ममता बनर्जी हिंदुओं की आस्था पर चोट करना बंद करेंः आचार्य प्रमोद कृष्णम
Sambhal News - पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा महाकुंभ को 'मृत्यु कुंभ' कहने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि ममता हिंदू हैं लेकिन हिंदू आस्था पर चोट करना उनका फैशन बन गया...

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ कहे जाने पर श्री कल्किधाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी जन्म से हिंदू हैं, लेकिन हिंदू आस्था पर चोट करना उनका फैशन बन गया है। आचार्य ने कहा कि अगर कोई 'जय श्रीराम' का नारा लगाए तो ममता को चिढ़ होती है, राम मंदिर की बात करें तो गुस्सा आता है, वंदे मातरम बोलें तो ऐतराज होता है, भारत माता की जय कहें तो परेशानी होती है। जो राम के नाम से चिढ़ता है, वह महाकुंभ की महत्ता को क्या समझेगा? उन्होंने कहा कि महाकुंभ सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व है और इसका अपमान करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि सनातन पर हमला करने वाले हिंदू धर्म के बाहर के लोग नहीं, बल्कि कुछ ऐसे लोग हैं जो वोट बैंक की राजनीति के चलते सनातन को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उदाहरण देते हुए कहा कि जब देश के शीर्ष नेता खुद आस्था के इस पर्व में आकर पुण्य की डुबकी लगाते हैं, तो ममता बनर्जी जैसे नेता इसे गलत क्यों ठहराते हैं? आचार्य ने ममता बनर्जी से अपील की कि वे राजनीति छोड़कर श्रद्धा के साथ महाकुंभ में शामिल हों और वहां स्नान करें। उन्होंने राहुल गांधी, अखिलेश यादव और अन्य विपक्षी नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यदि वे नर्क से बचना चाहते हैं तो उन्हें भी महाकुंभ में आकर स्नान करना चाहिए।
आचार्य कृष्णम ने ओवैसी को दी नसीहत
श्री कल्किधाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विधान सभा में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के विरोध में नारेबाजी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल संवैधानिक पद पर हैं और गुजरात की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आचार्य ने कहा कि जो लोग राष्ट्रपति और राष्ट्र का सम्मान नहीं करते, वे राज्यपाल का सम्मान क्या करेंगे? ये संवैधानिक संस्थाओं और राष्ट्र का अपमान करते हैं। असदुद्दीन ओवैसी के संभल से पलायन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि संभल से कोई पलायन नहीं कर रहा, सिर्फ अपराधी भागे हैं। अगर ओवैसी को पलायन इतना पसंद है, तो वे पाकिस्तान, सीरिया या अफगानिस्तान चले जाएं। अगर वीज़ा और पैसों की जरूरत हो, तो कल्किधाम से व्यवस्था करवा दी जाएगी। उन्होंने ओवैसी पर तंज कसते हुए कहा कि उनके भीतर कभी-कभी जिन्ना और जिन्नात की रूह घूमती है। आचार्य ने ओवैसी को नसीहत दी कि वे संभल के लोगों की चिंता छोड़ें और खुद भारत से पलायन कर जाएं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।