संभल हिंसा में पाकिस्तान और यूएस में बनी 9 एमएम की गोलियों का इस्तेमाल, कई खोखे बरामद
संभल हिंसा में विदेशी कनेक्शन के भी सबूत मिले हैं। एसआईटी और फोरेंसिक टीम ने हिंसाग्रस्त इलाके में जांच पड़ताल के दौरान पाकिस्तान और यूएसए में बने गोलियों के खोखे बरामद किए हैं।
संभल हिंसा में विदेशी कनेक्शन के भी सबूत मिले हैं। एसआईटी और फोरेंसिक टीम ने हिंसाग्रस्त इलाके में जांच पड़ताल के दौरान पाकिस्तान और यूएसए में बने गोलियों के खोखे बरामद किए हैं। ये खोखे उन स्थानों से बरामद हुए हैं जहां पर गोली लगने से युवकों की मौत हुई थी। संभल के पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित एसआईटी ने जांच शुरू की तो नाले और कूड़े के ढेर से कुल छह कार्टेज बरामद हुए हैं। 9 एमएम का खोखा पाकिस्तान आर्डिनेंस फैक्ट्री का बना हुआ है। इसका इस्तेमाल पाकिस्तान की सेना करती है। इसके अलावा अमेरीका में बने 12 बोर के विंचेस्टर कारतूस का भी खोखा बरामद हुआ है।
एसआईटी ने मेटल डिटेक्टर की मदद से कुल छह खोखे और मिस फायर्ड कारतूस बरामद किए हैं। इन कारतूसों के बरामदी से पुलिस प्रशासन में भी खलबली मच गई है। एसपी ने कहा कि यह बेहद गंभीर और चौंकाने वाला मामला है। अंधेरा होने से अभी जांच रुक गई है। अब कल यानी बुधवार को जांच फिर शुरू होगी। एसआईटी ने जांच में नगर निगम से भी मदद मांगी है। घटना के पास लगे सीसीटीवी तोड़ दिए गए थे। डीवीआर से मदद नहीं मिल सकी है।
एसपी संभल केके बिश्नोई ने कहा कि जिस स्थान पर एक शव मिला था, फोरेंसिक टीम और नगर निगम को आज एक फायर्ड केस POF 9mm 68-26, एक FN स्टार केस मिला। इस पर स्ट्राइकर पिन का निशान है। एक मेड इन यूएसए 12 एमएम बोर के कारतूस मिला। इनमें से कोई भी बोर पुलिस का नहीं है। कुल 6 चले हुए कारतूस मिले हैं।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि एसआईटी टीम ने मंगलवार शाम चार बजे सर्च ऑपरेशन शुरू किया। मेटल डिटेक्टर टीम को पहले 312 बोर के दो खोखे मिले। उसके बाद टीम सतर्क हो गई और पूरे क्षेत्र में सघन अभियान चलाया। इसी दौरान सरकारी स्कूल के परिसर के कोने में पुलिस को दो कार्टेज मिले। एक कार्टेज पर पीओएफ 9 एमएम 68-27 लिखा था, जोकि पाकिस्तान में बना था। वहीं दूसरे कार्टेज पर एफएन लिखा था। इन दोनों अक्षरों के बीच में स्टार बना था। यह भी अमेरिका में बना हुआ था। इसके अलावा पिस्टल के दो और कार्टेज टीम ने नालियों से बरामद किए। छह में से एक विदेशी कारतूस ऐसा भी मिला जिसे फायर तो किया गया लेकिन वह मिस हो गया। विदेशी कारतूसों के मिलने से मामले की संवेदनशीलता बढ़ गई है।
क्षेत्र में बढ़ाई गई निगरानी
संभल। संभल हिंसा में विदेशी कारतूसों के इस्तेमाल की बात सामने आने के बाद पुलिस ने मस्जिद और आसपास के इलाके में निगरानी बढ़ा दी है। सर्च अभियान के दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों का सहारा लिया जा रहा है। पुलिस ने इलाके में डेरा डाल रखा है और हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस बरामद कारतूसों की फोरेंसिक जांच करा रही है। सर्च ऑपरेशन के दौरान सीओ अनुज चौधरी, सीओ असमोली आलोक सिद्धू भी मौजूद रहे।
एसपी ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है, आज एसआईटी टीम ने फोरेंसिक टीम और नगर पालिका के कर्मचारियों को साथ लेकर सर्च अभियान चलाया। इस दौरान पीओएफ का 9 एमएम का कार्टेज मिला। दूसरे कार्टेज पर एफएन लिखा है और स्टार भी लगा है। लाल रंग के 12 बोर के कारतूस पर विनचस्टर मेड इन यूएसए नंबर 12 सुपर लिखा है। उपद्रवियों ने जिम के पास लगे सीसीटीवी को तोड़ दिया था। लेकिन डीवीआर ले ली गई। डीवीआर में भीड़ के एकत्र होने तक की फुटेज है। पुलिस अब अन्य सीसीटीवी को बारीकी से जांच कर रही है। एसआईटी व फोरेंसिक टीम की जांच बुधवार को भी जारी रहेगी।
गौरतलब है कि 24 नवंबर को संभल जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा में चार युवकों की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चारों की मौत गोली लगने से हुई बताई गई थी। अधिकारियों ने उस समय भी दावा किया था कि पुलिस ने गोली नहीं चलाई है। अब विदेशी गोलियों के खोखे बरामद होने से पुलिस के दावे सच साबित हो रहे हैं। इसके साथ ही मामला गंभीर भी हो गया है। जो गोलियां पाकिस्तान की सेना इस्तेमाल करती है उनका संभल में आम लोगों तक पहुंचना बेहद खतरनाक माना जा रहा है।