कलक्ट्रेट के सभी पटलों पर ई-ऑफिस प्रणाली लागू
Sambhal News - शासन ने सरकारी विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली लागू कर दी है। अब फाइलों का आदान-प्रदान ऑनलाइन होगा, जिससे कार्य में तेजी और पारदर्शिता आएगी। यह भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में भी सहायक होगा। कर्मचारियों को...

शासन सरकारी विभागों में काम काज को पूरी तरह से ई-आफिस के जरिए करने में जुटा है। शासन स्तर पर ई-आफिस क्रियांवयन होने के बाद जिलों में भी ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जा रही है। जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कलक्ट्रेट के सभी पटलों पर ई-ऑफिस प्रणाली को लागू कर दिया है। अब फाइल लेकर दफ्तरों तक नहीं जाना होगा। पोर्टल के माध्यम से फाइलें एक से दूसरे अधिकारी तक पहुंचने लगी हैं। ई-ऑफिस के क्रियांवयन के लिए राजस्व विभाग में एडीएम वित्त एवं राजस्व तथा विकास विभाग में सीडीओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। दोनों अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों के सभी कार्यालयों में ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से काम काज करने के सख्त निर्देश दिए हैं। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व प्रदीप वर्मा ने बताया कि ई-आफिस से सरकारी कार्यों में तेजी आने के साथ ही पूरी पारदर्शिता से काम हो सकेगा। इससे भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा। साथ ही ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से कामकाज होने पर समय की भी बचत होगी। एडीएम ने बताया कि सरकारी कार्यालयों में जरूरी दस्तावेजों को सुरक्षित रखना भी आसान होगा। एक पटल से दूसरे पटल पर कंप्यूटर के माध्यम से फाइलों का आदान-प्रदान होगा। सीडीओ गोरखनाथ भट्ट ने बताया कि ई-ऑफिस पर डीएम किसी भी पत्रावली की कंप्यूटर के माध्यम से मॉनिटरिंग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि पूरी तरह से ई-ऑफिस प्रणाली क्रियांवयन होने से काफी आसानी होगी। ई-ऑफिस प्रणाली से कार्यालय के समस्त पत्र, फाइल संबंधित कार्य ऑनलाइन हो गए हैं। इससे दस्तावेज को हमेशा के लिए सुरक्षित रखने में मदद के साथ ही फाइल और कोई भी पत्र खोजने में भी आसानी होगी। इसके अलावा समय की भी बचत होगी। वहीं ई-ऑफिस प्रणाली के प्रभावी क्रियांवयन को लेकर सीडीओ की ओर से विकास विभाग में डीएसटीओ सतेंद्र कुमार व राजस्व में ईडीएम विपिन कुमार को ईएमडी नियुक्त किया गया है।
ऐसे काम करेगा ई-ऑफिस
ईडीएम विपिन कुमार ने बताया कि ई-ऑफिस का प्रयोग करने के लिए कर्मचारियों के पास आई थ्री प्रोसेसर, विंडो-10 या उससे ऊपर का कंप्यूटर होना चाहिए। इसके साथ ही 10 एमबीपीएस का इंटरनेट भी जरूरी है। ई-ऑफिस का सॉफ्टवेयर एनआइसी के नेटवर्क पर बेहतर ढ़ंग से कार्य करता है। यदि एनआइसी का इंटरनेट नहीं है तो, अधिकारियों को वीपीएन का नेटवर्क इस्तेमाल करने की सुविधा है। अधिकारी-कर्मचारी को ई-ऑफिस पर लॉग इन करने के लिए एनआइसी की ई-मेल आईडी और पासवर्ड की मैपिंग ई-ऑफिस पोर्टल पर की गई है।
पोर्टल पर प्रेषित होंगी फाइलें
अधिकारी या कर्मचारी को ई-ऑफिस से जुड़ी वेबसाइट को खोलकर मेल आईडी से लॉगिन करना है। इसके बाद ई-फाइल पर जाना है। यदि कर्मचारी को कोई पत्र भेजना है तो, कर्मचारी को रिसीट विकल्प पर क्लिक कर उस पत्र को अपलोड करते हुए नोट पर अपना मंतव्य टाइप करना है और संबंधित अधिकारी का नाम सर्च कर ऑनलाइन पत्र प्रेषित करना है। इसके बाद वह पत्र संबंधित अधिकारी की आईडी के इनबॉक्स में पहुंचेगा और अधिकारी वहां उसे देख सकेंगे।
पोर्टल पर ई-ऑफिस के माध्यम से ऑनलाइन भेजी गई पत्रावली का अवलोकन करने के बाद अधिकारी को अपने वरिष्ठ अधिकारी का मंतव्य लेना है तो, वह ले सकते हैं। इसके अलावा अपने दिशा-निर्देश अंकित करते हुए उसी कर्मचारी को ऑनलाइन पत्रावली वापस की जा सकती हैं। जिससे वह पत्र फिर से उसी कर्मचारी के इनबॉक्स में दिखाई देने लगेगा और वह संबंधित अधिकारी द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करेगा।
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