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बोले सहारनपुर: खस्ताहाल सड़कें और लबालब नाले नुमाइश कैंप की पहचान

Saharanpur News - सहारनपुर, संवाददाता। महानगर का वार्ड नंबर 42 नुमाइशकैंप अति महत्वपूर्ण है। क्योंकि, इस वार्ड की

Newswrap हिन्दुस्तान, सहारनपुरMon, 17 Feb 2025 08:37 PM
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बोले सहारनपुर: खस्ताहाल सड़कें और लबालब नाले नुमाइश कैंप की पहचान

सहारनपुर। महानगर का वार्ड नंबर 42 नुमाइशकैंप अति महत्वपूर्ण है। क्योंकि, इस वार्ड की सात कॉलोनियों में 20 हजार की आबादी वास करती है। ऐसे में चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के लिए भी यह वार्ड अहम हो जाता है। चुनाव में राजनीतिक दलों के प्रत्याशी तमाम दावे करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वायदों को भूल जाते हैं। इसको लेकर लोगों में जनप्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी है। यहां के लोग दूषित पेयजल, जलभराव, गंदगी के ढेर, अटे पड़े नाले नालियों, टूटी सड़कों, पार्क न होने, पथ प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था न होने की वजह से लंबे समय से परेशानी झेल रहे हैं। इनकी शिकायत शहर की सरकार नहीं सुन रही है। क्षेत्रवासी आरोप लगा रहे हैं कि नगर निगम के अधिकारी और जनप्रतिनिधि लापरवाह बनते हुए हैं। इतने बड़े वार्ड की अनदेखी की जा रही है। सिर्फ खोखले दावे किए जाते हैं। मुख्य सीवर लाइन चौक है, जिसकी वजह से सड़कों पर गंदगी फैल जाती है। क्षेत्र में आवारा कुत्तों का भी आतंक है। नागरिकों की सुनने वाला कोई नहीं है। लापरवाही का आलम यह है कि 26 सफाई कर्मचारियों में से मात्र नौ ही ड्यूटी पर आते हैं।

नुमाइशकैंप निवासी और पूर्व पार्षद विजय कालड़ा, लक्ष्मण शर्मा और गौरव ठकराल का कहना है कि सहारनपुर स्मार्ट सिटी में शामिल है। हमारा वार्ड महानगर के सभी वार्डों मुख्य है, यहां की आबादी सबसे ज्यादा है, लेकिन इसके बाद भी वार्ड के लोगों को मूलभूत सुविधाएं ही पूरी तरह नहीं मिल पा रही है। वार्ड में नुमाइशकैंप सहित संतनगर, सेतिया विहार, शक्तिनगर, वाल्मीकि बस्ती, नंद विहार, कंपनी बाग का अंदरूनी इलाका आता है। इन सभी कॉलोनियों की अधिकांश गलियों में सड़कें टूटी पड़ी है, जिसकी वजह से कई बार वाहन फिसलने की वजह से लोग चोटिल हो जात है। आलम यह है कि टूटी सड़कों पर थोड़ी देर की बारिश में कीचड़ फैल जाता है और जलभराव होता है। हालात ऐसे हैं कि, गंदा पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। कहने को स्ट्रीट लाइटें लगी है, लेकिन अधिकांश इलाकों में स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं, जिसकी वजह से रात में इन इलाकों में अंधेरा छाया रहता है। कई जगहों पर हैंडंपंप खराब पड़े हैं। धार्मिक स्थलों के आसपास भी कूड़ा फैला रहता है। वार्ड में एक ही पार्क है, जो बदहाल है। पार्क में न वॉकिंग ट्रैक बना है और न ही लोगों के बैठने की व्यवस्था है, जबकि वार्ड में कई पार्कों की आवश्यकता है। 20 हजार की आबादी सिर्फ 26 सफाई कर्मचारी तैनात है। लापरवाही का आलम यह है कि इनमें भी आते सिर्फ नौ ही हैं। आवारा कुत्तों ने आतंक मचा रखा है, जो लोगों को काटकर जख्मी कर देते हैं। इन कुत्तों को पकड़ने के लिए भी नगर निगम की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है। नाले और नालियां एवं मुख्य सीवर लाइन गंदगी से अटी पड़ी है, जिसकी वजह से गंदा पानी घरों और गलियों में भर जाता है। कुछ इलाकों को छोड़कर बारिश में जलभराव की वजह से लोगों के घरों के अंदर पानी घुसने से गंदगी फैल जाती है। नगर निगम में कई बार लोग शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। नागरिकों की परेशानी के प्रति नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी पूरी तरह लापरवाह बने हैं। चुनाव के दौरान कई बार क्षेत्र के लोग राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों का बहिष्कार भी कर चुके हैं, लेकिन वार्ड महत्वपूर्ण होने की वजह से राजनीतिक दलों के नेता ऐसी स्थिति में लोगों की समस्याओं का पूरी तरह समाधान कराने का आश्वासन चुनाव के दौरान देते हैं। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि चुनाव जीतने के बाद जनप्रितिनिधि अपने वायदों को पूरा नहीं करते हैं। वार्ड में सुभाष गंगा वाली गली, विक्की मदान वाली गली, कपिल टक्कर वाली गली की हालत तो सबसे ज्यादा खराब है। वहीं, बिजली के तारों का जंजाल है। घरों के आसपास बिजली के तार लटक रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसकी शिकायत लोग नगर निगम और विद्युत निगम से कर चुके हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी है। कई जगहों पर जर्जर खंभे हैं, जो हवा में हिलने लग जाते हैं। कई बार विद्युत लाइनें टूटकर भी गिरी हैं। इससे लगता है कि अधिकारियों को हादसे का इंतजार है। उधर, क्षेत्रवासियों में नगर निगम के अधिकारियों और जनप्रितिनिधियों के खिलाफ आक्रोश बना है।

