बदायूं में प्रदर्शनकारियों का उग्र प्रदर्शन; व्यापारी और पुलिसकर्मियों के साथ की मारपीट, दुकानों में रखा समान तोड़ा
- बदायूं में भारत बंद को लेकर दलित संगठन के लोग सड़क पर उतरकर विरोध जताया। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने दुकानों में तोड़फोड़ की और व्यापारियों के साथ मारपीट की।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के विरोध में बदायूं में दलित संगठनों ने सड़क पर उतरकर विरोध जताया। संगठनों ने नारेबाजी करते हुए मार्च निकाला। इस बीच प्रदशर्नकारियों ने विवाद खड़ा कर दिया। प्रदर्शनकारियों के द्वारा दुकानों में तोड़फोड़ कर दी गई। व्यापारियों और पुलिसकर्मियों को पीट दिया और दुकान में तोड़फोड़कर सामान बाहर निकालकर फेंक दिया गया। हंगामा और तोड़फोड़ के दौरान दुकानदार व पुलिस कर्मी जैसे-तैसे बचे। पुलिस द्वारा अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठन सुबह से ही शहर के आंबेडकर पार्क में जुटने लगे थे। इसको लेकर पुलिस प्रशासन सुबह से ही अलर्ट था। शहर के सभी प्रमुख तिराहों व चौराहों व मार्गों पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल व पीएसी को तैनात किया गया था। बताया जाता है कि इसी बीच संगठन के कुछ लोग मार्च निकालने लगे। इस दौरान रजिस्ट्री कार्यालय के पास व शिवपुरम मोहल्ले में दुकाने खुली देखकर संगठन के लोग भड़क गए और जबरन दुकाने बंद कराने लगे। इसको लेकर व्यापारियों व प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़पें भी हुई। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने शिवपुरम की गुरु कृपा मिष्ठान भंडार पर जमकर तोड़फोड़ कर दी। दुकान में रखा सारा सामान तोड़कर बाहर फेंक दिया। दुकान के बाहर खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की गई।
दुकानदार सौरभ साहू के साथ मारपीट कर दी गई। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस व पीएसी पहुंची तो प्रदर्शनकारियों की भीड़ खिसक चुकी थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिसकर्मी से भी मारपीट की। पुलिसकर्मी ने दुकान में भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। बीच बचाव करने पर व्यापारी से भी मारपीट की गई। पुलिस तोड़फोड़ व मारपीट करने वाले प्रदर्शनकारियों को चिंहित करने में जुट गई है। कोतवाल का कहना है कि दुकानदार के बीचबचाव में पुलिसकर्मी पिटे हैं। उन्होंने बताया कि अज्ञात प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
इस मामले में कोतवाल सदर राजेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि दुकानें बंद कराने को लेकर भीड़ टूटी थी, सिपाहियों ने समझाया बुझाया इसलिए उनके साथ मारपीट की। दुकानदार के साथ मारपीट व दुकान में तोड़फोड़ की गई है। फिलहाल मुकदमा अज्ञात प्रदर्शनकारियों पर लिखा जा रहा है सीसीटीवी से पहचानकर आगे की कार्रवाई की जायेगी। वहीं, सिटी मजिस्ट्रेट अरुण कुमार ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने विवाद किया है हम और सीओ आगे-आगे फोर्स के साथ चल रहे थे। पता चला है प्रदर्शनकारियों को लगा किसी ने जातिसूचक कहा इसलिए तोड़फोड़ की है और मारपीट हुई है। सीओ सिटी के माध्यम से कार्रवाई हो रही है।