अभी भी खतरे के निशान से 15 सेमी ऊपर बह रही है राप्ती नदी
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में बढ़या ठाठर में राप्ती नदी
संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में बढ़या ठाठर में राप्ती नदी अभी भी खतरे के निशान से 15 सेमी उपर बह रही है। जलस्तर में धीरे-धीरे कमी हो रही है। शुक्रवार को सुबह जलस्तर खतरे के निशान 79.750 मीटर से 15 सेमी ऊपर 79.650 मीटर पर रिकार्ड किया गया है। नदी के बहने पूर्वी कछार क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। करमैनी-बेलौली बांध से सटकर बहने वाले कुछ जगहों पर कटान शुरू हो गया है। जिसकी वजह से ग्रामीण दहशत में हैं।
बढ़या में राप्ती के जलस्तर में धीरे-धीरे कमी शुरू होने से तटबंध पर तैनात ड्रेनेज खंड के अधिकारी, कर्मचारी को कुछ राहत मिली है। लेकिन कुछ जगहों पर कटान शुरू हो गई है। अतिसंवेदनशील जगहों में से एक बानडूमर गांव के सामने नदी बांध से सटकर बह रही है। जहां कटान शुरू होने से ग्रामीण दहशत में है। कटान स्थल बढ़या स्थित बाढ़ राहत केन्द्र से महज कुछ दूरी पर स्थित है। ग्रामीणों ने कटान रोकने का उपाए न किए जाने का आरोप लगाया है। करमैनी-बेलौली बांध पर मौजूद बानडूमर व आस-पास के जगहों पर रहने वाले ग्रामीण अरुण, परशुराम, गणेश, बहादुर, मतलबी ने कहा कि नदी उफान पर है। ड्रेनेज खण्ड के अधिकारी व कर्मचारी बेपरवाह बने हुए हैं। तटबंध पर कही भी सही तरीके से काम नहीं कराया गया है। सिर्फ खानापूर्ति की गई है। बानडूमर गांव के सामने कटान हो रहा है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बाढ़ के खतरे के बारे में पूछने पर कहा कि कटान से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जिसकी जगह से हम लोग नदी के रुख पर नजर बनाए हुए है। खतरे के बिन्दु से ऊपर बने रहने से करमैनी-बेलौली बांध पर खतरा बना हुआ है। बाढ़ का संकट भी बरकरार है।
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