बोले सहारनपुर : बदला हुआ पूरा, सरहद पर हम भी जाने को तैयार
Saharanpur News - पुलवामा हमले के बाद, सहारनपुर के पूर्व सैनिकों ने भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई आवश्यक थी और आतंकवाद का खात्मा होना चाहिए। पूर्व सैनिकों ने एकजुटता और देश की...

पुलवामा के बाद पहलगाम में आतंकी हमले से हर दिल में दुख था। लोगों का कहना था कि आतंकवाद का पूरी तरह से खात्मा होना चाहिए। देश की जनता प्रधानमंत्री से लेकर भारतीय सेना की ओर उम्मीद भरी नजर से देख रही थी कि जल्द ही कुछ बड़ा होगा। पाकिस्तान पर भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक से देशवासी खुश है तो पूर्व सैनिकों का कहना है कि अगर भारतीय सेना को हमारी जरूरत पड़ती तो हम आज भी युद्ध में अग्रिम मोर्चो पर जाने को तैयार है। पूर्व सैनिकों ने इस एयर स्ट्राइक की जमकर प्रशंसा की और कहा कि जब तक आतंकवाद का खात्मा न हो जाए तब तक पाकिस्तान पर भारतीय सेना ऐसे ही हमले करती रहे।
पाकिस्तान का भौगोलिक नक्शा बदल दिया जाए। भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया, तब पूरे देश में एक बार फिर देशभक्ति का ज्वार उमड़ पड़ा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के जवाब में सेना द्वारा की गई यह एयर स्ट्राइक न केवल एक सैन्य सफलता थी, बल्कि पूरे देश के आत्मविश्वास का प्रतीक भी बनी। सहारनपुर के पूर्व सैनिकों ने इस पर जोरदार प्रतिक्रिया दी और कहा-“यह तो ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है।” सहारनपुर के पूर्व सैनिकों ने भारतीय सेना की इस कार्रवाई की खुलकर सराहना की। उनका कहना है कि भले ही वे अब सक्रिय सेवा में नहीं हैं, लेकिन उनका जज्बा, सोच और समर्पण आज भी सेना के जवानों वाला है। पूर्व सैनिक लोकेश राणा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह सफल रहा है। सेना ने पाकिस्तान की धरती पर बैठे आतंकियों को घुसकर मारा है, यह इस बात का प्रमाण है कि भारत अब किसी भी हमले को चुपचाप नहीं सहेगा। पाकिस्तान को बार-बार मुंहतोड़ जवाब मिलता रहा है, फिर भी वह सुधरता नहीं। अब वक्त आ गया है कि इन आतंकी ठिकानों को जड़ से खत्म किया जाए। पूर्व सैनिकों का कहना है कि आतंकी संगठनों को पनाह देने वाला पाकिस्तान एक रोग ग्रस्त देश बन चुका है और उसके खिलाफ अब निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है। पूर्व सैनिकों ने कहा कि पाकिस्तान को समझ में सिर्फ लाठी की भाषा आती है। सेना ने अपना शौर्य दिखा दिया है, अब जरूरत है कि पूरे देश में लोग एकजुट होकर सेना के साथ खड़े रहें। पूर्व सैनिकों ने स्पष्ट किया कि अगर हमें बुलाया गया, तो हम फिर से बॉर्डर पर जाने को तैयार हैं। उम्र भले ज्यादा हो, लेकिन हिम्मत अभी जवान है। ---- यह युद्ध सिर्फ सेना का नहीं, पूरे देश का है पूर्व सैनिकों का कहना है कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता और न ही कोई मानवता है। उन्होंने देशवासियों से संगठित, सतर्क और जागरूक रहने की अपील की। पूर्व सैनिकों ने कहा कि हम अब रिटायर हो चुके हैं, लेकिन यह देश हमारा