राजेश बनकर सद्दाम ने हिंदू युवती को फंसाया, फिर कमरे पर जाने लगा युवक, घर पहुंची लड़की तो खुली पोल
- सुलतानपुर का रहने वाले ट्रक चालक मो. सद्दाम ने अपनी पहचान छिपाकर राजेश यादव बनकर एक युवती को अपने जाल मे फंसा लिया। इसके बाद वह युवती के कमरे पर भी जाने लगा। ट्रक चालक ने युवती से कई दिनों से रुपये ऐंठे फिर उसने आना बंद कर दिया।
यूपी के सुलतानपुर का रहने वाले ट्रक चालक मो. सद्दाम ने अपनी पहचान छिपाकर राजेश यादव बनकर एक युवती को अपने जाल मे फंसा लिया। इसके बाद वह युवती के कमरे पर भी जाने लगा। ट्रक चालक ने युवती से कई दिनों से रुपये ऐंठे फिर उसने आना बंद कर दिया। युवती जब ट्रक चालक का पता लगाते हुए उसके घर पहुंची तो उसकी पोल खुल गई। खुद को कुंवारा बताने वाला युवक शादीशुदा था। युवती मूलतः बंदायू जिले की रहने वाली है, जो हरियाणा के फरीदाबाद में प्राइवेट नौकरी करती है। युवती ने आशंका जताई है कि आरोपी उसके घर तक आता-जाता था, उसको जान माल का भी खतरा है। युवती की तहरीर पर मो. सद्दाम पर जालसाजी, दबाव बनाकर धन वसूलने तथा अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
देहात कोतवाली के सेमरी पुरुषोत्तमपुर निवासी मो. सद्दाम ट्रक चालक है,जो ट्रक लेकर दूसरे प्रांतों में आता-जाता रहता है। आरोप है कि उसने अपने फेसबुक अकाउंट में धर्म व नाम बदलकर राजेश यादव नाम से बदायूं की रहने वाली और हरियाणा फरीदाबाद में प्राइवेट नौकरी करने वाली एक हिंदू युवती से दोस्ती कर ली। युवती को अपने झांसे मे लेकर उसके कमरे पर भी जाने लगा। दोस्ती में साढ़े तीन लाख रुपया भी वसूल लिया। उसके बाद उसने युवती के पास आना जाना बंद कर दिया। वहां से युवती उसका पता लगाते हुए सद्दाम के घर तक पहुंच गयी।
कोतवाली देहात के सेमरी पुरुषोत्तमपुर पहुंचने पर उसको पता चला कि राजेश असल में मो. सद्दाम है। वह अविवाहित नहीं बल्कि शादीशुदा है,उसके चार बच्चे है। युवती जब गांव में पहुंची तो आरोप है कि सद्दाम युवती को अपने घर ले गया, उसका मोबाइल कब्जे में लेकर दो दिन तक बंधक बनाये रखा। कार्रवाई न करने की शर्त पर उसने युवती को ले जाकर ट्रेन पर बैठा दिया। उसके बाद युवती रास्ते से लौटकर कोतवाली देहात थाने पहुंची, पुलिस को आपबीती सुनाई। युवती ने आरोपी पर सोने की चेन, मंगलसूत्र तथा चार हजार रुपया छीनने का भी आरोप लगाया। देहात पुलिस ने युवती की तहरीर पर आरोपी मो. सद्दाम पर जालसाजी, दबाव बनाकर धन वसूलने तथा अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
शारीरिक शोषण का भी आरोप
पीड़ित युवती के मां बाप नहीं है, उसका सिर्फ एक दिव्यांग भाई है। युवती रविवार को फरीदाबाद वापस चली गई है। उसने बताया कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन शारीरिक शोषण व अन्य मामले नहीं दर्ज हैं। इसके लिए उसने महिला हेल्पलाइन, मुख्यमंत्री पोर्टल तथा राज्य महिला आयोग में सूचना देकर न्याय की गुहार की है। युवती ने आशंका जताई है कि आरोपी उसके घर तक आता जाता था। उसको जान माल का भी खतरा है। देहात कोतवाल सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया, बाहर की युवती की तहरीर पर आरोपी पर नामजद मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।