वाराणसी सामूहिक मर्डर में प्रोफेशनल शूटर? 27 साल में तहस-नहस हो गया ये परिवार, बचे सिर्फ 4 लोग
- पुलिस संपत्ति विवाद, अवैध संबंध के अलावा 27 साल पहले परिवार में हुए दो हत्याकांड को जोड़कर छानबीन कर रही है। इस हत्याकांड को प्रोफेशनल शूटर्स द्वारा अंजाम दिए जाने का शक है। सामूहिक हत्याकांड में मारे गए परिवार के मुखिया का नाम राजेन्द्र गुप्ता है।
Varanasi Murder Case: वाराणसी के भदैनी भेलूपुर निवासी दंपति और उसके तीन बच्चों की सोमवार रात नृशंस हत्या कर दी गई। पत्नी और बच्चों के शव भदैनी स्थित घर में, जबकि पति का शव रोहनिया स्थित निर्माणाधीन मकान में मिला। आशंका है कि सभी को दो से तीन गोलियां मारी गई हैं। पुलिस संपत्ति विवाद, अवैध संबंध के अलावा 27 साल पहले परिवार में हुए दो हत्याकांड को जोड़कर छानबीन कर रही है। वारदात को प्रोफेशनल शूटर्स द्वारा अंजाम दिए जाने का शक है। सामूहिक हत्याकांड में मारे गए परिवार के मुखिया का नाम राजेन्द्र गुप्ता है। राजेन्द्र के पिता लक्ष्मीनारायण गुप्ता की भी हत्या हुई थी। पिछले 27 साल में लक्ष्मीनारायण गुप्ता और उनके दो बेटों का परिवार तहस-नहस हो गया। परिवार में अब सिर्फ चार लोग ही बचे हैं।
लक्ष्मीनारायण भदैनी में परिवार के साथ रहते थे। संपत्ति को लेकर गहराये विवाद के बाद परिवार बिखरता गया। पहले छोटे भाई और उसकी पत्नी फिर पिता लक्ष्मी नारायण उनके गार्ड की हत्या के बाद पूरी संपत्ति राजेंद्र के नाम पर हो गई थी। 27 साल के बाद अब राजेंद्र गुप्ता समेत उसके पूरे परिवार की हत्या हो गई। इस वारदात के बाद पूरा कुनबा बिखर गया है। अब इस परिवार में लक्ष्मी नारायण की पत्नी 75 वर्षीय शारदा देवी, छोटे भाई के एक बेटी और दो बेटे ही बचे हैं।
शूटरों ने घर में ढूंढ-ढूंढ कर निर्ममता से किए कत्ल
वाराणसी सामूहिक हत्याकांड को जिस तरह से अंजाम दिया गया है उससे साफ लग रहा कि इस वारदात की साजिश पहले से रची गई होगी। लग रहा है कि जैसे शूटरों ने घर में ढूंढ-ढूंढ हत्याओं को अंजाम दिया। एक-एक शव पर मिले गोलियों के निशान इस तरफ भी इशारा कर रहे हैं कि घटना को पेशेवर अपराधियों ने अंजाम दिया है। घटना में .32 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है। पुलिस की शुरुआती जांच में नीतू, नमनेंद्र, सुवेंद्र और गौरांगी के शरीर पर नौ और निर्माणाधीन मकान में मिली राजेंद्र की लाश पर गोली के दो निशान मिले हैं। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
छानबीन में नीतू के सिर में दो राजेंद्र के बड़े बेटे नमनेंद्र के सीने में एक गोली और दो गोली सीने के बगल में दाएं तरफ लगी हैं। जबकि बेटी गौरांगी के गले और सिर में एक-एक गोली के निशान मिले हैं। बाथरूम में मिले छोटे बेटे सुवेंद्र को एक गोली जांघ में लगी है, जबकि दूसरी गोली सिर में लगी है। घटना में गोली मारने के साथ सिर पर किसी वजनदार वस्तु से प्रहार करने की बात भी सामने आई है। बाथरूम में टॉयलेट शीट के पास छोटे बेटे सुवेंद्र की लाश पड़ी थी। वारदात को जिस अंदाज में अंजाम दिया गया है, उससे प्रतीत हो रहा है कि पूरे परिवार को खत्म करने की साजिश रही होगी।
छोटा भतीजा वाराणसी पहुंचा, बड़े ने नहीं रिसीव की कॉल
भेलूपुर पुलिस के बुलाने पर छोटा भतीजा प्रशांत उर्फ जुगनू देर रात वाराणसी पहुंच गया। हालांकि बड़े भतीजे ने कॉल रिसीव नहीं की। पुलिस ने राजेंद्र के बड़े भतीजे विक्की को भी कई बार फोन कॉल किया, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया। चर्चा है कि विक्की ही दीवाली पर राजेंद्र के घर आया था।