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समस्याएं:

-मुख्य सीवर लाइन चौक पड़ी है।

- नाले व नालियां गंदगी से अटी हैं।

- नियमित सफाई नहीं होती है।

- जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हैं।

- स्ट्रीट लाइटें खराब हैं।

- वार्ड में पार्क नहीं बने हैं।

- टूटी सड़कों की वजह से लोग परेशान हैं।

- दूषित पेयजल टंकियों में आता है।

- गंदगी से संक्रामक रोग फैलने का खतरा है।

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सुझाव:-

- सीवर लाइन की सफाई कराई जाए।

- नाले और नालियों की सफाई होनी चाहिए।

- नियमित सफाई कर्मचारी आने चाहिएं।

- नगर निगम के अधिकारियों को क्षेत्र का भ्रमण करना चाहिए।

- दूषित पेयजल से लोगों को निजात दिलाई जाए।

- सार्वजनिक शौचालय भी बनाए जाएं।

- कहीं पर भी गंदगी के ढेर नहीं लगने देने चाहिएं।

- पथ प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।

- वार्ड में अच्छे पार्क बनने चाहिए और बच्चों खेलने की व्यवस्था हो।

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मूलभूत सुविधाएं लोगों को दी जाएं। समय-समय पर नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी वार्ड का भ्रमण कर लोगों की समस्याएं सुनकर उनका निस्तारण कराएं। लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।---विजय कालड़ा, पूर्व पार्षद निवासी नुमाइशकैंप

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गलियों में अंधेरा छाया रहता है। स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं, जिनको ठीक नहीं कराया जा रहा है। कोई सुनवाई नहीं होती है। तमाम समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं। शिकायत करने पर सिर्फ खोखले आश्वासन दिए जाते हैं। लोग परेशानी झेल रहे हैं।----ज्योति सुखीजा निवासी नुमाइशकैंप

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जलभराव की समस्या से निजात मिलनी चाहिए। थोड़ी देर की बारिश में उनकी गली में गंदा पानी घरों में घुस जाता है, जिससे घर का सामान भी खराब हो जाता है और संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है।-----उर्वशी शर्मा निवासी नुमाइशकैंप

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वार्ड में पार्क बनाए जाएं। बच्चों के खेलने और बड़ों के टहलने और वॉक करने की व्यवस्था होनी चाहिए। पार्कों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाए। ताकि पार्कों में लोग बैठ सकें। गर्मी में पार्कों में धूप से बचाव का इंतजाम हो।----अनीता निवासी नुमाइशकैंप

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आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाई जाए। कुत्तों के डर की वजह से बच्चों के बाहर निकलने पर खतरा बना रहता है। कई बार लोगों को कुत्तों ने काटकर घायल किया है। इसकी तरफ नगर निगम को खासतौर से ध्यान देना चाहिए।---मोनिका निवासी, नुमाइशकैंप

