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बोले रामपुर : लोग लगा रहे लंबी कतार, इनको आधार का इंतजार

Rampur News - शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बच्चों के आधार कार्ड बनवाने और अपडेट करने में परेशान हैं। डाकघरों और बैंकों पर भीड़ है, और कई बार लोगों को बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। आधार कार्ड को अनिवार्य...

Newswrap हिन्दुस्तान, रामपुरSat, 15 Feb 2025 09:15 PM
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बोले रामपुर : लोग लगा रहे लंबी कतार, इनको आधार का इंतजार

शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बच्चों के आधार कार्ड बनवाने और उनमें संशोधन करने में उलझे हुए हैं। शहरों में तो डिजिटल सेवाओं का विस्तार है, लेकिन दूर-दराज के क्षेत्रों में समस्या बनी हुई है। केवाईसी के लिए बैंक और राशन दुकानों पर जो दबाव डाला जा रहा है, वह न केवल समय की बर्बादी है, बल्कि कई बार यह लोगों के लिए एक बड़ा मानसिक बोझ भी बन रहा है। डाकघरों का सहारा लेने की स्थिति में लोग 30-40 किमी तक का रास्ता तय कर रहे हैं, लेकिन वहां भी तारीखों की जटिलता और लंबी प्रक्रियाओं ने स्थिति और भी अधिक कठिन बना दी है। आधार कार्ड को सरकार अनिवार्य करती जा रही है। अब राशन कार्ड की केवाईसी के लिए बच्चों के फिंगर प्रिंट लगाए जा रहे हैं तो बचपन के बने हुए आधार कार्ड में फिंगर प्रिंट नहीं आ रहे हैं। इस स्थिति में राशन डीलर आधार कार्ड अपडेट पर जोर दे रहे हैं। सरकारी खाद्यान्न का लाभ लेने वालों में अधिकांश गरीब एवं श्रमिक वर्ग से जुड़े हुए लोग हैं तो वे अब बच्चों के आधार कार्ड अपडेट करने के लिए दौड़ लगा रहे हैं।

लोगों ने बताया कि रामपुर डाकघर का कार्यालय खुलने से पहले ही यहां आधार कार्ड बनवाने वाले की भीड़ जुट रही है। लेकिन, इसके बाद भी एक-एक बच्चे का आधार कार्ड बनवाने को कई-कई दिन तक दौड़ लगानी पड़ रही है। डाकघर में आधार कार्ड अपडेट करने के लिए एक कक्ष में व्यवस्था की गई है। इस कक्ष से लेकर नीचे तक हर वक्त बच्चों के साथ लोगों की भीड़ दिखाई देती है। साथ ही शहर में कुछ बैंक शाखाओं में भी आधार कार्ड अपडेट किए जा रहे हैं। बैंक शाखाओं में भी लोगों की भीड़ दिखाई देती है। लोग जगह जगह आधार अपडेट कराने के लिए परेशान हैं। कई-कई किमी से लोगों का सरकारी डाक घर में पहुंचना बताता है कि जिले के कई क्षेत्रों में आधार सेंटर ही नहीं है। वहीं विभागीय कर्मचारियों की कार्यप्रणाली का प्रमाण देते हैं वे चेहरे, जो महीनों पहले तारीख लेने के बाद भी जब यहां पहुंचते हैं तो उन्हें फिर से नई तारीख देते हुए कहा जाता है कि अब आपका काम आज नहीं होगा। इस स्थिति में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। आधार कार्ड के लिए हर रोज दौड़ में कई लोग मजदूरी नहीं कर पा रहे हैं।

सुझाव

1. डाकघर कार्यालय में पहली बार आने पर ही लोगों को राहत मिले।

2. केंद्रों के बाहर भीड़ ज्ुटने के बाद अगर तारीख दी जाए तो उस पर आधार कार्ड अपडेट होना चाहिए।

3. बैंक शाखाओं में भी आधार कार्ड अपडेट करने की व्यवस्था की जाए।

4. दूर-दराज के क्षेत्रों में आधार कार्ड अपडेट में आ रहीं समस्याओं का समाधान किया जाए।

5. आधार कार्ड में फिंगर अपडेट के लिए ग्रामीण क्षेत्र में अतिरिक्त केंद्र खोले जाए।

शिकायतें

1. आधार कार्ड अपडेट कराने के लिए केंद्रों पर बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इससे समय बर्बाद होता है।

2. डाकघर कार्यालय में तारीख मिलने के बाद भी इंतजार करना पड़ता है।

3. डाकघर कार्यालय से मिली तारीख पर पहुंचने के बाद भी कई बार कर्मचारी लौटा देते हैं। इससे परेशानी होती है।

4. आधार कार्ड अपडेट करने वाले कक्ष के बाहर ठीक से लाइन लगवाई जाए।

5. ग्रामीणों क्षेत्र में आधार कार्ड, फिंगर अपडेट और संशोधन न होने से परेशानी बढ़ रही है।

रुपये देने पर तुरंत काम हो जाता है साहब...

