Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़रामपुरPolitical leaders warmed up in Rampur with the oath of sympathy

हमदर्दी के मरहम संग रामपुर में सियासी माहौल गर्मा गए दिग्गज

बेशक, मौका शोकाकुल को ढांढस बंधाने का था। लेकिन, हमदर्दी के बहाने सियासी दिग्गज माहौल गर्मा गए। राजनेताओं का दिन निकलते ही आने का शुरू हुआ सिलसिला...

Newswrap हिन्दुस्तान, रामपुरFri, 5 Feb 2021 11:40 AM
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रामपुर। वरिष्ठ संवाददाता

बेशक, मौका शोकाकुल को ढांढस बंधाने का था। लेकिन, हमदर्दी के बहाने सियासी दिग्गज माहौल गर्मा गए। राजनेताओं का दिन निकलते ही आने का शुरू हुआ सिलसिला दोपहर बाद तक जारी रहा। जवान बेटे की मौत से आहत परिजनों को शोक संवेदना जताने के साथ ही सियासिंदा किसान आंदोलन को और धार दे गए। सभी के निशाने पर केंद्र सरकार रही।

यूं तो किसान आंदोलन को 70 दिन से अधिक का समय हो गया है। लेकिन, गणतंत्र दिवस पर आयोजित ट्रैक्टर परेड में जो कुछ हुआ, देश याद रखेगा। यहां रामपुर के बिलासपुर क्षेत्रांतर्गत डिबडिबा निवासी करीब 25 साल के नौजवान नवरीत सिंह हुंदल की मौत हो गई थी, गुरुवार को जिसके अंतिम अरदास में श्रद्धांजलि देने के लिए यूपी और उत्तराखंड के नेताओं का जमावड़ा रहा। मौका भले ही नौजवान नवरीत की मौत पर अफसोस जाहिर करने का था लेकिन, नेताओं ने यहां पहुंचकर और जिला मुख्यालय पर खूब सियासी तीर चलाए।

अपने बेटे का जिक्र छेड़ प्रियंका ने जताया अपनापन

कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे अपने अनुभव से मालूम है कि वह शहीद हैं और उनकी शहादत को कभी भुला नहीं सकते। शहादत से एक बात आती है कि अपने प्यारे की शहादत व्यर्थ न हो। यही सबकी तमन्ना है। नवरीत 25 साल के थे। मेरा बेटा 20 साल का है। आपके भी नौजवान बेटे होंगे। नवरीत के साथ ऐसा हादसा हुआ कि वह वापस नहीं आए। वह क्यों गए थे, वहां कोई राजनीतिक साजिश नहीं थी, वह इसलिए गए थे, क्‍योंकि उनके दिल में दुख था, एक पीड़ा थी। उन्हें मालूम था कि किसानों पर जुल्म हो रहा है।

कांग्रेस में जोश भर गया प्रियंका का आना

यूं तो बिलासपुर में कांग्रेस का अच्छा जनाधार रहा है। पूर्व में कई विधायक कांग्रेस को दिए गए हैं। राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर यहीं के रहने वाले हैं, जो दो बार विधायक रहे हैं लेकिन, पिछले चुनाव में गठबंधन के बाद भी कांग्रेस नहीं जीती। भाजपा से बलदेव औलख जीते और मंत्री भी बन गए। इसके बाद से कांग्रेस कमजोर महसूस कर रही थी लेकिन, प्रियंका के आने से कांग्रेसियों में जोश भर गया।

सिख बाहुल्य क्षेत्र में सरकार की मुखालफत

बेशक, बलदेव औलख यहां मंत्री हैं। बावजूद इसके किसान आंदोलन में बिलासपुर क्षेत्र से दो की मौत के बाद से सत्तादल के प्रति लोगों में आक्रोश है। इसका प्रमाण गांव में लगाए गए बैनर दे रहे हैं।

ये सियासी दिग्गज पहुंचे डिबडिबा

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राशीद अल्वी, प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद, उत्तराखंड से पूर्व विधायक तिलक राज बहेड़, पूर्व मंत्री इंदिरा हृदयेश के अलावा तमाम सियासी लोग मौजूद रहे।

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