पौष पूर्णिमा : गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
Sambhal News - तहसील क्षेत्र के राजघाट गंगा घाट पर पौष पूर्णिमा के अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया। श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना के बाद मेला का आनंद लिया। सुरक्षा के लिए पुलिस और गोताखोर तैनात थे,...
तहसील क्षेत्र के राजघाट गंगा घाट पर पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद पूजा-अर्चना की और गंगा घाट पर लगे मेले का आनंद लिया। गंगा घाट पर सुरक्षा के लिए 50 से अधिक पुलिसकर्मी और गोताखोर तैनात किए गए थे। गहरे पानी से बचाव के लिए घाट पर बांस-बल्ली लगाकर स्नान के लिए प्रबंध किया गया। बबराला से राजघाट तक आने-जाने वाले वाहनों के लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई। गंगा घाट पर महिलाओं के लिए कपड़े बदलने का कोई खास प्रबंध नहीं था। इस समस्या को लेकर श्रद्धालुओं ने नाराजगी व्यक्त की और प्रशासन से बेहतर व्यवस्था की मांग की। वहीं, जुनावई क्षेत्र के असदपुर गंगा घाट, साथू मणि आश्रम, और सांकरा गंगा घाट पर भी श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे के जयघोष के साथ आस्था की डुबकी लगाई। कड़ाके की ठंड और गलन के बावजूद, श्रद्धालुओं ने भोर से लेकर दोपहर तक स्नान और पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गंगा घाटों और मार्गों पर कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं दिखाई दी, जिससे ठंड से ठिठुरते लोगों को परेशानी हुई।
पौष पूर्णिमा का विशेष महत्व
हिंदू धर्म में पौष पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य, और पूजा-अर्चना से देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। मान्यता है कि इस दिन किए गए धार्मिक कार्यों से पापों का नाश और मोक्ष की प्राप्ति होती है। पौष पूर्णिमा के साथ ही माघ स्नान का भी शुभारंभ हो गया है। श्रद्धालु माघी पूर्णिमा तक प्रतिदिन गंगा स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करेंगे। प्रशासन और स्थानीय लोगों से उम्मीद है कि आगामी स्नान पर्वों पर सुविधाओं में सुधार किया जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।