जिला अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या, ओपीडी 1200 पार
Sambhal News - जनपद में तापमान बढ़ने से मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। जिला अस्पताल में शनिवार को लगभग 1300 मरीज पहुंचे, जो सामान्य से अधिक है। गर्मी के कारण बुखार, जुकाम और खांसी से पीड़ित लोग बढ़...

जनपद में तापमान बढ़ने से लोगों की सेहत पर असर डालना शुरू कर दिया है। जिसकी वजह से मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। शनिवार को जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या लगभग 1300 तक पहुंच गई। जो सामान्य दिनों की तुलना में काफी अधिक थी। चिकित्सकों के अनुसार दिन में तेज गर्मी व रात में मौसम ठंडा होने की वजह से मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। जबकि जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा हीट वेब को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं। दिन में गर्मी व रात में मौसम ठंडा होने की वजह से लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है। ऐसे मौसम में लोग बीमार अधिक हो रहे हैं। जिसकी वजह से अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गर्मी की वजह से जिला अस्पताल में ज्यादा संख्या बुखार, जुकाम और खांसी से पीड़ित लोगों की रही। चिलचिलाती धूप और उमस के बीच लोग वायरल इंफेक्शन और मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, शनिवार को इमरजेंसी वार्ड में 60 मरीजों को भर्ती किया गया। जिनमें से 6 मरीजों को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। बच्चों पर भी गर्मी का खासा असर दिखाई दे रहा है। अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में 7 नवजात शिशु भर्ती हैं। जबकि पीआईसीयू में 10 बच्चों का इलाज चल रहा है। मेडिकल स्टाफ ने बताया कि गर्मी से संबंधित बीमारियों के कारण बच्चों में संक्रमण और डिहाइड्रेशन की समस्याएं अधिक देखने को मिल रही हैं। डॉ. रामलाल यादव ने बताया कि अधिक गर्मी के दौरान विशेष सावधानी बरतें। धूप में बाहर निकलने से बचें, अधिक से अधिक पानी पिएं और हल्के कपड़े पहनें। साथ ही बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। किसी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें।
अस्पताल में पर्ची बनवाने को लग रही लंबी लाइन
तापमान बढ़ने से मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। गर्मी की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं। शनिवार को जिला अस्पताल में काफी संख्या में मरीज उपचार के लिए पहुंचे। जिसकी वजह से पर्ची काउंटर पर महिलाओं व पुरुषों की लम्बी लाइन लग गई। मरीजों को घंटों लाइन में लगकर पर्ची बनवानी पड़ी। ऐसे में मरीजों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा। इसके अलावा दवाई लेने के लिए भी काउंटर मरीजों की भीड़ लगी रही और काफी देर इंतजार करने बाद दवाई मिली।
हीट वेव से निपटने के लिए खास इंतजाम
जिला अस्पताल में हीटवेव के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला अस्पताल प्रशासन ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। अस्पताल में हीटवेव से प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। तीसरी मंजिल पर चार बेड और इमरजेंसी वार्ड में दो बेड रिजर्व कर दिए गए हैं, ताकि हीट स्ट्रोक या गर्मी से प्रभावित मरीजों को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया जा सके। इसके अलावा अस्पताल में लगभग 250 आइस पैक, कूलर, जरूरी दवाएं, प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ की विशेष तैनाती की गई है।
स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी
- दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धूप में निकलने से बचें।
- हल्के और सूती कपड़े पहनें, खूब पानी पिएं और सीधे धूप के संपर्क से खुद को बचाएं।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें क्योंकि वे गर्मी के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
- ठंडे पेय पदार्थ छाछ, लस्सी, नींबू पानी आदि समय समय पर पीते रहें।
जिला अस्पताल में हीट बेव से बचने के लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं। पर्याप्त मात्रा में दवाई, आईपैक, कूलर व बैड की व्यवस्था की गई। जिससे मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो सके।
- डॉ. राजेन्द्र सिंह, सीएमएस
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