धान खरीद में फर्जीवाड़े की आशंका, प्रशासन सतर्क
धान खरीद में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए प्रशासन ने सर्तकता बरतने का निर्णय लिया है। पंजीकरण प्रपत्रों की जांच गहना से की जाएगी, जबकि सरकारी और खाली भूमि का सत्यापन नहीं होगा। डीएम ने अधिकारियों को...
धान खरीद में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए प्रशासन सर्तक हो गया। सत्यापन से पहले पंजीकरण प्रपत्रों की गहना से जांच होगी। सरकारी और खाली पड़ी भूमि का सत्यापन नहीं होगा। डीएम ने संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिले में हर साल गेहूं और धान खरीद को लेकर सवाल उठते रहे हैं। धान खरीद में बीते सालों के घपले के कई मामले पकड़े गए थे। बिचौलिए पंजीकरण प्रपत्र में दूसरे किसानों की जमीन दर्शाकर राइस मिलर्स का धान तुलवा दिया करते थे। लेकिन अबकी बार प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। डीएम ने कुछ दिन पहले मीटिंग में अधिकारियों को फर्जीवाड़े पर पूरी तरह अंकुश लगाने के दिशा निर्देश जारी किएथे। एडीएम / प्रभारी खरीद अधिकारी ने सबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशदिए हैं कि किसी भी दशा में सरकारी/खाली जगह का सत्यापन न किया जाए। पंजीकरण का सत्यापन समस्त आवश्यक प्रपत्रों के परीक्षण के बाद किया जाए। ताकि, पंजीयन में किसी तरह की अनियमितता न होने पाए और फर्जी पंजीकरण पर रोक लग सके।
पंजीकरण और सत्यापन की स्थिति
तहसील - पंजीकरण- सत्यापित
स्वार- 2351 - 1835
टांडा- 956- 758
बिलासपुर- 4975- 3698
सदर- 987- 741
शाहबाद- 2101- 1462
मिलक- 3606- 1489
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