झांसी हादसे के बाद खुली विभागों की पोल, जिला अस्पताल सहित दस अस्पतालों को नोटिस जारी
झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने के बाद रामपुर में अग्निशमन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। जिला अस्पताल सहित दस अस्पतालों को बिना फायर एनओसी के नोटिस जारी किए गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों ने अस्पतालों की...
झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने के बाद रामपुर में भी अग्निशमन विभाग सतर्क हो गया है। शनिवार से ही अग्निशमन विभाग ने चेकिंग अभियान की शुरूआत कर दी है। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में एडीएम के साथ अग्निशमन विभाग चेकिंग अभियान चला रहा है। वहीं, जिला अस्पताल के साथ ही अन्य निजी अस्पतालों में निरीक्षण के बाद अग्निशमन विभाग ने जिला अस्पताल सहित दस अस्पतालों को नोटिस जारी किया है। एनओसी भी नही जिला अस्पताल के पास
रामपुर। जिला अस्पताल बिना फायर एनओसी के ही संचालित हो रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों और अग्निशमन अधिकारियों द्वारा जिला अस्पताल की आग बुझाने की व्यवस्थाओं को चेक किया गया तो यह जानकारी सामने आई। वहीं, अब अग्निशमन अधिकारियों का कहना है कि जिले में आग बुझाने के उपकरणों की जांच और अस्पतालों की एनओसी को लेकर निरीक्षण जारी रहेगा।
एक लिफ्ट भी बंद
रामपुर। जिला अस्पताल में मरीजों व उनके तीमारदारों के साथ ही डॉक्टरों व कर्मचारियों को ऊपरी मंजिल तक चढ़ने उतरने में दिक्कत न हो इसके लिए दो लिफ्ट लगाई गई है। लेकिन, एक लिफ्ट हमेशा बंद रहती है।
ये हैं अग्नि सुरक्षा के मानक-
- धुआं निकासी के लिए दरवाजा होनी चाहिए, हर मंजिल पर कम से कम
-एक स्मोक अलार्म होना चाहिए।
-इमारत के किसी भी कमरे में ईंधन जलाने वाले उपकरण होने पर कार्बन मोनो ऑक्साइड डिटेक्टर भी लगाया जाना चाहिए।
-एक मीटर चौड़ा रास्ता होना चाहिए।
-आग लगने पर भागने वाले रास्ते का दरवाजा बिना चाबी से खोला जाने वाला होना चाहिए।
- धूम्रपान करने पर प्रतिबंध होना चाहिए।
-फायर एक्स टग्यूशर
-वेट राइजर
-डाउन कमर
-यार्ड हाइड्रेट
-होस केबिनेट, होस पाइप, ब्रांच पाइप
-आटो मैटिक प्रिरंकलर सिस्टम
-मेन्यूअली ऑपरेटेड फायर एलार्म सिस्टम
-आटोमेटिक डिटेक्शन एंड एलार्म सिस्टम
-भूमिगत टैंक
-पंप भूमिगत टैंक के पास
-टेरिस टैंक
-टेरिस पंप
आग से बचाव और मुकाबले के लिए यह जरूरी-
-न्यूनतम डेढ़-डेढ़ मीटर चौड़े दो दरवाजे होने चाहिए।
- ऊपरी मंजिल पर ओवरहेड टैंक हो, जिसमें हमेशा पानी भरा रहे।
- प्रत्येक मंजिल पर होज रील का इंतजाम हो।
-जगह-जगह अग्निशमन यंत्र लगे हों।
- बेसमेंट में अस्पताल का संचालन न हो।
-अग्निशमन विभाग की एनओसी ली हो।
-अग्निशमन विभाग, आपातकालीन और पुलिस के फोन नंबरों का डिस्प्ले हो।
- जिले में लगातार चेकिंग अभियान चल रहा है। शनिवार को जिला अस्पताल में भी निरीक्षण किया गया था। इसके अलावा अन्य अस्पतालों में भी निरीक्षण लगातार जारी है। जिला अस्पताल सहित दस अस्पतालों को नोटिस जारी किए गए है। वहीं, कई बार पहले भी जिला अस्पताल को इसको लेकर अवगत कराया जा चुका है।
- अंकुश मित्तल,अग्निशमन अधिकारी
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