बोले रामपुर : सुरक्षा और ट्रेनिंग सेंटर की दरकार तब निखरेगा श्रृंगार का कारोबार
Rampur News - महिलाएं ब्यूटी पार्लर के माध्यम से रोजगार अर्जित कर रही हैं, लेकिन उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ऑनलाइन शॉपिंग में नकली उत्पाद और सुरक्षा की कमी जैसी समस्याएं मुख्य हैं। ब्यूटीशियनों...
महिलाओं के लिए साजो श्रृंगार रोजमर्रा की जरूरत है। इसके लिए उन्हें अलग से समय भी निकालना पड़ता है। महिलाओं ने इसे आय का जरिया भी बनाया है लेकिन उनकी राह में मुश्किलें तमाम हैं। ब्यूटीशियनों का कहना है कि यह कारोबार इतना आसान नहीं है। खूबसूरती पर ऑनलाइन सर्विस और बिक्री गहरा दाग लगा रही है। हिन्दुस्तान से हुई चर्चा में ब्यूटी पार्लर कारोबारी महिलाओं ने अपनी परेशानियां साझा कीं। अधिकांश ने ट्रेनिंग स्कूल और सुरक्षा को लेकर अपनी बात रखी। उनका कहना है कि हमें सुरक्षित माहौल की दरकार है। ऑनलाइन शॉपिंग में आ रहे नकली प्रोडक्ट भी उनकी मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। ब्यूटी पार्लर की डिमांड आजकल हर जगह है। बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों में भी अब ब्यूटी पार्लर की मांग बढ़ी है। शादी हो, पार्टी हो या फिर कोई त्योहार। लोग तैयार होने के लिए ब्यूटी पार्लर का सहारा ही लेते हैं। ब्यूटी पार्लर का बिजनेस एक ऐसा व्यवसाय है, जिसे खासतौर से लड़कियां करती हैं। कुछ ब्यूटीशियन कोर्स करने के बाद वो इस काम में माहिर हो जाती हैं। बदलते हुए समय के साथ इस बिजनेस में काफी तेजी आई है। यही वजह है कि ज्यादातर लड़कियों और महिलाओं में इस बिजनेस की तरफ दिलचस्पी बढ़ी है। पुरुषों की तुलना में महिलाएं अपनी सुन्दरता को लेकर ज्यादा सजग रहती हैं। लेकिन आजकल के व्यस्त जीवन में उन्हें खुद की सुंदरता को निखारने का समय नहीं मिल पाता। ऐसे में ज्यादातर महिलाएं और लड़कियां ब्यूटी पार्लर जाना पसंद करती हैं। जहां पैसे देकर कम समय में ही वो सुंदर और आकर्षक लुक प्राप्त कर लेती हैं। मगर महिलाओं को विशेष लुक देने वाली ब्यूटीशियन के सामने चुनौतियां भी कई हैं। हिन्दुस्तान से बातचीत में शहर के प्रमुख ब्यूटीशियन ने बताया कि कोरोना काल के बाद ऑनलाइन ट्रेड के बढ़े ट्रेंड से न सिर्फ उनका व्यवसाय प्रभावित हुआ है बल्कि कम दाम में दी जाने वाली सर्विस और खराब प्रोडक्ट के इस्तेमाल से त्वचा से जुड़ी समस्याएं भी ग्राहकों हो रही हैं। अभियान की कड़ी में ‘हिन्दुस्तान ने ब्यूटी पार्लर से जुड़ी महिलाओं, युवतियों की समस्याएं और कारोबार में आ रहीं चुनौतियों को जानने की कोशिश की।
ऑनलाइन शॉपिंग में नकली सामान : दो दशक से ज्यादा समय से पार्लर चला रहीं निशी दीप सिंह ने बताया कि कई बार ऑनलाइन शॉपिंग में नकली सामान मिल जाता है जबकि ब्यूटी पार्लर में सही प्रोडक्ट की गारंटी होती है। नकली प्रोडक्ट के इस्तेमाल से कस्टमर की स्किन खराब होती है। इससे हमारी इमेज पर असर पड़ता है। ब्यूटी के क्षेत्र में यह एक बड़ा चैलेंज है।
सेल्फ डिफेंस की मिले ट्रेनिंग: ब्यूटी के क्षेत्र में काम कर रहीं महिलाएं हों या फिर किसी अन्य क्षेत्र की, सुरक्षा सभी के लिए एक बड़ा मुद्दा है। ब्यूटीशियन अनुष्का का कहना है कि महिलाओं की समस्या कम नहीं हो रही हैं। इसके लिए बेहतर होगा कि बचपन से ही बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाए। वहीं दूसरी ओर अनुराधा का कहना है कि सेल्फ डिफेंस की आरे सरकार को बेहतर तरीके से ध्यान देना चाहिए। इससे महिलाएं व बेटियां शसक्त बनेंगी तथा अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकेंगी।
ब्यूटी पार्लर भी रोजगार का जरिया, चलाई जाएं योजनाएं