रामपुर। शहर सहित दूर दराज के ग्रामीण इलाकों से आए लोग बताते हैं कि आधार केंद्रों पर भी सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। जो रुपये देते हैं, उनका काम तुरंत हो जाता है और जो रुपये नहीं देते, उनको 15 से 20 दिन की तारीख मिलती है। तारीख पर आते हैं तो उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया जाता है कि आपका नंबर अगले दिन आएगा। कई चक्कर लगाने के बाद भी बच्चों के फिंगर अपडेट नहीं हो रहे हैं।

स्कूलों में भी मांगा जा रहा है आधार कार्ड: अब स्कूलों में भी बच्चों के आधार कार्ड अनिवार्य है। लिहाजा, छोटे बच्चों के भी आधार कार्ड बनने हैं। हालांकि शिक्षा विभाग ने स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ब्लॉक स्तर पर आधार बनाने की व्यवस्था की है, लेकिन यहां भी कई मशीनें खराब हैं तो कई जगह पर आधार नहीं बन पाते। प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे आधार कार्ड के लिए डाकघर की ही दौड़ लगाते हैं।

डाकघर में आधार कार्ड बनवाने पहुंचने वाले लोगों का कहना था कि कई दिन पहले तारीख मिलने के बाद भी अभी नंबर नहीं आया है, जबकि अगर कोई जान पहचान वाला पहुंच जाए या किसी की सिफारिश आ जाए तो एक ही दिन में काम हो जाता है। सभी के आधार अपडेट होने चाहिए।

आधार कार्ड अपडेट केंद्रों की संख्या बढ़े तो कम हो परेशानी

रामपुर। लोगों का कहना है कि सरकार को आधार अपडेट केंद्रों की संख्या बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। पहली बार जब आधार बने थे तो उस वक्त भीड एवं आपा-धापी में बनाने वालों ने भी आधार में कई गलतियां कर दीं। किसी के नाम की स्पेलिंग बदल गई तो किसी की जन्मतिथि।

अब जब आधार अन्य दस्तावेजों से लिंक हो रहे हैं तो इसमें दिक्कत आ रही है। स्कूली छात्रों को भी आधार अपडेट के लिए भटकना पड़ता है। इसके लिए जरूरी है कि आधार अपडेट केंद्रों की संख्या को सरकार बढाए। जिस तरह से आधार को लेकर अनिवार्यता बढ़ती जा रही है। उस तरह से आधार केंद्रों की संख्या बढ़ानी चाहिए।

हमारी भी सुनें

बच्चों के आधार कार्ड अपडेट कराने हैं। खाद्यान्न मिलने में केवाईसी की दिक्कत आ रही है। महीने भर से हम यहां चक्कर काट रहे हैं, कभी तारीख मिलती है तो कभी अन्य समस्या बताता है। आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है, सरकार संसाधन नहीं बढ़ा रही है। -जुनैद पाशा

कई दिनों तक चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, लेकिन नंबर ही नहीं आ रहा है। बच्चों के आधार कार्ड अपडेट कराने हैं। राशन विक्रेता ईकेवाईसी के लिए कहते हैं। दिन भर लाइन में लगना पड़ रहा है, लेकिन नंबर आने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। एक आधार कार्ड में दिन भर खराब हो जाता है। -भूरा नबी

बच्चों के आधार में फिंगरप्रिंट अपडेट नहीं हैं। कई दिन से लगातार चक्कर लगा रहे हैं। आधार अपडेट नहीं हो पा रहे हैं। एक बार आने में ही एक व्यक्ति के 80 रुपये तक खर्च हो जाते हैं तो पूरा दिन भी जाता है। अब तक कई सौ रुपये खर्च कर चुके हैं। हर क्षेत्र में व्यवस्था हो। -सत्यभान सिंह

राशन कार्ड में बच्चों का नाम जुड़वाना है। इसी के लिए यहां पर आए हैं, लेकिन सुबह से ही लंबी लाइन लगी हुई है। इस तरह से तो आधार कार्ड बनना ही मुश्किल दिखाई दे रहा है। कई लोगों का कहना है कि महीने भर से चक्कर काट रहे हैं। आधार अपडेट की सुविधा सुलभ हो। - जुबेरा

आधार कार्ड अपडेट कराने के लिए कई दिन से चक्कर काट रहे हैं। लेकिन कह दिया जाते है कि अब बाद में आना। यहां भी मनमानी हावी है। गरीब दिन भर लाइन में लगने के बाद भी आधार कार्ड नहीं बनवा पा रहे तो जान पहचान वाले सिफारिश से आधार कार्ड बनवा लेते हैं। -परवेज

चक्कर लगाते-लगाते काफी समय हो गया है। अभी तक बच्चों के आधार कार्ड अपडेट नहीं हो सके हैं। हर रोज ही यहां पर भीड़ रहती है। आधार कार्ड अपडेट न होने से केवाईसी भी नहीं हो पा रही है। जब भी आते हैं तो यहां से कह दिया जाता है कि अगले दिन आना है । -शबाना

राशन डीलर बच्चों के भी आधार कार्ड मांग रहे हैं। इसके लिए बैंकों में काफी वक्त से दौड़ लगा रहे हैं। तीन महीने पहले आज की तारीख दी थी, सुबह से आए हुए हैं, लेकिन अभी तक नंबर नहीं आया है। बच्चों को लाने एवं ले जाने में भी परेशानी होती है। केंद्रों की संख्या बढ़े। - कल्लू

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