कोरोना संक्रमण में शताब्दी-मेल के चालक दौड़ा रहे मालगाड़ियां
कोरोना संक्रमण में शताब्दी-मेल के चालक दौड़ा रहे मालगाड़ियां
सहारनपुर। संवाददाता
कोरोना काल सभी के लिए चुनौती बना। क्षेत्र कोई भी हो। पर संक्रमण संकट से जूझने वाले लोग योद्धा बनकर उभरे। देशभर में रेल सेवा बंद हुई मगर जरूरतमंदों के लिए ट्रेन चलाने में सहारनपुर के ड्राइवरों ने अहम भूमिका निभाई। शताब्दी-मेल एक्सप्रेस के चालक पटरी पर मालगाड़ियों को दौड़ा रहे हैं। शेड्यूल के अनुसार सभी की ड्यूटी लगाई जाती हैं।
सहारनपुर रेलवे स्टेशन ए श्रेणी का है। लॉकडाउन से पहले स्टेशन से अप डाउन में 159 ट्रेनें गुजरती थी। लेकिन जब से लॉकडाउन लगा तो ट्रेनों के पहिए थम से गए थे। प्रवासियों को गृह जनपद भेजने के लिए कुछ ट्रेनों का संचालन किया। फिर बंद कर दिया। अनलॉक लगने पर कुछ ट्रेनें शुरू की गई। लेकिन लॉकडाउन में मालगाड़ियों का संचालन नियमित रूप से जारी रहा।
मालगाड़ियों से रेलवे ने पिछले साल से अधिक माल ढुलाई की और राजस्व में रिकॉर्ड तोड़ा। खास बात यह है कि सहारनपुर से शताब्दी, हावड़ा मेल, जनसेवा, छत्तीसगढ़, सुपर एक्सप्रेस, शालीमार, नौचंदी समेत आदि ट्रेनों के चालकों ने मालगाड़ी चलाकर कोरोना योद्धा के रूप में उभरे। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, सहारनपुर में 40 मेल-एक्सप्रेस और 60 पैंसेजर ट्रेनों के चालक हैं। जिन्हें शेड्यूल के अनुसार मालगाड़ियों पर भेजा जाता है।
0-फैक्ट फाइल
मेल-एक्सप्रेस के चालक-----40
पैसेजर के चालक----------60
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कोरोना काल में शताब्दी-मेल एक्सप्रेस के चालक मालगाड़ियों को दौड़ा रहे हैं। इनकी ड्यूटी शेड्यूल के अनुसार लगाई जाती हैं। इनमें 40 चालक मेल-एक्सप्रेस के हैं और 60 पैसेजर के हैं। जब तक ट्रेनों का संचालन पूरी से नहीं हो जाता तब तक व्यवस्था बनाकर रखी जाएगी।
- अनिल कुमार त्यागी, डिप्टी स्टेशन अधीक्षक, रेलवे
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