श्रीमद्भागवत गीता में बताए योग की पढ़ाई करेंगे छात्र
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को श्रीमद्भागवत गीता में बताए गए योग के विभिन्न पहलुओं जैसे कर्म योग, भक्ति योग आदि को पढ़ाया जाएगा। यह पाठ्यक्रम एनईपी 2020 के अनुसार पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड...
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को श्रीमद्भागवत गीता में बताए गए योग को पढ़ाया जाएगा। इसमें कर्म योग, भक्ति योग, ध्यान योग, ज्ञान योग आदि शामिल किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के अनुरूप पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड यौगिक साइंस पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। यह पाठ्यक्रम इविवि के दर्शनशास्त्र विभाग के अंतर्गत संचालित किया जाएगा। नए शैक्षिक सत्र से 40 सीटों पर प्रवेश होगा। प्रवेश कॉमन युनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट के (सीयूईटी) के स्कोर पर दिया जाएगा। पाठ्यक्रम के संचालन की अनुमति कार्य परिषद एवं विद्वत परिषद से मंजूरी मिल गई है। विभाग के प्रो. ऋषिकांत पांडेय ने बताया कि योग का उद्देश्य मानव व्यक्तित्व का समग्र विकास करना है। जिसमें शारीरिक व मानसिक के साथ-साथ आध्यात्मिक विकास भी करना है। आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी स्वास्थ्य प्रबंधन में योग की अहम भूमिका माना जाने लगा है।
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