पावर ग्रिड में काम होने से जिले के 650 गांवों की बत्ती गुल
सोमवार को पावर ग्रिड में काम होने से जिले के 650 गांवों की बत्ती गुल रही। घाड़ क्षेत्र में बिजली आपूर्ति न होने से पेयजल संकट गहराया रहा। यहां के...
सहारनपुर। संवाददाता
सोमवार को पावर ग्रिड में काम होने से जिले के 650 गांवों की बत्ती गुल रही। घाड़ क्षेत्र में बिजली आपूर्ति न होने से पेयजल संकट गहराया रहा। यहां के लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं, राहत की बात रही है कि उत्तराखंड से 90 मेगावाट बिजली लेकर महानगर की आपूर्ति बाधित नहीं हुई।
31 अक्तूबर के बाद दो नवंबर को फिर पावर ग्रिड में काम शुरू किया गया। सुबह आठ बजे काम शुरू हुआ, जो दो बजे तक चला। इसके बाद बेहट, सरसावा, छुटमलपुर, गागलहेड़ी, चिलकाना और पिलखनी के करीब 650 गांवों में बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। कुछ देर तो लोगों को आम दिनों की तरह बिजली कटौती लगी, लेकिन जब दो घंटे बाद बिजली नहीं आई तो लोगों ने आसपास के बिजलीघर में फोन कर बिजली जाने का कारण मालूम किया। इसके बाद पता लगा कि पावर ग्रिड में काम होने से बिजली आपूर्ति बंद की गई। बिजली आपूर्ति बाधित होने से सबसे ज्यादा घाड़ क्षेत्र में हुई। यहां पेयजल संकट हर साल गहराता है। सोमवार को बिजली जाने से पानी की आपूर्ति नहीं आई। जिसके चलते लोगों को दूर-दराज से पानी लाकर काम चलाना पड़ा। महानगर, जिला अस्पताल व कोविड अस्पतालों में बिजली आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए विद्युत निगम ने उत्तराखंड से 90 मेगावाट बिजली ली। जिसके चलते महानगर में बिजली व्यवस्था सुचारू रही।
वर्जन
पावर ग्रिड में काम होने के चलते सोमवार को छह घंटे का शटडाउन लिया गया। शटडाउन से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। जबकि महानगर में बिजली व्यवस्था को सुचारू रखा गया।
प्रमोद कुमार, एक्सईएन, ट्रांसमिशन, विद्युत निगम
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