सादातबाड़ी में डेंगू आशंकित दो महिलाओं की मौत, 150 से अधिक लोगों को बुखार
गांव में फैल रहे बुखार से ग्रामीणों में दहशत का माहौल, कई लोग निजी अस्पताल में हैं भर्ती
विकासखंड बहजोई के गांव सादातबाड़ी में बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को डेंगू आशंकित एक महिला की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि एक दिन पहले बुधवार को एक और महिला की डेंगू के चलते मौत हो गई थी। अब तक गांव में तीन महिलाओं की बुखार से मौत हो चुकी है। इसके अलावा गांव में 150 से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं। दो दिन में हुई दो मौतों के बाद गांव के लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं स्वास्थ्य विभाग गांव में शिविर लगाकर लोगों की जांच कर दवा का वितरण भी कर रहा है, लेकिन इसका कोई खास असर नहीं दिखाई दे रहा। गांव सादातबाड़ी निवासी जगतपाल यादव ने बताया कि उसकी 35 वर्षीय पत्नी पुष्पा गर्भवती थी। पत्नी को करीब छह दिन पहले उसे बुखार आया था। खून की जांच कराई तो, डेंगू की पुष्टि हुई। इसके बाद पत्नी को उपचार के लिए संभल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पत्नी ने ऑपरेशन से मंगलवार को बेटे को जन्म दिया। इसके बाद से उसकी प्लेटलेटस नहीं बढ़ सकीं। गुरुवार को सुबह अचानक से हालत बिगड़ने लगी और पत्नी ने दम तोड़ दिया। दोपहर बाद शव गांव पहुंचने पर परिवार में कोहराम मच गया।
वहीं गांव के ही साकिर ने बताया कि उसकी 35 वर्षीय पत्नी शहनाज को सात दिन पहले बुखार आया था। सामान्य बुखार मानते हुए उपचार कराया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। जांच कराने पर डेंगू की पुष्टि हुई। डेंगू होने का पता चलने पर पत्नी को संभल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां हालत में सुधार नहीं हो सका और उसकी बुधवार की दोपहर मौत हो गई। इससे पहले 25 अक्तूबर को भी सादातबाड़ी के ग्राम प्रधान की पत्नी ममता देवी की डेंगू के चलते मुरादाबाद के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। गांव में हुईं तीन मौतों से लोगों में भय व्याप्त है।
परिवार में मचा कोहराम
बहजोई। सादातबाड़ी में डेंगू के चलते हुई महिला पुष्पा की मौत के बाद जैसे ही शव गांव पहुंचा तो, परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। ग्रामीणों का कहना था कि परिवार पर दुख का पहाड़ टूट गया। महिला के एक चार साल व दूसरी 12 साल की बेटी है। इसके अलावा तीन दिन पहले महिला ने बेटे को जन्म दिया था। अब बच्चों के लालन-पालन पर संकट रहेगा।
गांव में पसरी है गंदगी
बहजोई। गांव सादातबाड़ी में फैल रहे बुखार के प्रकोप के बीच ग्रामीणों का कहना था कि गांव में नियमित साफ-सफाई नहीं हो रही है। इससे बीमारी फैल रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाए गए कैंप में दवा दी जा रही है, लेकिन उससे कोई लाभ नहीं हो रहा है। गांव में बुखार से पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
डेढ़ सौ से अधिक बुखार से पीड़ित
बहजोई। गांव सादातबाड़ी में डेढ़ सौ से अधिक लोग बुखार की चपेट में हैं। डेंगू से हुईं तीन मौत के बाद ग्रामीणों में भय व्याप्त है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी गांव में शिविर लगाकर लोगों की जांच कर रहे हैं। गुरुवार को शिविर में 190 लोग पहुंचे। इनमें 153 बुखार से पीड़ित थे। स्वास्थ्य टीम ने सभी की जांच के लिए ब्लड के सैंपल एकत्र किए। साथ ही लोगों को घरों में साफ-सफाई समेत पानी एकत्र न होने देने को लेकर भी जागरूक किया।
वर्जन-
गांव सादातबाड़ी में लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीम शिविर लगाकर लोगों की जांच कर दवा का वितरण कर रही है। इसके अलावा लोगों को अपने घरों समेत आसपास साफ-सफाई रखने तथा घर में फ्रिज आदि में पानी एकत्र न होने देने को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है।
- डा. तरुण पाठक, सीएमओ, संभल।
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