समाज में महिलाओं का योगदान पुरुषों से कहीं अधिक: वीसी
प्रयागराज में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र द्वारा व्याख्यान आयोजित किया गया। कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने महिलाओं के योगदान को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि हिंदू धर्म में उन्हें...
प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शुक्रवार को प्रो. ईश्वर टोपा सभागार में महिला अध्ययन केंद्र की ओर से व्याख्यान हुआ। मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि मानव सभ्यता के विकास में महिलाओं का विशेष योगदान रहा है। हिंदू धर्म में महिलाओं को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। उन्होंने कहा कि हिंदू देवियों के आठ हाथ यह दर्शता है कि महिलाएं मल्टीटास्किंग में सक्षम हैं। महिलाओं को भारतीय समाज में गृहलक्ष्मी का स्थान प्राप्त है। समाज में महिलाओं का योगदान पुरुषों से कहीं अधिक है।
प्रो. वसुधा पांडेय ने कहा कि 1960 के करीब हुए महिला आंदोलनों से महिला अध्ययन जैसे नए विषयों की नींव पड़ी। प्रो. पांडेय ने यूरोप के इतिहास में महिलाओं के योगदान की चर्चा की करते हुए कहा कि ज्यादातर लोग फ्रांस की क्रांति में ब्रदरहुड की बात करते हैं किंतु महिलाओं का आंदोलन भी इस समय एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा था। इसको इतिहास में नजरअंदाज किया जाता है।
प्रो. जया कपूर ने कहा कि महिला अध्ययन केंद्र विश्वविद्यालय के विभागों एवं अन्य संस्थाओं के साथ भी अकादमी एवं आउटरीच गतिविधियों के लिए सहयोग की लिए तैयार है। प्रो. सर्वजीत मुखर्जी ने महिला अध्ययन केद्र स्वर्णिम इतिहास और वर्तमान की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर रजिस्ट्रार प्रो. आशीष खरे, प्रो. बेचन शर्मा, प्रो. संजय सक्सेना, प्रो. अनुपम पांडेय आदि मौजूद रहे।
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