कॉमन करैत ने स्नैकमेन को डंसा, रेस्कयू के बाद उपचार कराया
सांप के काटने के बाद भी जाबुल ने हार नहीं मानी और इंडियन कॉमन करैत को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया। इसके बाद वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया और उसका उपचार कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि जाबुल की...
सांप के काटने के बाद भी जाबुल ने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मशक्कत के बाद इंडियन कॉमन करैत के जोड़े का रेस्कयू किया और उसे जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया। उसके तुरंत बाद स्नैकमेन जाबुल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर अपना उपचार कराया। सीएचसी में उसका उपचार पूरा होने तथा हालत में सुधार होने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
थाना धनारी क्षेत्र के गांव सिरौरा काजी में एक कुंए में एक नीलगाय व दो सांप देखे गए। जैसे ही ग्रामीणों की नजर इस पर पड़ी तो, ग्रामीणों ने वन विभाग समेत स्नैकमेन को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने पर गांव पहुंची वन विभाग की टीम ने रेस्कयू कर नील गाय को कुंए से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस बीच थाना हयातनगर के गांव बबैना निवासी स्नैकमेन जाबुल गांव पहुंचा और कुंए में से सांप को बाहर निकालने के प्रयास शुरू किए गए। उसने अपनी स्टिक से एक सांप को कुंए से बाहर निकाला। इसकी पहचान सबसे जहरीले सांप इंडियन कॉमन करैत के रूप में हुई। इसके बाद दूसरे सांप को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया।
उधर, दूसरे सांप को भी कुंए से बाहर निकाल लिया गया। इसी बीच रेस्कयू के दौरान कॉमन करैत ने जाबुल पर हमला बोल दिया और उसके बाएं हाथ की हथेली में डंक मार दिया। सांप के काटने के बाद भी जाबुल ने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मशक्कत कर कॉमन करैत का रेस्कयू कर लिया। दोनों सांप को कब्जे में लेकर जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया। इसके तुरंत बाद हालत बिगड़ने पर स्नैकमेन को ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। चिकित्साधीक्षक डॉ.विरास ने बताया कि जाबुल की हालत ठीक है। उपचार पूरा होने के बाद उसे छुटटी दी गई है।
सबसे जहरीला सांप है कॉमन करैत
बहजोई। जाबुल ने बताया कि उसने झारखंड के वाजीदा स्नैक्स एक्सपर्ट संस्थान से सांप को पकड़ने का प्रशिक्षण लिया है। अब तक वह सैकड़ों सांपों का निशुल्क रेस्कयू कर चुका है। उसने बताया कि कॉमन करैत सांप सबसे अधिक जहरीले सांपों में से है। रेक्सयू करते समय सांप ने उसके हथेली पर काट लिया। पकड़ने के बाद उसने बिना देरी किए सीधे अस्पताल पहुंचकर अपना उपचार कराया। जाबुल ने आम लोगों से भी आह्वान किया कि कभी भी कोई सांप काट ले तो, अंधविश्वासों में पड़ने के बजाय सीधे अस्पताल जाकर इलाज कराएं।
सीएचसी बना स्नैक वाइट ट्रीटमेंट सेंटर
बहजोई। सीएचसी पर गुरुवार को पहुंचे स्नैक वाइट के चार मरीजों का उपचार कर ठीक किया गया। चिकित्साधीक्षक डॉ.विरास ने बताया कि सांप काटने के बाद समय से अस्पताल पहुंचने वाले लोगों का एंटी स्नैक वेनम से उपचार किया जाता है। संभल समेत आसपास के जिले बदायूं, बुलंदशहर से सही समय पर अस्पताल आने वाले करीब 90 से अधिक लोगों का उपचार कर जान बचाई गई है।
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