जहर खाने वाले परिवार में बेटे के बाद मां ने भी तोड़ा दम
Saharanpur News - सहारनपुर में एक दिव्यांग दंपति ने कर्ज के बोझ तले दबकर अपने बच्चों के साथ जहर खा लिया। इलाज के दौरान महिला और उनके डेढ़ वर्षीय बेटे की मौत हो गई, जबकि पति और दो बच्चों की हालत गंभीर है। एंबुलेंस की...
सहारनपुर कर्ज में डूबे दिव्यांग दंपति के परिवार सहित जहर खाने के मामले में मंगलवार को बेटे के बाद महिला ने भी दम तोड़ दिया। जबकि पति व दो बच्चों की हालत नाजुक बनी है। तीनों का दिल्ली में उपचार चल रहा है।
थाना देहात कोतवाली क्षेत्र के नंदी फिरोजपुर निवासी विकास(45), उसकी पत्नी रजनी (35)और बच्चों परी (06), पलक (03) और विवेक (डेढ़ वर्ष) देहरादून हाईवे पर सोमवार सुबह बेसुध हालत में मिले थे। नजदीक में ही उनकी बाइक खड़ी थी। हाईवे से गुजर रहे कुछ राहगीरों ने उनसे पूछताछ की तो दंपति ने बताया कि उन्होंने बच्चों सहित जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया है। बाइक सवारों ने वहां से गुजर रही कार को रुकवाकर दंपति और बच्चों को हरोड़ा सीएचसी भेजा तो सीएचसी पर चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। वहां से सभी को दिल्ली रेफर कर दिया था। वहां उपचार के दौरान डेढ़ वर्षीय बेटे विवेक ने देर शाम दम तोड़ दिया था, वहीं महिला रजनी उम्र 32 वर्षीय ने मंगलवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि विकास व उसके दो बच्चों की हालत नाजुक है।
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भीम आर्मी ने जाना हाल
भीम आर्मी के राष्ट्रीय महासचिव कमल वालिया अस्पताल में पहुंचे, उन्होंने परिजनों से बात की और आरोप लगाया कि एंबुलेंस में देरी के कारण समय से बेहतर उपचार नहीं मिल पाया। यह भी मौत की वजह बनी।
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कर्ज लेकर बाइक, एलईडी, फ्रिज खरीदे, रोजगार नहीं किया शुरू
प्राथमिक जांच में आया कि विकास मोची का काम करता था, जिसने चार से पांच फाइनेंस कंपनियों से ब्याज पर कर्ज लिया था। हालांकि इस कर्ज से कोई अन्य रोजगार शुरू करने की बजाय बाइक, एलईडी और फ्रिज आदि सुविधाओं पर खर्च किया। वह किस्त नहीं चुका सका और कर्ज पांच लाख तक पहुंच गया। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि उन पर कंपनी के कर्मचारी दबाव डाल रहे थे। वहीं, दंपती के दिव्यांग होने के चलते उन्हें दिव्यांग पेंशन और राशन भी मिल रहा था।
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एंबुलेंस में देरी पर शासन सख्त, बैठायी जांच
जहर का सेवन करने के बाद परिवार के सदस्यों को हायर सेंटर रेफर करते समय एंबुलेंस की देरी पर शासन ने जांच बैठा दी है। शासन के आदेश मिलने के बाद डीएम ने सीएमओ को जांच कर रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए।
परिवार के पांचों सदस्यों को हायर सेंटर रेफर करने के बाद 108 एंबुलेंस को बुलाया गया था। जिसमें चालक काफी देर तक खड़ा रहा। जानकारी करने पर मालूम हुआ कि लखनऊ से आइडी पासवर्ड नहीं मिला है। आइडी पासवर्ड मिले बिना वह चल नहीं सकते। जिसके चलते एंबुलेंस करीब 20 मिनट की देरी से रवाना हुई। मामले में शासन ने संज्ञान लिया और जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिये। डीएम ने सीएमओ को जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश जारी किए।
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एंबुलेंस देर से रवाना होने के मामले में जांच बैठा दी गयी है। सीएमओ को जांच के आदेश दिए है। सीएमओ की रिपोर्ट मिलने के बाद शासन को भेजी जाएगी।
मनीष बंसल, डीएम, सहारनपुर
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