है, इसकी रक्षा का फर्ज अभी भी हमारे कंधों पर है। हमें सिविल डिफेंस, प्रशासन और सेना के साथ सहयोग करना चाहिए। देश को अंदर और बाहर से मजबूत करना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। --- यह बातचीत का नहीं, कार्रवाई का समय पूर्व सैनिकों का स्पष्ट कहना है कि पाकिस्तान को अब बातचीत की नहीं, सर्जिकल और एयर स्ट्राइक की भाषा ही समझ आती है। बातचीत की पहल पूर्व में हुई थी, लेकिन जवाब में आतंक ही मिला। पूर्व सैनिक बोले कि भारत ने दुनिया को बता दिया कि वह अब आतंक के खिलाफ मूकदर्शक नहीं रहेगा। हमारी सेना ने फिर साबित किया कि वह न केवल सीमा पर दुश्मन से लड़ सकती है, बल्कि उसकी जमीन पर घुसकर भी उसे खत्म करने की ताकत रखती है। --- पाकिस्तान को चार टुकड़ों में बांटने का वक्त कई पूर्व सैनिकों ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तान को उसकी हरकतों की सजा मिलनी चाहिए। आतंकवाद के नाम पर इस देश को मिलने वाले समर्थन को तोड़ना होगा और उसे चार टुकड़ों में बांटना ही अंतिम समाधान हो सकता है। पूर्व कर्नल राजीव रावत ने कहा कि अगर पाकिस्तान सुधरता नहीं है तो उसका नाम और नक्शा दोनों मिटा देना चाहिए। हर बार हमला सहना कोई विकल्प नहीं है। भारतीय सेना जब तक सीमित रहती है, तब तक दुनिया हमे संयमित कहती है, लेकिन जब हम जवाब देते हैं तो इतिहास बदल जाता है। --- सेना में जाकर देश को मजबूत करें युवा पूर्व सैनिकों ने देश के युवाओं से अपील की है कि वे सेना, पुलिस और सुरक्षा बलों में शामिल होकर देश की सेवा करें। देश को अब सिर्फ बातों की नहीं, कर्म की जरूरत है। पूर्व सैनिकों ने कहा कि आज की पीढ़ी को यह समझना होगा कि सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करने से देश नहीं बदलता। युवाओं को फौज में, प्रशासन में, सुरक्षा तंत्र में जाकर सक्रिय भूमिका निभानी होगी। --- निष्कर्ष: सेना का सम्मान, देश का गर्व सहारनपुर के पूर्व सैनिकों की प्रतिक्रिया देशभर के उन करोड़ों नागरिकों की भावना का प्रतिनिधित्व करती है, जो अब आतंक के खिलाफ निर्णायक और कठोर कार्रवाई के पक्ष में हैं। यह सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं थी-यह भारत की नई नीति का परिचय है कि बातचीत नहीं, अब कार्रवाई। भारतीय सेना के “ऑपरेशन सिंदूर” ने देशवासियों के मन में एक विश्वास पैदा किया। सहारनपुर के पूर्व सैनिकों की पिक्चर अभी बाकी है हुंकार बताती है कि भारत अब आतंक के खिलाफ निर्णायक मोड़ पर खड़ा है।” -------------------------------------------------------- बोले पूर्व सैनिक 1.पहलगाम हमले ने हर देशवासी को झकझोर दिया था। सेना की जवाबी कार्रवाई बिल्कुल सही और जरूरी है। अब वक्त है कि भारत, आतंकवाद की जड़ पर वार करे। हम भले रिटायर हैं, लेकिन देश के लिए फिर से वर्दी पहनने को तैयार हैं। -राजीव रावत, रिटायर्ड कर्नल 2.पहलगाम का हमला मानवता पर हमला था। हमारी सेना ने इसका जो जवाब दिया, वह पूरी दुनिया के लिए संदेश है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा। पाकिस्तान को अब हर मोर्चे पर घेरा जाना चाहिए। -विजेंद्र कुमार शर्मा, पूर्व सैनिक 3.