पर्यावरण प्रदूषण: जिले में प्रदूषण फैला रहे 15 साल पुराने दो लाख से ज्यादा वाहन
सहारनपुर में 15 साल पुराने 2 लाख से अधिक वाहन प्रदूषण फैला रहे हैं। इनमें 90 प्रतिशत बाइक और मोपेड शामिल हैं। शासन की स्क्रैप पॉलिसी के तहत इन्हें स्क्रैप होना चाहिए था, लेकिन ये अभी भी सड़कों पर हैं।...
सहारनपुर। जिले में प्रदूषण 15 साल पुराने दो लाख से ज्यादा वाहन धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ प्रदूषण फैला रहे हैं। खास बात यह है कि इन 15 साल पुराने निजी वाहनों में करीब 90 प्रतिशत यानी 1.79 लाख बाइक और मोपेड है। परिवहन विभाग के अनुसार, जिले में 15 साल पुरानी बाईकों की संख्या 1,71,139 तथा मोपेड की संख्या 7,820 है। 15 साल पुराने वाहनों में 8,357 कार और 15,571 ट्रेक्टर भी शामिल हैं। शासन की स्क्रैप पॉलिसी के तहत इन वाहनों को स्क्रैप में चला जाना चाहिए था लेकिन ये धड़ल्ले से चल रहे हैं। जी हां, शासन की 15 साल पुराने वाहनों की स्क्रैप की योजना है। पर ऐसे वाहन स्क्रैप न किए जाने के कारण धड़ल्ले से प्रदूषण फैला रहे हैं। जबकि इन वाहनों को अब तक स्क्रैप हो जाना चाहिए था। कॉमर्शियल को छोड़ दें तो जिले में ऐसे निजी वाहनों की संख्या दो लाख से ज्यादा है। खास है कि प्रदूषण का स्तर जब भी बढ़ता है तो पराली आदि कारणों पर बात होती है। लेकिन अपनी आयु पूरा कर चुके वाहनों पर कोई बात और ध्यान नहीं देता। प्रदूषण फैलाने में इन वाहनों की भूमिका अधिक है। इसके नियंत्रण करने के लिए ही स्क्रैप पॉलिसी लागू की गई है। जिसमें 15 साल पेट्रोल और 10 साल के डीजल वाहन फिटनेस में फेल होने पर स्क्रैप कराने की योजना है।
वर्जन........
आरटीओ प्रशासन देवमणि भारतीय ने बताया कि देहरादून रोड पर एक स्क्रैप सेंटर शुरू किया गया है जहां अपने पुराने वाहन को स्क्रैप कराने पर निक्षेप प्रमाण पत्र (सीओडी) मिलता है जिसे जमा करने पर नए वाहन के पंजीयन फीस में कुछ छूट भी दी जाती है। कहा धीरे धीरे जागरूकता बढ रही है और लोग पुराने वाहनों को स्क्रैप करा रहे हैं। विभाग की ओर से भी कार्यवाही तेज की गई है।
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