मेदार पूरी तरह से खामोश बने बने हुए हैं। शहर के अचकवापुर मोहल्ले में पहले सुगर मिल हुआ करती थी। जब मिल चलती थी तो आय का बड़ा जरिया भी हुआ करता था। पूरी रात दुकानें चलती थीं। जलपान का काम पूरी रात चलता रहता था। यहां के लोग सड़क के किनारे दुकानें लगाया करते थे ओर लोगों की आय बढ़ जाती थी। चीनी मिल में काम करने वाले कर्मचारी भी यहीं पर किराए का मकान लेकर रहते थे।
इससे भी मोहल्ले के लोगों की आय बढ़ती जाती थी। चीनी मिल बंद होने के बाद लोगों के आय का रास्ता बंद हो गया है। इसी मोहल्ले में दो-दो टकीज हुआ करती थी। मोती थिएटर के नाम पर मोती चौराहा नाम पड़ गया ष्था। गांव से लेकर शहर तक के लोग टकीज में पिक्चर देखने के लिए आते थे। बाहर ठेले से लेकर बड़ी दुकानें यहीं होती थी। लोग पिक्चर देखने के बाद यहीं पर सामानों की खरीदारी करते थे और उसके बाद लोग घर जाते थे। यह मोहल्ला शहर का सबसे संपन्न मोहल्ला होता था।
चीनी मिल और पिक्चर हाल बंद होने के बाद इस मोहल्ले की हालत खस्ता होती गई। अब यहां के लोग अपने को उपेक्षित महसूस करते हैं। मोहल्ले के दलित बस्तियों की हालत और भी खराब है। शहर का वार्ड होने के बाद भी सड़कों पर खड़ंजा लगा हुआ है। मोहल्ले में जो नई कालोनी विकसित हुई वहां पर जल निकासी की समस्या है।
परिसीमन के बाद बढ़ गया क्षेत्रफल :
शहर के विस्तारीकरण के बाद मोहल्ले का नए सिरे से परिसीमन हुआ। इसकी वजह से मोहल्ले का क्षेत्रफल भी बढ़ गया और आबादी भी। अब इस मोहल्ले में आधा पश्चिमी बंजरिया तक का क्षेत्र आता है। मोहल्ले का क्षेत्रफल और आबादी तो बढ़ी, लेकिन सुविधाएं नदारद रहीं। विस्तारीकरण से लोगों को उम्मीद थी कि नगर पालिका की आय बढ़ेगी। लोगों की सुविधाएं बढ़ेंगी तो यहां का विकास भी होगा। पर सुविधाएं व विकास लोगों की उम्मीदों के सिवा कुछ नहीं है। लोग समस्याओं को दूर करने के लिए सभासद से लेकर अध्यक्ष तक अपनी बातें रखते रहे पर सभी कार्य भविष्य में इंतजार में ही हैं।
सभासद प्रतिनिधि पंकज मिश्र ने कहा कि वार्ड नंबर 7 अचकवापुर में नाली व सड़क की जो समस्या है उन सबके बारे में ईओ साहब और नगर पालिका अध्यक्ष को अवगत कराया हूं। लिखित, मौखिक सूचना देने के अलावा साथ में ले जाकर उन जगहों का सर्वे कराया हूं। उन लोगों के द्वारा आश्वासन दिया गया है कि जल्द से जल्द सारी समस्याओं का निदान हो जाएगा
नगर पालिका खलीलाबाद के ईओ अवधेश कुमार भारती ने कहा कि मोहल्ले के सभासद से विकास का प्रस्ताव मांग गया था। जो प्रस्ताव मिला है, उस पर जो जल्द ही अमल कर काम शुरू किया जाएगा। ताकि मोहल्ले का समुचित विकास हो सके।
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