सेना की एयर स्ट्राइक ने दिखा दिया कि भारत अब बदला हुआ है। ऑपरेशन सिंदूर में सेना ने जो साहस दिखाया, वह काबिले तारीफ है। देश के लिए हम अब भी हर कीमत चुकाने को तैयार हैं। -लोकेश राणा, पूर्व सैनिक 4.हमारी सेना ने हमेशा देश की सुरक्षा को सर्वोपरि रखा है। पहलगाम जैसे हमले से गुस्सा था, लेकिन जब सेना ने करारा जवाब दिया तो गर्व महसूस हुआ। यह कार्रवाई जरूरी थी। -सुशील सिंह, पूर्व सैनिक 5.पहलगाम हमले में निर्दोषों की हत्या ने दिल को झकझोर दिया था। सेना की कार्रवाई से एक संदेश गया है कि भारत आतंक को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर देश बुलाए तो हम भी तैयार हैं। -दीपक राणा, पूर्व सैनिक 6.सेना ने जिस साहस से पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारा, वह सराहनीय है। अब जरूरत है आतंक की जड़ों को जला देने की। हम भले अब फौज में नहीं, पर देश के लिए जान देना आज भी फर्ज है। -अनिल कुमार, पूर्व लेफ्टिनेंट 7.भारत की फौज ने वो कर दिखाया जो दुनिया देखना चाहती थी-निर्णायक जवाब। पहलगाम हमला एक चुनौती था और ऑपरेशन सिंदूर उसका प्रबल उत्तर। हम आज भी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। -प्रीतम सिंह, पूर्व सैनिक 8.पहलगाम हमले के बाद पूरे देश रोष में था। हमारी सेना ने वो किया जो सही है। पाकिस्तान अब ये जान ले कि भारत किसी भी कीमत पर आतंक को बढ़ने नहीं देगा। जरूरत पड़ी तो हम भी मैदान में उतरेंगे। -सतीश कुमार, पूर्व सैनिक 9.पहलगाम की घटना ने खून खौला दिया था। ऑपरेशन सिंदूर एक सटीक और आवश्यक कदम है। सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए पूरे देश को एकजुट रहना होगा। हम फिर से हथियार उठाने को तैयार हैं। -बच्चन सिंह, पूर्व सैनिक 10.देश के लिए हम सभी अपनी जान देने के लिए तैयार है। किसी भी सूरत में आतंकी हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम प्रत्येक स्थिति में मजबूती से जवाब देने के लिए तैयार है। -आकाश त्यागी, पूर्व सैनिक 11.सेना ने जो कदम उठाया, वो केवल जवाब नहीं, एक चेतावनी है। पाकिस्तान को अब हर सीमा पर मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। पहलगाम के निर्दोषों का खून व्यर्थ नहीं जाएगा। हम अब भी देश के लिए समर्पित हैं। -रविंद्र कुमार धीमान, पूर्व सैनिक 12.पहलगाम हमले ने जो दर्द दिया, उसे केवल फौज का जवाब ही शांत कर सकता था। ऑपरेशन सिंदूर ने बता दिया कि भारत अब हर हमले का बदला लेगा। सेना को हर निर्णय में जनता का समर्थन चाहिए। -रामपाल सिंह, पूर्व सैनिक 13.सेना का ऑपरेशन सिर्फ बदला नहीं, न्याय था। पाकिस्तान अब भी नहीं सुधरा तो हमें और सख्त कदम उठाने होंगे। भारत की फौज के पास वो ताकत है जो दुनिया को झुका सकती है। -विनोद कुमार, पूर्व सैनिक 14.हम फौजी कभी बूढ़े नहीं होते। दिल और दिमाग आज भी उसी जोश से भरपूर हैं। सेना की कार्रवाई पर गर्व है। पाकिस्तान को अब समझ लेना चाहिए कि भारत चुपचाप सहने वाला देश नहीं रहा। -पवन सिंह, पूर्व सैनिक
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।