रामपुर। शहर में जगह-जगह बने ब्यूटी पार्लर संचालकों को सरकार से भी बड़ी अपेक्षा है। ब्यूटी पार्लर संचालक नेहा ने बताया कि पार्लर भी युवतियों को रोजगार के अवसर दे रही है। जैसे सरकार हर क्षेत्र में रोजगार देने वालों को योजनाएं देती है। वैसे ही पार्लर संचालकों के लिए भी कोई योजना बनानी चाहिए। जिससे कारोबार के साथ ही लोगों को अधिक से अधिक जोड़ा जाए। पार्लर संचालकों को कहना है कि मेकअप का भी ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। लेकिन, प्रोडक्ट मंहगे होने के कारण काफी महिलाएं पार्लर आने से कतराती भी हैं। अगर सरकार इसको लेकर योजनाएं चलाए, और प्रोडक्ट को लेकर छूट मिले तो महिलाओं की पार्लर आने की संख्या में भी इजाफा होगा। वहीं, उनकी मांग है कि मेकअप पर लगाए जाने वाले टैक्स को भी कम किया जाए। जिससे बाजार में प्रोडक्ट कम रेट में आ सकें और उनकी खरीदारी बढ़े। उनका कहना है कि तरह-तरह की टैक्स की मार के चलते नकली सामान बाजार में अपनी पकड़ बना लेते हैं जिससे ब्रांडेड सामान का बाजार प्रभावित होता है।
सर्विस नहीं उत्पादों पर भरोसा करती हैं ग्राहक
ज्वालानगर क्षेत्र में काफी लंबे समय से पार्लर चला रही काजल ने कहा कि ऑनलाइन बिक्री से कारोबार पर असर पड़ रहा है। महिलाएं ऑनलाइन वीडियो देखकर खुद ही मेकअप करने लगी हैं। जिस कारण भी कारोबार पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि महिलाएं सर्विस नहीं उत्पादों पर भरोसा ज्यादा जता रही है।
महिलाओं की सुरक्षा है एक बड़ी समस्या
पार्लरों में काम करने वाली महिलाओं और युवतियों का कहना है कि भले ही मौजूदा सरकार में महिला सुरक्षा पर काफी ध्यान दिया जा रहा है बावजूद इसके आज हमारे लिए सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। हमें आए दिन इस समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। शादियों के सीजन में देर रात घर लौटते समय कई बार घटनाएं हो जाती हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिसिंग को और बढ़ाने की जरूरत है ताकि सुरक्षित माहौल मिल सके। एक्सपर्ट वंदना ने बताया कि पहले डायल 112 पुलिस का सड़क पर पहरा अधिक होता था, तब सुरक्षा का अहसास होता था। अब उसका भ्रमण कुछ कम हुआ है। उसकी सक्रियता बढ़नी चाहिए। पुलिस की सक्रियता बढ़ने से महिलाएं भय मुक्त होकर आसानी से बाजार आ सकेंगी। इससे जहां एक ओर महिलाओं के ब्यूटी पार्लर का कारोबार चमकेगा, वहीं कारोबार में भी उछाल आएगा। इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी तथा वे स्वावलंबन की ओर अग्रसर होंगी जो कि सरकार की प्राथमिकता में है।
लग्न, त्योहार पर रौनक फिर छा जाती है मंदी
हिन्दुस्तान ने शहर के अलग अलग ब्यूटीशियनों से बात कर उनकी राय जानने की कोशिश की तो ब्यूटीशियनों ने बताया कि लगन और तीज त्योहार पर ग्राहकों की भीड़ होती है। सीजन के बाद कम महिलाएं ही पार्लर आती हैं। समय कम होने के कारण ज्यादातर ग्राहक होम सर्विस का सहारा लेती हैं। ऐसे में पार्लर का काम मंदा हो चला है। मंदी के समय स्टाफ रखना और सैलरी देना उनके लिए एक बड़ी चुनौती बन जाती है। नेहा कहती हैं कि बड़े अवसरों पर ग्राहक ऑनलाइन सर्विस पर भरोसा नहीं करते हैं। लेकिन आम दिनों में उसे ही तवज्जो देने लगे हैं। जबकि, यह भी समझने की
जरूरत है कि बिना एक्सपर्ट के यदि ऑनलाइन प्रोडक्ट मंगवाकर सेल्फ सर्विस ली जाती है तो कहीं न कहीं नुकसान के चांस रहते हैं। एक्सपर्ट यह जानते हैं कि कैसी स्किन पर कौन सी क्रीम या लोशन आदि यूज करना है, कैसे चेहरे को ग्लो किया जा सकता है। यही वजह है कि बड़े आयोजनों पर महिलाएं-युवतियां पार्लर का रुख करती हैं।
सुझाव
