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परिषदीय विद्यालयों में टोल फ्री नंबर छिपाकर कमियों पर डाल रहे पर्दा

परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक समय पर नहीं पहुंच रहे और मिड-डे मील की गुणवत्ता खराब है। इस पर अभिभावकों की शिकायतें टोल फ्री नंबर पर की जा सकती हैं। लेकिन, जिले में अधिकांश स्कूलों की दीवारों से ये...

Newswrap हिन्दुस्तान, रामपुरMon, 11 Nov 2024 12:48 AM
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परिषदीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए शिक्षक समय से पहुंच रहे हैं या नहीं, बच्चों को शुद्ध और अच्छी गुणवत्ता का मिड-डे मील मिल रहा है या नहीं आदि समस्याओं को लेकर अभिभावक अपनी बात सीधे शासन तक पहुंचा सकें, इसके लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया था। बावजूद इसके जल्द निदान हो सके, लेकिन जिम्मेदारों ने अपनी कमियों पर पर्दा डालने के लिए टोल फ्री नंबरों को दीवार से गायब ही कर दिया है। जिले में अधिकांश विद्यालयों की दीवारों पर ये नंबर गायब हैं। शासन शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और शिक्षकों की सौ प्रतिशत उपस्थिति के लिए गंभीर है, लेकिन धरातल पर स्थिति इससे बिल्कुल उलट है। स्थिति में सुधार के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने टोल फ्री नंबर जारी किया। इस नंबर को स्कूलों की दीवार पर लिखवाने के निर्देश दिए, ताकि अभिभावक को स्कूल में किसी भी तरह की गड़बड़ी मिलने पर विभागीय अधिकारी से भी समस्या का समाधान न होने पर भटकना न पड़े। घर बैठे ही वे शिकायत करा सकें। विभाग की ओर से बीएसए के साथ ही बीईओ और जिला समन्वयकों को समय-समय पर स्कूलों का निरीक्षण करते रहने के आदेश हैं, लेकिन किसी भी जिम्मेदार को नंबर लिखवाए जाने की सुध ही नहीं है। साफ है कि या तो अधिकारी कागजों में ही निरीक्षण कर रहे हैं या वे देखकर भी अनजान बने हैं।

एमडीएम की भी दर्ज कर सकते है शिकायत

रामपुर। स्कूलों में शिक्षकों के देरी से पहुंचने के अलावा मिड-डे-मील में गुणवत्तापूर्ण भोजन न मिलने की भी शिकायतें टोल फ्री नम्बर पर दर्ज कराई जा सकती हैं। यदि मेन्यू के अनुसार मध्यान्ह भोजन नहीं बन रहा है तो भी टोल फ्री नंबर पर कोई भी व्यक्ति शिकायत दर्ज करा सकता है। जिसकी जांच कराई जाएगी।

टोल फ्री नंबर का करना था प्रचार

रामपुर। विभाग की ओर से यह व्यवस्था लागू होने के बाद निर्देश थे कि टोल फ्री नंबर का प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि विद्यालयों और विद्यार्थियों से संबंधित समस्याएं राज्य स्तर तक भी पहुंच सके, लेकिन प्रचार के अभाव में ऐसा नहीं हो सका। जिले में 1596 परिषदीय विद्यालय हैं। ग्रामीण क्षेत्र की नात तो दूर नगर क्षेत्र के अधिकतर स्कूलों में नंबर चस्पा नहीं हैं

- स्कूलों की दीवार पर टोल फ्री नंबर लिखवाने के नर्दिेश दिए गए हैं। इस संबंध में खंड शक्षिाधिकारियों को भी इसके बारे में अवगत कराया गया है।

- राघवेंद्र सिंह,बीएसए

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