खलीलाबाद बाईपास को भारत सरकार से मिली मंजूरी
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद शहर के बाहर-बाहर बाईपास बनने का
संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद शहर के बाहर-बाहर बाईपास बनने का रास्ता साफ हो गया है। नन्दौर से न्योरी तक हो रहे सड़क चौड़ीकरण के साथ ही बालूशासन से चकदही के बीच बाईपास बनेगा। बाईपास बनने से शहर का विस्तार तो होगा ही साथ ही जाम से भी निजात मिलेगी। दिशा की बैठक में स्वीकृति के बाद पिछले दिनों डीएम ने प्रस्ताव भेजा था। अब भारत सरकार से इसे स्वीकृति मिल गई है। छह दिसम्बर की बैठक में जिम्मेदार अधिकारियों ने इसे स्वीकृति प्रदान की। जनवरी के प्रथम सप्ताह में ही डीपीआर बनाकर भेजना है। डीपीआर बनने के साथ ही वित्तीय स्वीकृति मिल जाएगी और फिर काम आगे शुरू हो जाएगा।
जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर ने बताया कि राष्ट्रीय राज्य मार्ग संख्या 328 ए पर खलीलाबाद बाईपास का प्रस्ताव दिशा की बैठक में अनुमोदन कराने के बाद सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजा था। इस प्रस्ताव पर 6 दिसम्बर को बैठक आयोजित हुई। बैठक में इसके सभी बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने स्वीकृति प्रदान कर दिया। इसका डीपीआर बनाने के लिए अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय मार्ग खंड, लोक निर्माण विभाग के द्वारा मेसर्स प्लानिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड फर्म को जिम्मेदारी सौंपी है। इस फर्म के जनवरी के पहले सप्ताह में ही डीपीआर तैयार कर प्रस्ताव प्रस्तुत करना होगा।
शहर को जाम से मिलेगी राहत
नन्दौर, खलीलाबाद, धनघटा, रामनगर होते ही न्योरी जाने वाले मार्ग का चौड़ीकरण होना है। इसके लिए सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अभी यह मार्ग खलीलाबाद शहर के बीच से होकर गुजरता है। चौड़ीकरण के बाद इस मार्ग पर वाहनों का दबाव बढ़ जाएगा। जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर ने इसका संज्ञान लेते हुए बाईपास बनाने का प्रस्ताव तैयार कराया। उन्होंने सर्वे कराते हुए वृहद कार्ययोजना तैयार कराई । फिर दिशा की बैठक में अनुमोदित कराते हुए उसे भारत सरकार को भेजा।
यहां से होकर गुजरेगा खलीलाबाद बाईपास
खलीलाबाद बाईपास की कुल लंबाई 14.10 किमी होगी। यह 18 गांव से होकर गुजरेगा। मेंहदावल मार्ग के बालूशासन से कटकर धनघटा मार्ग के चकदही में आकर मिलेगा। इसके निर्माण के लिए कुल 63.675 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जाएगी। मार्ग बालूशासन से बेलया, बंजरिया, बघौली, सुन्दरपार, बजहा, चांदडीहा, छाछापार, सतौहा, बरहटा, औरंगाबाद, अतरौरा, चकमदरुल्लाह, जोरवा, बानभार, उस्काखुर्द, तेनुआराय, दुघरा होते हुए चकदही में आकर मुख्य मार्ग से फिर जुड़ जाएगा।
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