अब डुप्लीकेट आरसी और डीएल के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर
एआरटीओ कार्यालय अब केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के साफ्टवेयर से जुड़ जाएगा। इससे लोग घर बैठे डुप्लीकेट आरसी और डीएल बनवा सकेंगे। वाहन-4 सॉफ्टवेयर का परीक्षण सफल रहा है और इसे लखनऊ-कानपुर में एक मई से लागू...
एआरटीओ कार्यालय जल्द ही केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के साफ्टवेयर रजिस्टर से सीधा जुड़ जाएगा। इसके बाद यहां परिवहन विभाग द्वारा लांच किया गया वाहन-4 सॉफ्टवेयर कार्य करने लगेगा। लोगों को डुप्लीकेट आरसी और डीएल बनवाने में मदद मिलेगी। जिसके बाद लोग घर बैठे ही अपने वाहन की डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट व ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकेंगे। आरटीओ का वाहन-4 सॉफ्टवेयर बनकर तैयार हो चुका है और इसका ट्रायल भी किया जा चुका है, जो खामियां सामने आईं, उन्हें दूर कर लखनऊ व कानपुर के आरटीओ विभाग में इसे एक मई से प्रारंभ कर दिया गया है। इसके बाद वाहन-4 सॉफ्टवेयर को दूसरे चरण में रामपुर, मेरठ, बरेली, हरदोई, सीतापुर, आगरा, झांसी, अलीगढ़, इलाहाबाद, लखीमपुर, उन्नाव, रायबरेली, शाहजहांपुर,समेत 50 जिलों में लागू किया जाएगा। इनमें आरटीओ व एआरटीओ को वाहन-4 सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा। साफ्टवेयर पर कार्य प्रारंभ होते ही वाहन मालिकों को कई सहूलियतें हो जाएंगी। यह व्यवस्था शुरू होते ही लोगों को परमानेंट डीएल, डुप्लीकेट आरसी, किसी वाहन की एनओसी और वाहन स्वामी का नाम बदलने के लिए आरटीओ कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। बस आवेदक को आवेदन करने के पहले वाहन-4 सॉफ्टवेयर के एड्रेस बार में वाहन के चेसिस नंबर के अंतिम पांच अंकों का उल्लेख करना होगा।
- एक सप्ताह के अंदर इस प्रकिया को शुरू किया जाएगा। इससे लोगों को आसानी होगी और आसानी से डुप्लीकेट आरसी और डीएल बनवा सकेंगे।
- राजेश कुमार श्रीवास्तव,एआरटीओ
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