1. सरकार बड़े स्तर पर ट्रेनिंग सेंटर खोले ताकि सही ट्रेनिंग मिल सके।
2. ऑनलाइन शॉपिंग पर लगाम की योजना बने। कस्टमर ठगी के शिकार न हों।
3. दूसरे क्षेत्रों की तरह ब्यूटीशियन के क्षेत्र में भी ट्रेनिंग सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही सेंटर खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए।
4. कॉस्मेटिक सामानों पर जीएसटी की दरें कम हों। महंगे सामान खरीद कर सस्ती सर्विस देना मुश्किल हो रहा है।
शिकायतें
1. शादी के सीजन में देर रात तक पुलिस को खास तौर पर गलियों में गश्त बढ़ानी चाहिए।
2. ब्यूटीशियन के क्षेत्र में ट्रेनिंग का अभाव है। युवतियों को सही प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है।
3. आजकल हर गली में बिना ट्रेनिंग के भी लोग पार्लर खोल ले रहे हैं। इससे महिलाएं सही तरीके से सज-संवर नहीं पाती हैं।
4. शादी के सीजन में देर रात आना-जाना होता है। तब डर बना रहता है। कई बार लड़कियों के साथ घटनाएं भी होती हैं।
अधिसंख्य महिलाएं इस प्रोफेशन से शौक से जुड़ी हैं लेकिन अब यह कई परिवारों की रोजी-रोटी का सहारा बन गया है। इस प्रोफेशन में मांग और सीजन का बड़ा प्रभाव पड़ता है। -ज्योति सक्सेना
महिलाओं के उत्पीड़न पर कठोर कार्रवाई का प्रावधान बने। ब्यूटीशियन को सरकारी नौकरियों में भी अवसर दिए जाने चाहिए। इस प्रोफेशन के लिए कुशल प्रशिक्षक होने चाहिए। - कोमल देवल
सौंदर्य प्रसाधन और ब्यूटी पार्लर के व्यवसाय में नित नई चीजें सीखनी होती हैं लेकिन इसकी ट्रेनिंग की माकूल व्यवस्था नहीं है। सरकार को ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना करनी चाहिए। - मुस्कान सैनी
ऑनलाइन सामानों की खरीद, बिक्रेताओं के लिए नियम कानून बनाए जाने चाहिए। ताकि उपभोक्ता ठगी का शिकार नहीं हो। इससे नकली उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगेगी। - निशी दीप सिंह
बिना सर्टिफिकेट पार्लर संचालन की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। इससे कस्टमर को तो समस्या होती ही है, इस क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को भी चुनौतियां झेलनी पड़ती हैं। - सिमरन दीप
जैसे पार्लर संचालक लोगों को रोजगार दे रहे हैं वैसे ही सरकार पार्लर संचालकों के लिए कुछ योजनाएं लेकर आए। जिससे पार्लर संचालक अपने कारोबार को बढ़ा सके। - रजनी
सौंदर्य प्रसाधन के क्षेत्र में करियर बनाने वाली लड़कियों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान होनी चाहिए जिससे वह स्वरोजगार की राह को अपना सकें। -सरिता विश्नोई
ब्यूटी के क्षेत्र में केरियर बनाने वाली लड़कियों को सरकारी मदद मिलनी चाहिए। जैसे हर क्षेत्र में सरकार काम कर रही है। वैसे ही इस क्षेत्र में भी विकल्प के लिए काम करना चाहिए। - सैफाली
ब्यूटी पार्लर का बिजनेस एक ऐसा व्यवसाय है, जिसे खासतौर से लड़कियां करती हैं। ऐसे में सरकार को इन कारोबार को बढ़ाने के लिए योजना शुरू करनी चाहिए। - शिवानी
बिना सर्टिफिकेट पार्लर संचालन की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। इससे कस्टमर को भी समस्या होती है। इस क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को भी चुनौती झेलनी पड़ती है। - अनुराधा
सौंदर्य प्रसाधन और ब्यूटी पार्लर के कारोबार में नित नई चीजें सीखने को मिल रही है। इसकी ट्रेनिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। सरकार को ट्रेनिंग सेंटर खोलने चाहिए। -हेमलता
ऑनलाइन सामानों की खरीद-बिक्री के लिए कानून बनाए जाने चाहिए। ताकि उपभोक्ता ठगी का शिकार न होने पाए। इससे असली और नकली सामान की खरीद से भी बचा जा सकेगा। -शशि
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