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रूद्राभिषेक के साथ आज होगा सिसौना डांडा गंगा मेले का शुभारंभ

राजपुरा में 15 नवंबर तक चलने वाले सिसौना डांडा गंगा मेले का उद्घाटन 13 नवंबर को होगा। मेले में सुरक्षा के लिए 30 गोताखोर, 32 कैमरे, और 3 ड्रोन तैनात किए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 200 नल और...

Newswrap हिन्दुस्तान, संभलTue, 12 Nov 2024 07:31 PM
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रजपुरा थाना क्षेत्र में 15 नवंबर तक चलने वाले सिसौना डांडा गंगा मेला का शुभारंभ 13 नवंबर को सुबह रूद्राभिषेक से किया जाएगा। इस धार्मिक आयोजन में जिले के आला अधिकारी, जिला पंचायत अध्यक्ष डा. अनामिका यादव और अन्य सम्मानित लोग शामिल होंगे। पूजा अर्चना का नेतृत्व पंडित शिवनानंद शास्त्री करेंगे, और इसके बाद गंगा में 51 किलो दूध अर्पित कर मेला का विधिवत उद्घाटन होगा। इस बार मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। 30 गोताखोरों को तैनात किया गया है, जिनमें से 7 जल में और 23 गंगा किनारे सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाएंगे। इसके अलावा, मेले की निगरानी के लिए 32 कैमरे और 3 ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं, जिससे पूरे मेले की सतर्क निगरानी की जा सके। मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 200 नल और 200 शौचालय बनाए गए हैं। महिलाओं के स्नान के बाद के लिए 10 चेंजिंग रूम बनाए जाएंगे। मेला परिसर में स्काउड गाइड के विद्यार्थी अपनी सेवाएं देंगे जैसे अपनो से बिछड़े बच्चो को उनके परिजनों तक पहुचना,मेला में आये बुजुर्ग श्रद्धालुओं की मदद से लेकर ट्रैफिक व्यवस्था में भी सहयोग करेंगे। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 200 मीटर लंबा घाट तैयार किया गया है, जिसे चारों ओर से बेरीकेट किया गया है। जिससे श्रद्धालु गहरे पानी में न जा सके। इस बार मेला आयोजन के दौरान सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिहाज से व्यापक तैयारी की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वे पूरी श्रद्धा और शांति के साथ इस पवित्र आयोजन का लाभ उठा सकें।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ दुकानों का आनंद उठाएंगे श्रद्धालु

मेला परिसर में एक सांस्कृतिक मंच भी तैयार किया गया है, जहां सुबह से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। दर्शकों के बैठने के लिए 1,000 कुर्सियों का इंतजाम किया गया है। साथ ही, मेले में विभिन्न दुकानों का सजना भी शुरू हो चुका है, जिनमें हलवाई, कॉस्मेटिक और बच्चों के खिलौनों की दुकानें प्रमुख हैं।

नौकाओं और जल परिवहन की भी व्यवस्था

मेले में श्रद्धालुओं के जल मार्ग से आने-जाने के लिए 4 नाव और 1 मोटरबोट 24 घंटे तैनात रहेगी। गंगा में अंदर 1 वॉच टावर और 7 बाहर बनाए जाएंगे, जिससे मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लगाई गई बसें

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेले में परिवहन निगम की ओर से एक दर्जन बसों का इंतजाम किया गया है, जो विभिन्न स्थानों से श्रद्धालुओं को मेला स्थल तक लाने और ले जाने का काम करेंगी।

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