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प्रेमानंद जी महाराज बिल्‍कुल स्‍वस्‍थ, परिक्रमा के रास्‍ते से लौटने की खबर से चिंतित हो गए थे श्रद्धालु

  • संत प्रेमानंद जी महाराज षटतिला एकादशी पर गिरिराज महाराज की 21 किलोमीटर की सप्‍तकोशीय परिक्रमा करने पहुंचे थे। लेकिन करीब 7 किलोमीटर परिक्रमा के बाद उन्‍हें थकावट होने लगी। हालांकि उनका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, संवाददाता, वृंदावनSun, 26 Jan 2025 07:10 PM
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प्रेमानंद जी महाराज बिल्‍कुल स्‍वस्‍थ, परिक्रमा के रास्‍ते से लौटने की खबर से चिंतित हो गए थे श्रद्धालु

Premanand Ji Maharaj News: प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज बिल्‍कुल स्‍वस्‍थ हैं। षटतिला एकादशी पर गिरिराज महाराज की 21 किलोमीटर की सप्‍तकोशीय परिक्रमा के आधे रास्‍ते से लौटने की खबरों से उनके अनुयायी और श्रद्धालु परेशान और चिंतित हो गए थे। खबर आई थी कि करीब सात किलोमीटर परिक्रमा होने के बाद प्रेमानंद जी महाराज को थकावट होने लगी। बड़ी परिक्रमा मार्ग स्थित गांव आन्‍यौर के गोविंद कुंड के पास से वह गाड़ी में बैठकर वृंदावन चले गए। इससे उनके अनुयायी श्रद्धालु निराश हो गए थे। प्रेमानंद महाराज के मीडिया संबंधों और संचार की देखभाल करने वाले बीनू राजपूत ने बताया कि महाराज जी बिल्‍कुल स्‍वस्‍थ हैं।

रविवार की दोपहर प्रेमानंद जी महाराज के बारे में अचानक आई इस खबर ने उनके श्रद्धालुओं को चिंता से भर दिया। जानकारी मिली थी कि प्रेमानंद जी महाराज सुबह करीब तीन बजे वृंदावन से राधाकुंड पहुंचे थे। यहां उन्होंने गिरिराज महाराज की सप्तकोसीय परिक्रमा शुरू की। उनके साथ सैकड़ों भक्त भी परिक्रमा करने चल पड़े। प्रेमानंद महाराज के दर्शन को परिक्रमा मार्ग में भक्तों का तांता लग गया। यहां उन्होंने संत गया प्रसाद की समाधि स्थल के पास गिरिराज प्रभु की शिला का गंगाजल से अभिषेक कर पूजन किया।

परिक्रमा में उनके पीछे बड़ी संख्या में भक्त चल रहे थे। वह मंजीरा, ढोलक, मृदंग बजाते हुए कीर्तन करते चल रहे थे। इस दौरान परिक्रमा मार्ग कीर्तन से गुंजायमान हो उठा। इस दौरान बड़ी संख्‍या में पुलिस बल मौजूद रहा। करीब सात किलोमीटर चलने के बाद संत प्रेमानंद महाराज को थकावट होने लगी। बताया जाता है कि प्रेमानंद महाराज किडनी सहित अन्‍य कई रोगों से जूझ रहे हैं। इसके बावजूद अपने तपबल से वह लगातार अपने अनुयायियों का मार्गदर्शन करते हैं। सुबह उनके दर्शन के लिए मार्ग पर बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु जुटते हैं।

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