एसएनके पान मसाला की फैक्ट्री पर छापा, बिना टैक्स भरे करोड़ों का कारोबार; मुखौटा कंपनियों का खेल
- सीजीएसटी की डीजीजीआई विंग की आठ टीमों ने शुक्रवार सुबह सात बजे एसएनके पान मसाला समूह के शहर में अलग-अलग 11 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की थी। दिल्ली, लखनऊ से आए 70 से अधिक अफसर कार्रवाई कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक टैक्स चोरी 50 करोड़ या इससे ज्यादा की हो सकती है।
Raid on snk pan masala factory: एसएनके पान मसाला समूह के खिलाफ सीजीएसटी की डीजीजीआई विंग की कार्रवाई दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रही। मुखौटा कंपनियां बनाकर खरीद-फरोख्त के साक्ष्य मिले हैं। सूत्रों के मुताबिक टैक्स चोरी 50 करोड़ या इससे ज्यादा की हो सकती है। इसका पता अससेमेंट के बाद ही चल सकेगा। छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों, सॉफ्ट फाइलों और डेटा को सुरक्षित रखा गया है। हालांकि अभी तक अधिकारिक तौर पर छापे को लेकर कोई बयान नहीं दिया गया है। सूत्रों के अनुसार पान मसाला कारोबारी के आवास, फैक्टरियों समेत सहयोगी व रिश्तेदारों के यहां छापेमारी में कई बड़ी व चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। बोगस कंपनियों से जुड़े साक्ष्य के अलावा स्टॉक में भारी अंतर, खरीद-बिक्री की सही जानकारी छिपाने की बात भी सामने आई है। डीजीजीआई सूत्रों के अनुसार फर्म में बड़े पैमाने पर उत्पादन, ट्रांसपोर्टेशन और बिक्री का लेखाजोखा जीएसटी विभाग को नहीं दिया जा रहा था। फर्म खुफिया महानिदेशालय के रडार पर थी। टीम ने कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को जब्त कर लिया है।
रैपर तैयार करने वाली दो फैक्टरियों पर भी कार्रवाई
सीजीएसटी की डीजीजीआई विंग की आठ टीमों ने शुक्रवार सुबह सात बजे एसएनके पान मसाला समूह के शहर में अलग-अलग 11 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की थी। दिल्ली, लखनऊ से आए 70 से अधिक अफसर कार्रवाई कर रहे हैं। पनकी स्थित कारोबारी की दो फैक्टरियों, स्वरूप नगर और रतन लाल नगर में आवासों के अलावा कारोबारी के भाई की पनकी में पान मसाला का रैपर तैयार करने वाली दो फैक्टरियों पर भी कार्रवाई की गई थी। नजदीकी रिश्तेदार व कारोबार में सहयोगी के पांडु नगर स्थित आवास पर भी छापा मारा गया। माल भेजने और लाने में सहयोग करने वाले ट्रांसपोर्टर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गोदाम, सुपारी की सप्लाई करने वाले व्यापारी के किदवई नगर स्थित आवास समेत दो ठिकानों पर शुक्रवार देर शाम तक जांच चलती रही। पनकी साइट नंबर वन स्थित फैक्टरी पर टीमें पहुंच गईं।
पान मसाला का पैसा रियल इस्टेट में भी लगाया
सीजीएसटी की डीजीजीआई विंग की कार्रवाई की जद में आए एसएनके पान मसाला कारोबारी ने 12 साल के भीतर अरबों की संपत्ति खड़ी कर दी। इनसे जुड़े सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2012 के बाद कानपुर से दिल्ली तक कई बेशकीमती संपत्तियां खड़ी कर दी गईं। कोरोना के बाद कारोबार में तेजी से उछाल आया। हालांकि इस अवधि में यह समूह आयकर समेत कई विभागों के रडार पर भी आया। 150 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा होने पर कानूनी कार्रवाई तक की गई। जांच में खुलासा हुआ कि मुनाफा कमाने के चक्कर में फर्जी कंपनियां बनाने से भी ग्रुप पीछे नहीं रहा।
पान मसाला का पैसा रियल इस्टेट में भी लगाया पान मसाला कारोबार का पैसा बड़ा लाभ कमाने के लिए रियल इस्टेट कारोबार में भी लगाया गया। कानपुर, उरई, हमीरपुर, दिल्ली, मुंबई तक कई संपत्तियां कुछ ही सालों में खड़ी कर दी गईं। इसके अलावा कई बड़े प्रोजेक्ट में पैसा लगाए जाने के साक्ष्य भी मिले हैं।
आलीशान होटल खोलने के लिए लगाया पूरा जोर
सूत्रों के अनुसार समूह ने कुछ समय पहले बिठूर में आलीशान होटल खोलने की पूरी तैयारी की थी। पर्यटक स्थल को देखते हुए होटल से बड़े फायदे की उम्मीद को पूरा करने का पूरा प्रयास भी किया। हालांकि सरकारी स्तर पर खामियां मिलने से यह प्रयास सफल नहीं हो सका।