लखनऊ में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल, केजीएमयू में ओपीडी ठप कराई, मरीज बेहाल
राजधानी लखनऊ में केजीएमयू के जूनियर डॉक्टरों ने शुरू कर दी है। डॉक्टरों ने ओपीडी ठप करवा दी। मरीज इलाज के लिए बेहाल हैं।
लखनऊ केजीएमयू में मंगलवार सुबह 9 बजे से जूनियर डॉक्टर ने हड़ताल शुरू कर दी। ओपीडी में कामकाज ठप कर दिया। वार्ड में भर्ती मरीजों को भी देखने नहीं पहुंचे। इससे अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। आनन-फानन केजीएमयू प्रशासन ने सीनियर डॉक्टर की ड्यूटी लगाई। मरीजों की भीड़ के मुकाबले डॉक्टरों की संख्या कम है। इसकी वजह से ओपीडी में मरीज हलकान रहे। मरीजों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ा। डॉक्टरों की हड़ताल से ओपीडी में भगदड जैसी स्थिति बन गई। डॉक्टर को दिखाने को लेकर मरीज ने हंगामा शुरू कर दिया है।
बिहार के छपरा निवासी सतीश कुमार को दिल की बीमारी है। लारी में डॉक्टर की सलाह के लिए वह सुबह से कतार में लग रहे। पर्चा बनने के बाद भी उन्हें कोई देखने नहीं आया। 9:30 बजे तक कोई भी डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठे। मरीज बेहाल हैं। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। ओपीडी में डॉक्टर नहीं बैठे हैं।
नारे के शोर में दबी मरीजों की चीख पुकार
रेजिडेंट डॉक्टर ने ओपीडी में हड़ताल कर दी। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी की। अफसरों के खिलाफ भी रेजीडेंट डॉक्टर में गुस्सा नजर आया। प्रेसिडेंट डॉक्टर का कहना है कि डॉक्टर पर लगातार अत्याचार हो रहा है मरीजों की सेवा के बावजूद डॉक्टर को सम्मान तक नहीं मिल पा रहा है। उसे बादलों की हो रही है। सरकार ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। सरकार डॉक्टर की सुरक्षा को लेकर ठोस रणनीति बनाए।
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