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कई शहरों में मिठास घोल रही चन्दौसी की गजक-रेवड़ी

Sambhal News - चन्दौसी की गजक और रेवड़ी की मिठास ने लोगों का दिल जीत लिया है। यहां की गजक में शुद्ध गुड़, तिल, मावा और घी का इस्तेमाल होता है। अक्तूबर से फरवरी तक चलने वाले गजक के सीजन में रोजाना तीन से चार कुंतल...

Newswrap हिन्दुस्तान, संभलTue, 7 Jan 2025 01:13 AM
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शहर की गजक और रेवड़ी की मिठास दूर-दूर तक लोगों का दिल जीत रही है। यहां की गजक का स्वाद न केवल स्थानीय लोगों के बीच बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों और विदेशों में भी अपनी पहचान बना चुका है। चन्दौसी की गजक का इतिहास दशकों पुराना है। यहां बनने वाली गजक में शुद्ध गुड़, तिल, मावा और घी का इस्तेमाल किया जाता है, जो इसे खास बनाता है। चन्दौसी में गजक की लगभग 20 वैरायटी बनाई जाती हैं, जिनमें गुड़ गजक, चीनी गजक, मावा गजक, ड्राई फ्रूट गजक और तिलपट्टी प्रमुख हैं। गजक का सीजन अक्तूबर से फरवरी तक चलता है। सर्दियों के इन महीनों में गजक की मांग चरम पर रहती है। एक अनुमान के मुताबिक, चन्दौसी में रोजाना तीन से चार कुंतल गजक की बिक्री होती है, जिससे प्रतिदिन लगभग 90,000 से लेकर एक लाख रुपये का कारोबार होता है। फव्वारा चौराहे पर स्थित गजक की दुकान के स्वामी राहुल यादव बताते हैं कि चन्दौसी की गजक की मांग विदेशों तक है। यहां के लोग जब भी विदेशों में जाते हैं, तो गजक को एक खास तोहफे के रूप में ले जाते हैं।

देश-विदेश में मशहूर गजक

चन्दौसी की गजक और रेवड़ी का स्वाद न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, बिहार, पंजाब, मुंबई और दिल्ली तक अपनी पहुंच बना चुका है। जो भी व्यक्ति चन्दौसी आता है, वह यहां की गजक और रेवड़ी को अपने साथ ले जाना नहीं भूलता। रेलवे प्रशिक्षण संस्थान में ट्रेनिंग के लिए देशभर से आने वाले ट्रेनीज भी चन्दौसी की गजक का स्वाद चखते हैं और इसे अपने घर ले जाते हैं। कई विदेशी रिश्तेदारों के लिए यहां की गजक एक खास तोहफा होती है। दुबई, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों में भी चन्दौसी की गजक का स्वाद पहुंच चुका है।

गजक के कारोबार से 200 लोगों को मिला रोजगार

चन्दौसी में गजक के कारोबार से लगभग 200 लोगों को रोजगार मिला हुआ है। यहां के कारीगर न केवल स्थानीय स्तर पर काम करते हैं, बल्कि बरेली, हाथरस, बदायूं जैसे शहरों में भी जाकर गजक और रेवड़ी बनाने का काम करते हैं। कई जगहों पर ‘चन्दौसी की गजक और रेवड़ी के नाम से दुकानें संचालित की जा रही हैं। गजक और रेवड़ी न केवल स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हैं। तिल और गुड़ से बनी गजक ऊर्जा का अच्छा स्रोत है और सर्दियों में शरीर को गर्म रखने में मदद करती है।

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