Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़rats sucked sugarcane worth more than 4 crore rupees remaining work done by rain farmers ruined

चूहे चूस गए 4 करोड़ रुपए से ज्‍यादा का गन्‍ना, रही-सही कसर बारिश ने की पूरी; किसान तबाह

  • एक हेक्टेयर में सामान्यत 1000 क्विंटल से अधिक गन्ना पैदा होता है। घाटमपुर क्षेत्र में 750 क्विंटल गन्ना एक हेक्टेयर खेत में किसान उगाते हैं। बीते साल गन्ने की फसल पर बारिश की पहली मार पड़ी। इससे गन्ना ज्यादा लंबा और मोटा नहीं हुआ। गन्ना तैयार हुआ तो खेतों में बड़ी संख्या में चूहे लग गए।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, प्रमुख संवाददाता, कानपुरSun, 9 March 2025 01:14 PM
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चूहे चूस गए 4 करोड़ रुपए से ज्‍यादा का गन्‍ना, रही-सही कसर बारिश ने की पूरी; किसान तबाह

कानपुर के घाटमपुर के गन्ना उत्पादक क्षेत्र में इस साल गन्ने का उत्पादन करीब 30 प्रतिशत कम हुआ है। लिहाजा, फरवरी में ही गुड़ की भह्वियां धधकनी बंद हो गईं हैं। मिलों के लिए खेतों में गन्ना नहीं बचा है। क्योंकि, खेतों में बड़ी संख्या में चूहे लग गए। चार करोड़ रुपये से ज्यादा का गन्ना चूहे चूस गए। रही सही कसर कम बारिश ने पूरी कर दी, जिससे उत्पादन प्रभावित हुआ।

घाटमपुर तहसील क्षेत्र गन्ने के उत्पादन के लिए जाना जाता है। हालांकि, पहले की अपेक्षा गन्ने का बोआई रकबा घटा है। क्योंकि घाटमपुर स्थित चीनी मिल पर ताला लग चुका है। वर्तमान में करीब 450 हेक्टेयर भूभाग पर किसान गन्ने की बोआई कर रहे हैं।

एक हेक्टेयर में सामान्यत 1000 क्विंटल से अधिक गन्ना पैदा होता है। घाटमपुर क्षेत्र में 750 क्विंटल गन्ना एक हेक्टेयर खेत में किसान उगाते हैं। बीते साल गन्ने की फसल पर बारिश की पहली मार पड़ी, जिससे गन्ना ज्यादा लंबा और मोटा नहीं हुआ। अक्टूबर-नवंबर में गन्ना तैयार हुआ तो खेतों में बड़ी संख्या में चूहे लग गए। किसान जब तक चूहों की आफत को समझ पाते तब तक करीब 20 से 30 प्रतिशत गन्ना चूहे चूस गए।

चूहामार दवा नहीं आई काम

गन्ने की फसल बचाने के लिए किसानों ने चूहे मार दवा भी खेतों में रखी, लेकिन काम नहीं आई। क्योंकि चूहे एक खेत से दूसरे खेत घूमते रहे। खेत में जगह-जगह गन्ने के पेड़ चूहों के चूसने से गिर पड़े। फसल को बचाने के लिए खेतों की सिंचाई भी की गई। जब खेत में पानी सूख गया तो चूहे दोबारा गन्ने में घुस गए।

410 रुपये प्रति क्विंटल ले रहे थे गन्ना

गन्ने का सरकारी मूल्य 370 रुपये क्विंटल है। जबकि, क्षेत्र में गुड़ बना रहे खांडसारी उद्योग किसानों को नकद 410 रुपये क्विंटल गन्ने का मूल्य दे रहे थे। किसानों को चूहे और कम बारिश से हुआ नुकसान इस लिहाज से करीब 4 करोड़ रुपये का हुआ है।

दर्द किया बयां

धिरजापुर के देवेद्र वर्मा ने कहा कि गन्ना किसानों को इस साल चूहों ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है। अचानक खेत में चूहे लग गए, जिससे गन्ने की फसल को करीब 30 प्रतिशत नुकसान हुआ है।

क्‍या बोले अधिकारी

घाटमपुर के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक अखिलेश बहादुर पाल ने कहा कि गन्ने के खेतों में इस साल बड़ी संख्या में चूहे लग गए, जिससे किसानों को नुकसान हुआ है। चूहों से पहले कम बारिश से भी गन्ने का विकास प्रभावित हुआ था।

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