साइबर क्राइम की रफ्तार तेज, दिन दर्ज हो रहे चार से पांच मामले
जनपद में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले 11 महीनों में ऑनलाइन ठगी और धोखाधड़ी के 1550 मामले दर्ज हुए हैं। प्रति दिन 4-5 मामले सामने आ रहे हैं। साइबर अपराधियों ने नए तरीकों से लोगों को...
जनपद में साइबर क्राइम का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले लगभग 11 महीनों में, जनपद के विभिन्न थानों में ऑनलाइन ठगी और धोखाधड़ी के 1550 मामले दर्ज किए गए हैं, और यह संख्या हर दिन बढ़ती ही जा रही है। 1 जनवरी से 15 नवंबर 2024 तक की स्थिति को देखें तो हर रोज़ औसतन 4 से 5 मामले दर्ज हो रहे हैं, जो साइबर अपराध के क्षेत्र में गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं। पिछले कुछ महीनों में जनपद के विभिन्न थानों में 70 वित्तीय फ्रॉड के मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें कुल 25 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की गई है। हालांकि, पुलिस ने इन मामलों में तेज़ी से कार्रवाई की है। 37 मामलों में चार्जशीट दायर कर, 9,92,416 रुपये खातों में होल्ड किए गए हैं और 4,30,112 रुपये पीड़ितों को वापस कराए गए हैं। इस कार्रवाई से यह साबित होता है कि पुलिस प्रशासन की तत्परता के बावजूद साइबर अपराधियों का नेटवर्क निरंतर सक्रिय है और ठगी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
साइबर अपराधियों की चालें : ऑनलाइन ठगी के नए तरीके
साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीकों से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। कुछ मामलों में पीड़ितों को फर्जी लॉटरी, नकली जॉब ऑफर्स, और लोन के झांसे में फंसाया गया। इसके अलावा, कुछ मामलों में पीड़ितों को उनके बैंक खातों और पिन कोड के बारे में धोखे से जानकारी हासिल कर ली गई। अधिकतर पीड़ितों ने साइबर ठगी के बाद जब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तब तक उनके खाते से पैसे उड़ चुके थे।
जागरूकता की कमी : साइलेंट किलर बन रहा साइबर क्राइम
साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक अमरीश कुमार ने बताया कि एक बड़ा कारण है जो साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं के लिए जिम्मेदार है, वह है जागरूकता की कमी। बहुत से लोग साइबर अपराधियों की चालों को पहचानने में असमर्थ रहते हैं। सोशल मीडिया, फर्जी कॉल्स और मैसेजेस के माध्यम से अपराधी अपनी घातक योजनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस प्रशासन के नेतृत्व में जागरूकता अभियान तेज किया है, और उन्होंने कई अभियुक्तों को गिरफ्तार भी किया है। बावजूद इसके, लोगों की लापरवाही और सतर्कता की कमी से अपराधी लगातार अपना काम जारी रखे हुए हैं। विभिन्न थानों ने ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के आधार पर भी कार्रवाई की है, जिसमें कुछ धनराशि को वापस किया गया है और कुछ मामलों में धनराशि होल्ड की गई है।
ऑनलाइन पोर्टल पर हुई थानेवार शिकायतें व कार्यवाही
थाना दर्ज शिकायत सॉल्प शिकायत पेडिंग शिकायत होल्ड धनराशि वापस हुई धनराशि
ऐचौंडा कंबोह 38 31 7 85398 75089
असमोली 130 124 6 456500 172000
बहजोई 173 104 67 360237 73690
बनियाठेर 63 51 12 231620 0
चंदौसी 299 180 113 1546640 532200
धनारी 62 51 11 54637 33500
गुन्नौर 132 124 8 280478 14000
हयातनगर 94 71 23 479121 17000
हजरतनगर गढ़ी 71 39 31 117700 0
जुनावई 62 55 7 113684 339
कैला देवी 52 41 7 74048 0
कुढ़फतेहगढ़ 28 21 7 41328 0
नखासा 101 66 35 152163 1500
रजपुरा 86 67 19 216110 99000
संभल 159 136 23 932461 364065
साइबर थाना - - - 799085 583450
कुल 1545 1161 376 5941211 1965833
नोट यह आंकड़े एक जनवरी 2024 से 15 नवंबर 2024 तक के हैं।
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