भगवान राम के जन्मोत्सव का मनोहारी वर्णन
Saharanpur News - देवबंद के श्री गीता भवन में आयोजित श्रीराम कथा में संत प्रियदास महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा सुनने वालों का नित्यकर्म नष्ट नहीं होता है। उन्होंने श्रीराम जन्मोत्सव का वर्णन करते हुए भक्ति के महत्व को...
देवबंद श्री गीता भवन में आयोजित श्रीराम कथा में कथाव्यास संत प्रियदास महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा सुनने वालों का नित्यकर्म नष्ट नहीं होता है। इस दौरान कथाव्यास ने श्रीराम जन्मोत्सव का मनोहारी वर्णन किया।
कथाव्यास ने कहा कि श्रीराम श्याम की कथा में गंगा, जमुना, गोदावरी और सिंधु आदि नदियां विराजती हैं। थोड़ा भी बंधन वहां नहीं है। कहा कि दुख का लेश मात्र भी वहां प्रवेश नहीं है। पुर्नजन्म का यहां निवारण होता है। भवरोग की रामबाण दवा श्रीराम कथा ही है। प्रियदास महाराज ने कहा कि श्रीराम का भजन करने से मनोरथों की सिद्धी प्राप्त होती है। इस दौरान कथा में प्रस्तुत भजनों से वातावरण भक्तिमय हो गया। भजन का श्रवण कर श्रद्धालु झूम उठे। कथा पूजन पंडित विनय प्रकाश तिवारी ने संपन्न कराया। संचालन सुधीर गर्ग ने किया। शुक्रवार को कथा के यजमान सोमनाथ गुप्ता रहे। जबकि प्रसाद वितरण अमित गुप्ता ने किया। इस दौरान डा. कांता त्यागी, मीरा देवी, मधु शर्मा, विमला देवी, मंजू शर्मा, सुदेश शर्मा, श्रवण सिंघल, संतोष शर्मा, पंकज गोयल, सुनील कर्णवाल और राजकुमार जाटव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
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