Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Sambhaal tour of SP leaders postponed due to this decision claim of talks and assurance with DGP

सपा नेताओं का संभल दौरा स्थगित, इस वजह से फैसला, डीजीपी से बातचीत और आश्वासन का दावा

समाजवादी पार्टी की संभल यात्रा स्थगित हो गई है। शाही जामा मस्जिद परिसर में सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा की हकीकत जानने लिए सपा प्रमुख ने चुनिंदा नेताओं की टीम बनाकर संभल जाने और सभी से बातचीत कर जानकारी लेने का आदेश दिया था।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तान, लखनऊTue, 26 Nov 2024 04:09 PM
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समाजवादी पार्टी की संभल यात्रा स्थगित हो गई है। शाही जामा मस्जिद परिसर में सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा की हकीकत जानने लिए सपा प्रमुख ने चुनिंदा नेताओं की टीम बनाकर संभल जाने और सभी से बातचीत कर जानकारी लेने का आदेश दिया था। इसी के तहत माता प्रसाद के नेतृत्व में सपा की टीम संभल जाने वाली थी। सपा नेता माता प्रसाद पांडेय ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार से बातचीत के बाद पार्टी ने संभल का प्रस्तावित दौरा स्थगित कर दिया है।

उन्होंने कहा कि आज सुबह 10 बजे संभल के लिए रवाना होना था, लेकिन इस बीच मेरी पुलिस महानिदेशक से बातचीत हुई। हमने उनसे कहा कि हमारे लोगों को फंसाया जा रहा है, यहां तक कि जो लोग वहां मौजूद नहीं थे, उनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसलिए, पुलिस महानिदेशक ने मुझे मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच का आश्वासन दिया है।

पांडेय ने कहा कि उन्होंने मुझे अगले तीन दिनों तक वहां नहीं जाने को कहा और उसके बाद हम वहां जा सकते हैं। उन्होंने मुझे निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। इसलिए, उनके आश्वासन और आग्रह के बाद, हमने यहीं रुकने का फैसला किया है। संभल जिला प्रशासन ने जिले में निषेधाज्ञा लागू कर रखी है और 30 नवंबर तक वहां बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक है।

इससे पहले समाजवादी पार्टी ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार सपा का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को संभल जाकर, वहां हुई हिंसा की घटना के बारे में जानकारी लेगा और राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेगा।

पार्टी के पोस्ट में कहा गया था कि यह प्रतिनिधिमंडल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में गठित किया गया है, जिसमें विधानपरिषद के नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव और राज्यसभा सदस्य जावेद अली समेत कई प्रमुख नेता शामिल किये गए हैं।

मस्जिद परिसर के सर्वेक्षण संबंधी अदालती आदेश को लेकर रविवार को हुई झड़प में चार लोगों की मौत हो गयी और पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए। स्थानीय अदालत में दायर एक याचिका में दावा किया गया है कि मस्जिद की जगह पर पहले एक मंदिर था। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि मुगल काल में मंदिर तोड़कर वहां मस्जिद बना दी गयी।

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