बैड टच के आरोपी दरोगा के प्रमोशन पर रोक, पत्नी और महिला सिपाही के बयान पर कार्रवाई
- यूपी के कानपुर में बैड टच के आरोपी दरोगा के प्रमोशन पर रोक लगा दी गई। दरोगा को यह सजा उसकी पत्नी और एक महिला सिपाही के बयानों के आधार पर दी गई है। उसके खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि की ही कार्रवाई की है।
कानपुर में बैड टच के आरोपी दरोगा की सजा पुलिस विभाग ने मुकर्रर कर दी है। उसे अगले एक साल तक न्यूनतम वेतन के साथ प्रमोशन नहीं दिया जाएगा। दरोगा को यह सजा उसकी पत्नी और एक महिला सिपाही के बयानों के आधार पर दी गई है। इस कार्रवाई के साथ ही दरोगा को बहाल भी कर दिया गया है। बता दें उस पर बैड टच का आरोप लगाने वाली युवती अपने बयानों से पलट गई जिसके बाद विभाग ने उसके खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि की ही कार्रवाई की है।
पिछले साल अक्तूबर माह में फेथफुलगंज क्षेत्र से लापता युवती की लोकेशन मुंबई में मिली थी। तत्कालीन फेथफुलगंज चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह टीम के साथ युवती को बरामद करने मुंबई गए थे। युवती ने आरोप लगाया था कि वापसी के दौरान दरोगा ने 1000 किमी के लंबे सफर के दौरान पूरे रास्ते उसके साथ अश्लील हरकतें कीं। इससे पहले दरोगा ने युवती के भाई को नासिक में उतार दिया था। युवती ने कानपुर पहुंचकर शिकायत उच्चाधिकारियों से की थी। पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह को निलंबित करके स्टाफ आफिसर अमिता सिंह को जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने जांच पूरी करने के बाद रिपोर्ट डीसीपी पूर्वी को सौंप दी थी। अमिता सिंह ने अपनी जांच रिपोर्ट में लिखा है कि पूरे मामले की जांच के दौरान ऐसे साक्ष्य नहीं पाए गए जिससे बैड टच के आरोप साबित हों। दरोगा की पत्नी और एक अन्य महिला पुलिस कर्मी के आरोपों के आधार पर दरोगा को दोषी पाया गया है। डीसीपी पूर्वी के आदेश के बाद दरोगा की सर्विस बुक में बैड इंट्री (प्रतिकूल प्रविष्टि) की गई है।
डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि जिस युवती ने बैड टच का आरोप लगाया था वो अपने बयानों से पलट गई। दरोगा की पत्नी ने भी आरोप लगाया था कि दरोगा के कई महिलाओं से संबंध है। पत्नी का यह भी आरोप था कि दरोगा ने उसकी जिंदगी नर्क बना दी है। एक महिला पुलिस कर्मी ने भी गलत हरकत करने की शिकायत दर्ज कराई थी।
कांस्टेबल से उत्पीड़न की जांच पूरी
रेलबाजार थाने में तैनात महिला कांस्टेबल के उत्पीड़न के मामले में फंसे पूर्व रेलबाजार एसओ विजय दर्शन की भी जांच पूरी हो गई। कांस्टेबल ने अपने बयानों में शिकायती पत्र में लिखी बातों को दोहरा दिया है। जांच में जुटी पुलिस कमिश्नर की स्टाफ अफसर अमिता सिंह ने बताया कि जांच पूरी हो गई है। 14 फरवरी तक जांच रिपोर्ट डीसीपी पूर्वी को सौंप दी जाएगी। पूर्व एसओ के कारखास का बयान दर्ज होना है। बीमारी की वजह से वह बयान नहीं दर्ज करा सका है।
मुख्यालय एवं अपराध अपर पुलिस आयुक्त विपिन मिश्रा ने बताया कि आरोपी दरोगा को बैड एंट्री दी गई है। सर्विस बुक में इसे दर्ज कराया गया है। एक वर्ष तक उसे प्रमोशन नहीं मिलेगा।