रायबरेली-सोसाइटी के दफ्तर बंद, करोड़ों का भुगतान फंसा, प्रदर्शन
Raebareli News - रायबरेली में एलयूसीसी सोसाइटी के दफ्तर बंद होने से लोगों के जमा करोड़ों रुपये फंस गए हैं। शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर लोगों ने प्रदर्शन किया और भुगतान की मांग की। खाता धारकों का कहना है कि...
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-जिले में एलयूसीसी सोसाइटी ने 2016 में हर ब्लॉक स्तर पर जन सुविधा केन्द्र खोले थे -जनपद के हर ब्लॉक मुख्यालय पर खोले गए सोसाइटी के केन्द्र
-जमा किए गए रुपयों के भुगतान को लेकर ब्लॉक स्तर पर तैनात कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
रायबरेली, संवाददाता।
करीब आठ साल पहले खोली गई एलयूसीसी सोसाइटी के दफ्तर बंद किए जाने से लोगों के जमा करोड़ों रुपये फंस गए। कई महीने से चक्कर काट रहे लोगों का सब्र टूट गया और शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। भुगतान की मांग की। कहा कि अधिकारियों के फोन बंद हैं। किसी तरह का संवाद नहीं हो रहा।
जिले में एलयूसीसी सोसाइटी ने 2016 में हर ब्लॉक स्तर पर जन सुविधा केन्द्र खोले थे। इसमें लोगों के खाते खोलकर बैंक की तरह सुविधाएं दी जाने लगी। जन सुविधा केन्द्रों पर कर्मचारी तैनात किए गए। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के सोसाइटी में खाते खोले गए और उनमें रुपया जमा किए गए। ब्याज दर अधिक होने के कारण लोगों ने रुपए जमा करना शुरू कर दिए। इस दौरान पूरे जिले में करीब 22 हजार लोगों ने खाते खुलवाए और उनमें रुपए जमा करना शुरू कर दिया। बीती वर्ष नवम्बर माह में अचानक सोसाइटी के दफ्तर बंद हो गए। इससे खोले गए खाता धारकों की ओर से जमा किए गए करीब 50 करोड़ रुपए का भुगतान फंस गया। लोगों ने सोसाइटी के कर्मचारी से संपर्क करके भुगतान कराए जाने के लिए चक्कर काटने लगे। धीरे-धीरे उनमें तैनात कर्मचारियों के मोबाइल फोन भी बंद हो गए। करीब तीन माह से भुगतान के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे खाता धारक और ब्लॉक स्तर के कर्मचारियों का सब्र टूट गया।
ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की मांग की
जिलाधिकारी कार्यालय पर शनिवार को लोगों ने प्रदर्शन किया। जमा कराए गए रुपयों के भुगतान कराए जाने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कि उनके जमा पैसे दिलवाए जाए अब समिति का कोई कर्मचारी उनसे बातचीत नहीं कर रहा है। उनके फोन बंद हैं। अब वह अपने पैसों के लिए कहाँ जाएं। प्रदर्शनकारियों ने समिति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा और कार्यवाही की मांग की।
एजेंटों के घर पहुंच रहे निवेशक
सलोन ब्लॉक क्षेत्र की रहने वाली विमला देवी ने बताया कि वह कई साल पहले ब्लॉक स्तर पर खोले गई एलयूसीसी सोसाइटी में बतौर एजेंट के रूप में कार्य करने लगी। इसके बाद उन्होंने क्षेत्र के सैकड़ों लोगों के सोसाइटी में खाते खुलवाए और रुपए जमा करवाए। कई सालों तक लोगों ने रुपए भी जमा किए गए, लेकिन अचानक सोसाइटी के दफ्तर में ताला बंद होने के बाद लोगों के द्वारा जमा किया गया रुपया भुगतान के लिए फंस गया। लोग अपने भुगतान के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं और जमा कराए गए रुपयों की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि खाताधारकों का भुगतान न किए जाने से उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया है। लोग विवाद पर अमादा हो रहे हैं।
अब पैसों के लिए कहां जाएं
डीएम ऑफिस पहुंचे बृजेश कुमार का कहना है कि अचानक से सोसाइटी दफ्तर में ताला बंद होने से लोगों का जमा कराया गया करीब 50 करोड़ रुपए का भुगतान फंस गया है। इसको लेकर समिति के लोग बात करने के लिए तैयार नहीं है। बड़े अधिकारियों के फोन बंद हैं। अब इसमें प्रशासन को मदद करनी चाहिए। लोगों का फंसा-पैसा दिलवाया जाना चाहिए। लोग पैसे के लिए कहां जाएं। डीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अधिकारियों से मांग की है कि उनके द्वारा जमा कराए गए रुपयों का भुगतान कराया जाए।
मामले की जानकारी करने के बाद जांच कराई जाएगी, अभी तक इस मामले में किसी तरह का कोई शिकायती पत्र पुलिस को नहीं मिला है।
संजीव सिन्हा, एएसपी
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