संयुक्त चिकित्सालय में 50 बेड के अस्पताल का लाभ नहीं मिल पा रहा मरीजों को
संयुक्त चिकित्सालय में 50 बेड का अस्पताल बनकर तैयार है, लेकिन अग्निशमन विभाग की एनओसी और स्टाफ की कमी के कारण यह चालू नहीं हो सका है। एक वर्ष से निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन स्थानीय मरीजों को...
संयुक्त चिकित्सालय में बनकर तैयार 50 बेड का अस्पताल अभी तक चालू नहीं हो सका है, जिसके कारण स्थानीय मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। लगभग एक साल से इस अस्पताल का निर्माण कार्य चल रहा था, जो अब समाप्त हो चुका है, लेकिन कुछ आवश्यक अनुमतियां और स्टाफ की कमी के चलते अस्पताल शुरू नहीं हो पा रहा है। करीब एक वर्ष से संयुक्त चिकित्सालय में 50 बेड का निर्माण कराया जा रहा था, जोकि अब बनकर तैयार भी हो गया है। कार्यदायी संस्था ने इसका हैंड ओवर स्वास्थ्य विभाग को कर दिया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को अभी तक अग्निशमन विभाग से एनओसी नहीं मिल सकी है। इसके अलावा, इस अस्पताल के संचालन के लिए लखनऊ से नए स्टाफ की तैनाती की जानी है, जो अब तक पूरी नहीं हो सकी है। जबकि संयुक्त चिकित्सालय में पहले से ही चिकित्सकों और कर्मचारियों की कमी है। इस अस्पताल के शुरू होने से शहरवासियों और आसपास के गांवों के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी, लेकिन एनओसी और स्टाफ की तैनाती में देरी के कारण इसका संचालन शुरू नहीं हो पाया है। स्थानीय लोग लंबे समय से अस्पताल के चालू होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के लिए बेहतर उपचार मिल सके।
वर्जन-
अग्निशमन विभाग की एनओसी न मिलने और स्टाफ की तैनाती न होने के कारण अस्पताल शुरू नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में निदेशालय को अवगत करा दिया गया है और शीघ्र ही सभी समस्याओं का समाधान होने की उम्मीद है।
- डॉ. हरविंदर सिंह, चिकित्साधीक्षक
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।