AIIMS गोरखपुर के 5 डॉक्टरों के खिलाफ गर्भवती ने थाने में दी तहरीर, लगाया ये आरोप
गर्भवती के पति ने एक डॉक्टर से इलाज के लिए कहा तो वह भड़क गया। आरोप है कि उस समय ड्यूटी कर रहे एक डॉक्टर ने पति को गाली देते हुए थप्पड़ मार दिया। साथ ही बाहर भगाने लगा।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में शुक्रवार को देर रात हुई मारपीट के मामले में गर्भवती रोली पासवान ने एम्स के पांच डॉक्टरों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। तहरीर मिलने के बाद एम्स थाना पुलिस ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
एम्स थाना क्षेत्र के मोहल्ला शिव मंदिर गली श्रवण नगर सिंघाड़िया की रहने वाली रोली पासवान ने तहरीर में बताया है कि वह आठ महीने के गर्भ से हैं। 16 अगस्त को तेज दर्द होने पर पति और अपने रिश्तेदारों के साथ एम्स में इलाज के लिए आईं। देर रात 10 बजे के आसपास एम्स अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती हुईं। उन्होंने भर्ती होने के बाद बाद इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि करीब दो घंटे तक कोई डॉक्टर तक नहीं आया। इस पर पति विशाल प्रताप पासवान ने एक डॉक्टर से इलाज के लिए कहा तो वह भड़क गए।
आरोप है कि उस समय ड्यूटी कर रहे एक डॉक्टर ने पति को गाली देते हुए थप्पड़ मार दिया। साथ ही बाहर भगाने लगा। विरोध पर एम्स के गार्ड को बुला लिया। गार्ड ने पति को गालियां देते हुए भगा दिया। साथ आए रिश्तेदारों को भी गाली देते हुए भगा दिया और इलाज नहीं किया। इसके बाद फोन पर अपने चार अन्य डॉक्टर साथियों को बुला लिया। सभी ने पति को गाली देते हुए मारा पीटा। कहा कि मामले की जानकारी मेरे पति ने एक जनप्रतिनिधि को दी। उनका फोन आया तो मुझे देर रात बिना इलाज के डिस्चार्ज कर दिया गया। पीड़ित ने मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की है। एम्स थाना निरीक्षक संजय सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी है। जांच की जा रही है।
डॉक्टर भी देंगे तहरीर
बताया जा रहा है कि इस मामले में डॉक्टर भी तहरीर देने की तैयारी में हैं। इसके लिए उन्होंने घटना के अगले ही दिन रात में मेडिकल बनवाया है। मेडिकल के आधार पर वह अपनी तहरीर तैयार करने में जुटे हुए हैं।
मामला कार्यकारी निदेशक तक पहुंचा, देर रात हुई मीटिंग
बताया जा रहा है कि मारपीट का मामला तूल पकड़ लिया है। इस मामले में एक बड़े जनप्रतिनिधि भी शामिल हो गए हैं। हाईकमान से फोन जाने के बाद यह मामला कार्यकारी निदेश तक पहुंच गया है। रविवार की देर रात वह एम्स में पहुंच गए थे। इसके बाद उन्होंने एम्स के कोर कमेटी सदस्यों के साथ बैठक की है। बताया जा रहा है कि मामले में मारपीट करने वाले डॉक्टरों पर गाज गिर सकती है।
सीओ कैंट ने शुरू की जांच, देखा सीसीटीवी फुटेज
तीमारदार और डॉक्टरों के बीच हुए मारपीट के मामले की जांच सीओ कैंट आईपीएस अंशिका वर्मा ने शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि उन्होंने एम्स में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है। सीसीटीवी फुटेज में डॉक्टर और तीमारदार के साथ हुई मारपीट का पूरा वीडियो है। मामले में डॉक्टर और तीमारदार के दोनों के मामले कैद है। सीसीटीवी फुटेज से डॉक्टरों की पहचान की जा रही है। पहचान के आधार पर तहरीर में दिए गए नामों का मिलान भी कराया जा रहा है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।