Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़रामपुरThousands of Vehicles Without High-Security Number Plates Continue to Operate Despite Fines

हर माह तीन सौ चालान, फिर भी दौड़ रहे बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के वाहन

रामपुर में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के बिना हजारों वाहन चल रहे हैं। विभाग के अनुसार, फरवरी 2024 तक समय सीमा थी, लेकिन वाहन स्वामी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध है,...

Newswrap हिन्दुस्तान, रामपुरFri, 22 Nov 2024 01:46 AM
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सड़कों पर अभी भी बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के हजारों वाहन दौड़ रहे हैं। संभागीय परिवहन कार्यालय के अनुसार जिले में तीन लाख से अधिक दो पहिया और चार पहिया के अलावा कमर्शियल वाहनों का पंजीकरण है। लेकिन,अभी भी तीन सौ से अधिक वाहन प्रतिमाह सड़कों पर दौड़ते पकड़े जाते है। जबकि फरवरी 2024 तक ही नंबर प्लेट लगवाने की समय सीमा निर्धारित की गई थीं। इनके स्वामी भी एचएसआरपी के प्रति उदासीन बने हुए हैं। सरकार ने अप्रैल 2019 से ही सभी प्रकार के वाहनों पर एचएसआरपी अनिवार्य कर दी थी। एक अप्रैल 2019 के बाद खरीदे जाने वाले सभी वाहनों पर रजिष्ट्रेशन के बाद से ही एचएसआरपी जारी किया जाने लगा था। इससे पहले खरीदे गए वाहनों पर ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जानी थी। कई बार विभाग द्वारा समय बढ़ाए जाने के बाद भी वाहन स्वामी इसे गंभीरता से नहीं ले रहें। इसका खामियांजा जुर्माने के रूप में भुगतना पड़ रहा है।

ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन

रामपुर। संभागीय परिवहन कार्यालय के जिम्मेदारों की मानें तो हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए जन सामान्य ऑनलाइन आवेदन घर बैठकर कर सकता है। इसके लिए विभाग की तरफ से दो पहिया वाहन के लिए 500 रुपये और चार पहिया वाहन के लिए 1200 रुपये शुल्क निर्धारित है। इसके लिए विभाग के पोर्टल पर आवेदन किया जा सकता है। निर्धारित शुल्क का भुगतान करके वाहन स्वामी अपने नजदीकी शोरूम अथवा वर्कशॉप पर अपना एचएसआरपी आसानी से मंगा सकते हैं।

यह होती है हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट

रामपुर। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट एक एल्यूमिनियम निर्मित नंबर प्लेट होती है। जो वाहन के फ्रंट और रियर में लगाई जाती है। एचएसआरपी के ऊपरी बाएं कोने पर एक नीले रंग का क्रोमियम आधारित अशोक चक्र होलोग्राम होता है। इसके निचले बाएं कोने पर एक यूनिक लेजर-ब्रांडेड 10 अंकीय स्थायी पहचान संख्या पिन दिया जाता है। खास बात यह है कि वाहन के डिजिटल पंजीकरण के बाद ही एचएसआरपी जारी किया जाता है। यह वाहन से जुड़ा होता है। इस तरह प्लेट का उपयोग दूसरे वाहनों पर नहीं किया जा सकता। उन्हें चोरी और इन प्लेटों के किसी अन्य प्रकार दुरुपयोग को रोकने के रूप में कार्य करने के लिए डिजाइन किया जाता है।

व्यवसायिक वाहनों की फिटनेस की जांच पर लगी रोक

रामपुर। व्यवसायिक वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की समय सीमा निकल चुकी है। जिन वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगी होगी, उनकी संभागीय परिवहन विभाग कार्यालय से फिटनेस नहीं की जा रही है।

पांच हजार का लग रहा जुर्माना

रामपुर। संभागीय परिवहन अधिकारी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के सड़कों पर पकड़े जाने पर अब पांच हजार का जुर्माना हो गया है। इसके बाबजूद भी हर माह तीन सौ से अधिक लोग बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के पकड़े जा रहे है।

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