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नालों की सफाई होनी चाहिए। ताकि गंदा पानी सड़कों पर न फैले। इस तरफ नगर निगम के सफाई कर्मचारियों और अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए। काफी समय से वार्ड की अनदेखी की जा रही है। ऐसे में लोग परेशानी झेलने को मजबूर हैं।---मधु टक्कर निवासी नुमाइशकैंप

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धार्मिक स्थलों के आसपास नियमित सफाई होनी चाहिए। लोग पूजा-अर्चना करने जाते हैं। गदंगी से दुर्गंध उठती है, जिससे लोग खुद को अशुद्ध महसूस करते हैं। कूड़े के ढेर की वजह से संक्रामक रोग फैलने का भी खतरा बना हुआ है।---अन्नू निवासी नुमाइशकैंप

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तत्काल प्रभाव से लोगों की सुनवाई होनी चाहिए। नगर निगम को क्षेत्र में समय-समय पर शिविर लगाकर लोगों की समस्याएं सुनकर उनको निस्तारण करना चाहिए। क्या सिर्फ वोट की खातिर ही जनप्रितिनिधि आते हैं। जनता की समस्या कोई सरोकार नहीं है।---चंद्रकांता निवासी नुमाइशकैंप

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टूटी सड़कों को ठीक कराया जाए, जो सड़कें नहीं बनी है, उनको बनाया जाए। ऐसी कई सड़कें हैं, जिनका सर्वे हुए काफी समय बीत गया, लेकिन सड़कों को बनाया नहीं गया है। लोगों की मांग को अनसुना किया जा रहा है।-----निधि पाहुजा निवासी नुमाइशकैंप

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एक-एक गली से जलराव, गंदगी और अंधेरे की परेशानी को दूर किया जाए। अंधेरे की वजह से रात में महिलाएं घर से निकलते हुए डरती हैं। शिकायत करके लोग थक चुके हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है।----लक्ष्मण शर्मा निवासी नुमाइशकैंप

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जनता किसी के बहकावे नहीं आने वाली है। वायदों और दावों को पूरा न करने वालों को जनता जवाब भी देना जानती है। मूलभूत सुविधाएं ही जनप्रतिनिधि नहीं दिलवा पा रहे हैं। ऐसे में लोग किससे अपनी परेशानी की गुहार लगाएं।---गौरव ठकराल निवासी नुमाइशकैंप

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कहने को सहारनपुर स्मार्ट सिटी है। नुमाइशकैंप के हमारे वार्ड 20 हजार से अधिक की आबादी है। इसके बावजूद क्षेत्रवासियों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारी पूरी मनमानी करते हैं।----विजय शर्मा निवासी नुमाइशकैंप

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किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों की सुनवाई न हुई तो क्षेत्रवासी आंदोलन करने को मजबूर होंगे। सभी लोग नगर निगम को पूरा टैक्स देते हैं, लेकिन बदले में मिलता कुछ भी नहीं है।-------चंद्रमोहन कालड़ा निवासी नुमाइशकैंप

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सुविधाओं के नाम पर सिर्फ धोखा किया जा रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधि का व्यवहार भी ठीक नहीं है। ऐसे में लोग किससे समस्याओं के समाधान की गुहार लगाएं। वार्ड में हर तरफ परेशानी का बोलबाला है।----संजीव ठकराल निवासी नुमाइशकैंप

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नागरिकों की समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। इसको लेकर नगर निगम गंभीर है। अगर कोई कर्मचारी या फिर सफाई कर्मचारी लापरवाही बरतता है तो कार्रवाई की जाएगी। लोगों सभी परेशानियों को दूर किया जाएगा। किसी भी व्यक्ति को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। मूलभूत सुविधाएं पूरी मिलेंगी। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस संबंध में लोगों से मिलकर भी वार्ता की जाएगी। ---डॉ. अजय सिंह, महापौर

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नागरिक कार्यालय में सीधे उनसे आकर मिले। लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों की जानकारी दें। इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वार्ड के लोगों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। क्षेत्र का निरीक्षण भी किया जाएगा। नगर निगम की प्राथमिकता है कि, लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत न झेलनी पड़ी है। इसको लेकर संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।----संजय चौहान, नगरायुक्त

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