त्रिवेणी तट पटा है-भारत नहीं बंटा है: स्वामी चिदानंद
Prayagraj News - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को महाकुम्भ में प्रमुख संतों से मुलाकात की और उनकी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश दिए। संतों ने उनके नेतृत्व...
रविवार को मुख्यमंत्री ने प्रमुख संतों से मुलाकात करने के साथ ही संतों और उनके अनुयायियों के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। अफसरों को किसी भी तरह की समस्या का तत्काल निराकरण करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री का दौरा चिदानंद मुनि के शिविर से शुरू हुआ। यहां पहुंचने पर व्यासपीठ पर विराजे मोरारी बापू ने 'साधु! साधु! कहकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। कहा कि मुख्यमंत्री योगी स्वयं एक सिद्धपीठ के संत हैं। उनके नेतृत्व में महाकुम्भ का सफल आयोजन हो रहा है और आज पूरी दुनिया में सनातन संस्कृति गौरवान्वित हो रही है। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष चिदानंद सरस्वती ने कहा कि लोग कहते हैं जिन्हें देश की एकता देखनी हो वो त्रिवेणी तट पर आएं। योगी आदित्यनाथ ने कटेंगे तो बटेंगे का जो मंत्र दिया, उसे पूरे देश ने स्वीकार किया। संगम तट श्रद्धालुओं से पटा है, फिर कौन है जो कहता है कि देश बंटा है। मुख्यमंत्री मेला क्षेत्र के सेक्टर नौ स्थित कार्ष्णि आश्रम के गुरुशरणानंद और आचार्यबाड़ा के अध्यक्ष व मंत्री से शिष्टाचार भेंट की। इसके बाद वह स्वामी वासुदेवानंद से मिलने उनके शिविर पहुंचे। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती से भेंट की। उनकी कुशलक्षेम पूछ कर महाकुम्भ में उनके आगमन को सनातन की जय बताया। इसके बाद उन्होंने शारदा द्वारिकापीठ शंकराचार्य सदानंद सरस्वती के दर्शन किए। मुख्यमंत्री ने द्वादश माधव, अक्षयवट, अलोपीदेवी, सरस्वती कूप को भी नमन किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।