पिता की आज्ञा का पालन करना सबसे बड़ा धर्म
अयोध्या धाम में चल रही श्री राम कथा में व्यास राधे श्याम रामायणी ने बताया कि पिता की आज्ञा का पालन करना सबसे बड़ा पुत्र धर्म है। भगवान राम का अवतार राक्षकों का संहार और धर्म की स्थापना के लिए था। कथा...
अयोध्या धाम गोंडा अवध से पधारे व्यास राधे श्याम रामायणी ने श्री रामावतार की व्याख्या करते हुए कहा कि पिता की आज्ञा का पालन करना ही सबसे बड़ा पुत्र धर्म है। भगवान राम के अवतार का मुख्य प्रयोजन राक्षकों का संहार कर धरती के बोझ को कम करना और संसार में धर्म की स्थापना करना था। श्री रामकथा प्रसार समिति के तत्वावधान में एकता विहार कालोनी में चल रही श्री राम कथा के पांचवे दिन कथा वाचक कहते हैं कि वन गमन की यात्रा करते समय प्रभु राम गंगा पार करने के लिए केवट से नाव मांगते हैं। केवट ने प्रभु राम के पांव पखार कर अपने परिवार का कल्याण करता है। केवट से विदा होकर प्रभू राम प्रयाग में प्रवेश करते हैं। महर्षि वाल्मीकि से रहने का स्थान पूछते हैं। महर्षि बाल्मीकि प्रभु के रहने के लिए 14 स्थान बताते है जो की भक्तों के लिए प्रेरणादायक है। श्री राम चित्रकूट में निवास करते हुए विभिन्न लीलाओं का दर्शन कराते है। इस भूमि पर श्री राम और भारत का मार्मिक मिलन होता है। अयोध्या वापसी का अनुग्रह करने पर भी श्री राम भारत की बात को न मानते हुए पिता के आदेश का पालन करते हुए वन गमन करते है।
आज की कथा में दीप प्रज्वलन उद्योगपति उमेश सिंघल और उनकी धर्मपत्नी ने किया। कथा के मुख्य यजमान के रूप में सुनील वैश्य और श्रीमती नीलम वैश्य ने वेदी पूजन और महाराज जी का पूजन किया। कथा में सुनील कौशिक, डा. गौरव वाष्र्णेय, प्रवीण भांडा, प्रदीप कुमार राजपूत, विनोद कुमार शर्मा, सीताराम शर्मा, हरीश अग्रवाल, रामगोपाल, शोभित, अजय, दीनानाथ, गोविंद शर्मा, दीपक गुप्ता, अशोक सक्सेना, सुमन, श्वेता, सुमन, रेखा, उमा, मीनू, सुनीता, नरेश शर्मा, अशोक शर्मा, ज्योति, स्मृति, प्रतिभा शर्मा, कमलेश, राजीव शर्मा, वंदना, बसंत, प्रदीप, नवीन शर्मा, चुन्ना भाई भी उपस्थित रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।